केवल अपने ही कारण उसकी देह को दु:ख होता है; और अपने ही कारण उसका प्राण अन्दर ही अन्दर शोकित रहता है।”
अय्यूब 15:1 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब तेमानी एलीपज ने कहा, पवित्र बाइबल इस पर तेमान नगर के निवासी एलीपज ने अय्यूब को उत्तर देते हुए कहा: Hindi Holy Bible तब तेमानी एलीपज ने कहा, पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तेमान नगर के रहने वाले एलीपज ने कहा: सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद तेमानी एलिफाज़ के उद्गार ये थे: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब तेमानी एलीपज ने कहा |
केवल अपने ही कारण उसकी देह को दु:ख होता है; और अपने ही कारण उसका प्राण अन्दर ही अन्दर शोकित रहता है।”
“क्या बुद्धिमान को उचित है कि अज्ञानता के साथ उत्तर दे, या अपने अन्त:करण को पूरबी पवन से भरे?
जब तेमानी एलीपज, और शूही बिलदद, और नामाती सोपर, अय्यूब के इन तीन मित्रों ने इस सब विपत्ति का समाचार पाया जो उस पर पड़ी थीं। तब वे आपस में यह ठानकर कि हम अय्यूब के पास जाकर उसके संग विलाप करेंगे, और उसको शान्ति देंगे, अपने अपने यहाँ से उसके पास चले।
ऐसा हुआ कि जब यहोवा ये बातें अय्यूब से कह चुका, तब उसने तेमानी एलीपज से कहा, “मेरा क्रोध तेरे और तेरे दोनों मित्रों पर भड़का है, क्योंकि जैसी ठीक बात मेरे दास अय्यूब ने मेरे विषय कही है, वैसी तुम लोगों ने नहीं कही।
यह सुन तेमानी एलीपज, शूही बिलदद और नामाती सोपर ने जाकर यहोवा की आज्ञा के अनुसार किया, और यहोवा ने अय्यूब की प्रार्थना ग्रहण की।