वे चलते-चलते शकेम नामक स्थान पर पहुँचे जहाँ ‘मोरे का पवित्र बांज वृक्ष’ है। उस समय कनानी जाति उस देश में रहती थी।
होशे 6:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जैसे डाकू-दल मार्ग में घात लगाकर राहगीर की प्रतीक्षा करते हैं, वैसे ही पुरोहित भी दल बनाकर शेकेम नगर के मार्ग पर हत्या करते हैं। वे महापाप करते हैं। पवित्र बाइबल जैसे डाकू किसी की घात में छुपे रहते हैं कि उस पर हमला करें, वैसे ही शकेम की राह पर याजक घात में बैठे रहते हैं। जो लोग वहाँ से गुजरते हैं वे उन्हें मार डालते हैं। उन्होंने बुरे काम किये हैं। Hindi Holy Bible जैसे डाकुओं के दल किसी की घात में बैठते हैं, वैसे ही याजकों का दल शकेम के मार्ग में वध करता है, वरन उन्होंने महापाप भी किया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जैसे डाकुओं के दल किसी की घात में बैठते हैं, वैसे ही याजकों का दल शकेम के मार्ग में वध करता है, वरन् उन्होंने महापाप भी किया है। सरल हिन्दी बाइबल जैसे लुटेरे अपने शिकार के लिये छिपकर घात में रहते हैं, वैसे ही पुरोहितों के गिरोह भी करते हैं; वे अपनी बुरी योजनाओं को पूरा करते हुए, शेकेम के रास्ते पर हत्या करते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जैसे डाकुओं के दल किसी की घात में बैठते हैं, वैसे ही याजकों का दल शेकेम के मार्ग में वध करता है, वरन् उन्होंने महापाप भी किया है। |
वे चलते-चलते शकेम नामक स्थान पर पहुँचे जहाँ ‘मोरे का पवित्र बांज वृक्ष’ है। उस समय कनानी जाति उस देश में रहती थी।
यारोबआम ने एफ्रइम पहाड़ी पर शकेम नगर को पुन: निर्मित किया और वहाँ रहने लगा। तत्पश्चात् वह वहाँ से निकला। उसने पनूएल नगर का पुन: निर्माण किया।
हमने यरूशलेम के लिए पहले महीने की बारहवीं तारीख को अहवा नदी के तट से प्रस्थान किया। परमेश्वर की कृपा-दृष्टि हम पर थी, उसने मार्ग में शत्रुओं के हाथ से तथा लुटेरों से हमारी रक्षा की।
प्रभु ने मुझसे फिर कहा, ‘यहूदा प्रदेश की जनता तथा यरूशलेम के निवासियों ने मुझसे विद्रोह किया है।
तेरे उच्चाधिकारी दहाड़ते हुए सिंह हैं, जो अपने शिकार को चीर-फाड़ रहे हैं। उन्होंने मनुष्यों को खा लिया है। उन्होंने जनता के धन और कीमती वस्तुओं को हड़प लिया है। उन्होंने नगर में अनेक विवाहित स्त्रियों को विधवा बना दिया है।
सच तो यह है कि तेरे उच्चाधिकारी भेड़िये हैं। वे भेड़ियों के समान शिकार को चीरते-फाड़ते हैं, खून बहाते हैं, अनुचित लाभ के लिए हत्या करते हैं।
तुझमें ऐसे लोग निवास करते हैं, जो हत्या करने के लिए दूसरों पर दोष लगाते हैं, जो पहाड़ी शिखर के पूजास्थलों पर भोजन करते हैं और जो व्यभिचार करते हैं।
यों मैं तेरी कामुकता और तेरे व्यभिचार-कर्म का अन्त कर दूंगा, जो तूने मिस्र निवासियों से सीखे थे, और वहां से उनको अपने साथ लाई थी। तब तू मिस्र-निवासियों की ओर नहीं देखेगी, और न फिर कभी उनका स्मरण करेगी।
अब मैं उसके प्रेमियों के सम्मुख उसके तन को उघाड़ूंगा, मेरे हाथ से उसे कोई न छुड़ा सकेगा।
यहाँ लोग झूठी शपथ खाते हैं। वे धोखा देते हैं। वे हत्यारे, चोर और व्यभिचारी हैं। वे व्यवस्था की सीमा का उल्लंघन करते हैं, यहाँ हत्या के बाद हत्या होती है।
ओ पुरोहितो, यह सुनो। ओ इस्राएल वंश, ध्यान दे। ओ राज-परिवार, कान दे। तेरा न्याय किया जाएगा। तुम मिस्पाह नगर में एक फन्दा हो, ताबोर पर्वत पर बिछे एक जाल हो।
जब-जब मैं अपने निज लोगों की समृद्धि लौटाना चाहता हूं, जब-जब मैं इस्राएल को स्वस्थ करना चाहता हूं, तब-तब एफ्रइम का भ्रष्टाचार, तब-तब सामरी राज्य के कुकर्म मेरे सम्मुख प्रकट हो जाते हैं। लोग विश्वासघात करते हैं। चोर घरों में सेंध लगाते हैं; और डाकू घर के बाहर लूटते हैं।
ओ याकूब वंश के अगुओ, ओ इस्राएल-वंशियों के शासको, यह सुनो! क्योंकि तुम न्याय से घृणा करते हो, तुम सरल को कुटिल बनाते हो,
पृथ्वी से भक्त उठ गए, मनुष्यों में सत्यनिष्ठ व्यक्ति नहीं रहे। सब लोग हत्या के उद्देश्य से घात लगाते हैं। हर आदमी अपने भाई के लिए जाल बिछाता है।
उसके अधिकारी गरजते सिंह हैं, जो शिकार की तलाश में रहते हैं; उसके न्ययाधीश शाम को निकलनेवाले भेड़ियों की तरह हैं, जिन्हें सुबह तक खाने को कुछ नहीं मिला।
पास्का (फसह) तथा बेखमीर रोटी के पर्व में दो दिन रह गये थे। महापुरोहित और शास्त्री येशु को छल से गिरफ्तार करने और उनको मार डालने का उपाय ढूँढ़ रहे थे।
तब महापुरोहितों और फरीसियों ने धर्म-महासभा बुला कर कहा, “हम क्या करें? यह मनुष्य बहुत आश्चर्यपूर्ण चिह्न दिखा रहा है।
वे उनकी बातें सुन कर एक स्वर से परमेश्वर को सम्बोधित करते हुए बोले, “हे स्वामी! तूने ही आकाश और पृथ्वी तथा समुद्र और जो कुछ उन में है सबको बनाया है।