अत: उसने तकोआह नगर में एक दूत भेजा, और वहाँ से एक बुद्धिमती स्त्री को बुलाया। योआब ने उससे यह कहा, ‘तुम मृतक के लिए शोक मनानेवाली स्त्री बनो और मातमी वस्त्र पहिन लो। तुम तेल लगाकर बनाव-श्रृंगार मत करना, वरन् ऐसी स्त्री का अभिनय करना जो कई दिन से मृतक के लिए शोक मना रही है।
राजा शाऊल का पौत्र मपीबोशेत राजा दाऊद से भेंट करने के लिए आया। जिस दिन राजा दाऊद ने यरूशलेम से प्रस्थान किया था, उस दिन से आज तक, जब राजा सकुशल लौट आया, उसने अपने हाथ-पैर की सफाई नहीं की थी। उसने न अपनी दाढ़ी बनाई थी, और न अपने वस्त्र धोए थे।
मोरदकय सम्राट के दरबार से बाहर निकला। वह नीले और सफेद रंग की राजकीय पोशाक पहिने हुए था। उसके सिर पर सोने का बड़ा मुकुट था। वह महीन और बैंजनी रंग की चादर ओढ़े हुए था। शूशन नगर के नागरिक उसको देखकर जयजयकार करने लगे।
इसके बाद मैंने सभी राष्ट्रों, कुलों, प्रजातियों और भाषाओं का एक ऐसा विशाल जनसमूह देखा, जिसकी गिनती कोई भी नहीं कर सकता था। वे उजले वस्त्र पहने तथा हाथ में खजूर की डालियाँ लिये सिंहासन तथा मेमने के सामने खड़े थे
तू स्नान कर, सिर में तेल डाल और साफ-सुथरे वस्त्र पहिन। इसके बाद तू खलियान में जाना। परन्तु जब तक बोअज खाना-पीना समाप्त नहीं कर लेगा तब तक तू स्वयं को उस पर प्रकट मत करना।