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सभोपदेशक 10:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

मैंने सूर्य के नीचे धरती पर एक बुराई देखी। इस बुराई का जिम्‍मेदार शासक है।

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पवित्र बाइबल

और देखो यह बात कुछ अलग ही है जिसे मैंने इस जीवन में देखा है। यह बात न्यायोचित भी नहीं है। यह वैसी भूल है जैसी शासक किया करते हैं।

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Hindi Holy Bible

एक बुराई है जो मैं ने सूर्य के नीचे देखी, वह हाकिम की भूल से होती है:

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

एक बुराई है जो मैं ने सूर्य के नीचे देखी, वह हाकिम की भूल से होती है :

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नवीन हिंदी बाइबल

मैंने संसार में एक बुराई देखी है जो शासक की भूल से उत्पन्‍न होती है :

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सरल हिन्दी बाइबल

सूरज के नीचे मैंने एक और बुराई देखी, जैसे इसे कोई राजा अनजाने में ही कर बैठता है.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

एक बुराई है जो मैंने सूर्य के नीचे देखी, वह हाकिम की भूल से होती है:

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सभोपदेशक 10:5
10 क्रॉस रेफरेंस  

जब मूर्ख मनुष्‍य का शान-शौकत से रहना नहीं फबता, तब गुलाम मनुष्‍य का शासकों पर शासन करना कैसे फब सकता है?


जब धार्मिक मनुष्‍य विजय प्राप्‍त करता है तब यह सबके लिए बड़े गौरव की बात होती है; परन्‍तु दुर्जन के प्रबल होने पर लोग डर के कारण छिप जाते हैं।


यदि शासक तुमसे नाराज हो तो तुम अपना स्‍थान मत छोड़ो। क्‍योंकि धैर्य गंभीर अपराध भी सुधार देता है।


मूर्ख ऊंचे स्‍थानों पर बैठाए जाते हैं, और धनी निम्‍न स्‍थानों में।


मैंने सूर्य के नीचे धरती पर यह भी देखा: न्‍याय के स्‍थान पर अन्‍याय हो रहा है, धार्मिकता के स्‍थान पर अधर्म हो रहा है।


तब मैंने पुनर्विचार किया कि सूर्य के नीचे धरती पर कितना अत्‍याचार होता है। जिन पर अत्‍याचार होता है, वे आंसू बहाते हैं, पर उनके आंसू पोंछनेवाला कोई नहीं है। अत्‍याचार करनेवालों के पास शक्‍ति थी, किन्‍तु आंसू बहानेवालों के पास उन्‍हें सान्‍त्‍वना देनेवाला भी नहीं था।


मैंने सूर्य के नीचे धरती पर पुन: निस्‍सारता को देखा:


मैंने सूर्य के नीचे धरती पर एक दु:खद बुराई देखी : धन का स्‍वामी अपने अनिष्‍ट के लिए धन संग्रह करता है।


मैंने सूर्य के नीचे धरती पर एक और बुराई देखी, जिसके भार से मनुष्‍य दबा रहता है।


जो बुराइयाँ सूर्य के नीचे इस धरती पर विद्यमान हैं उनमें से एक यह नियति है : सब मनुष्‍य एक ही गति को प्राप्‍त होते हैं। मनुष्‍यों के हृदय बुराई से भरे हैं। जब तक वे जीवित रहते हैं, उनमें पागलपन समाया रहता है। उसके बाद वे मृतकों में मिल जाते हैं।