परमेश्वर ने पृथ्वी को देखा कि वह भ्रष्ट हो गई है; क्योंकि समस्त प्राणियों ने पृथ्वी पर अपना आचरण भ्रष्ट कर लिया था।
सपन्याह 3:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने यह सोचा था, “वह मुझसे अवश्य डरेगी, वह ताड़ना से सुधर जाएगी। उसकी दृष्टि से वे दण्ड भी नहीं छिपे थे, जो मैंने उसे दिए थे।” फिर भी वह अधिकाधिक दुष्कर्म करती गई।’ पवित्र बाइबल मैं तुमसे यह इसलिए कह रहा हूँ ताकि तुम शिक्षा लो। मैं चाहता हूँ कि तुम मुझसे डरो और मेरा सम्मान करो। यदि तुम ऐसा करोगे तो तुम्हारा घर नष्ट नहीं होगा। यदि तुम ऐसा करोगे तो मैं अपनी बनाई योजना के अनुसार तुम्हें दण्ड नहीं दूँगा।” किन्तु वे बुरे लोग वैसे ही बुरे काम और अधिक करना चाहते हैं जिन्हें उन्होंने पहले ही कर रखा हैं! Hindi Holy Bible मैं ने कहा, अब तू मेरा भय मानेगी, और मेरी ताड़ना अंगीकार करेगी जिस से उसका धाम उस सब के अनुसर जो मैं ने ठहराया था, नाश न हो। परन्तु वे सब प्रकार के बुरे बुरे काम यत्न से करने लगे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं ने कहा, “अब तू मेरा भय मानेगी, और मेरी ताड़ना अंगीकार करेगी जिस से उसका निवास–स्थान उस सब के अनुसार जो मैं ने ठहराया था, नष्ट न हो। परन्तु वे सब प्रकार के बुरे बुरे काम यत्न से करने लगे।” सरल हिन्दी बाइबल येरूशलेम के बारे में मेरा विचार था, ‘निश्चय ही तुम मेरा भय मानोगे और मेरा सुझाव स्वीकार करोगे!’ तब उसके शरण स्थल न तो नाश किए जाते, और न ही मेरा कोई दंड उनके ऊपर आता. किंतु वे अपने सब कामों में और भी उत्सुकता से बुरे काम करने लगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैंने कहा, “अब तू मेरा भय मानेगी, और मेरी ताड़ना अंगीकार करेगी जिससे उसका निवास-स्थान उस सब के अनुसार जो मैंने ठहराया था, नष्ट न हो। परन्तु वे सब प्रकार के बुरे-बुरे काम यत्न से करने लगे।” |
परमेश्वर ने पृथ्वी को देखा कि वह भ्रष्ट हो गई है; क्योंकि समस्त प्राणियों ने पृथ्वी पर अपना आचरण भ्रष्ट कर लिया था।
अत: प्रभु ने असीरिया देश की सेना और उसके सेनापतियों से उन पर आक्रमण करवाया। उन्होंने मनश्शे को नकेल से बांधा, और पीतल की जंजीरों से उसको जकड़ा और उसको बेबीलोन देश ले गए।
परमेश्वर शिक्षा देने के लिए उनके कान खोलता है, वह उन्हें आदेश देता है कि वे बुराई की ओर से लौटें।
प्रभु यह कहता है: “मैं तेरी अगुआई कर तुझे वह मार्ग सिखाऊंगा जिस पर तुझे चलना चाहिए; मैं तुझे परामर्श दूंगा। मेरी आंखें तुझ पर लगी रहेंगी।”
मेरे अंगूर-उद्यान में और क्या करने को शेष था, जो मैंने उसके लिए नहीं किया? पर जब मैंने उसके मीठे अंगूर की आशा की, तब मुझे उससे केवल खट्टे अंगूर मिले।
प्रभु ने यह कहा, ‘निस्सन्देह ये मेरे निज लोग हैं, ये मेरे पुत्र-पुत्रियां हैं, और मुझे धोखा नहीं देंगे।’ उनके दु:ख में प्रभु उनका उद्धारकर्ता बन गया। न किसी संदेशवाहक ने, न किसी स्वर्गदूत ने वरन् स्वयं उसकी उपस्थिति ने उनका उद्धार किया। प्रभु ने अपने प्रेम और दया के कारण उन्हें छुड़ाया। वह प्राचीनकाल से उन्हें शिशु के सदृश गोद में उठाकर ले जा रहा है।
किन्तु तुम्हारे पूर्वजों ने मेरी आज्ञा नहीं मानी; उन्होंने अकड़ कर अपनी गर्दन टेढ़ी कर ली। उन्होंने अपने कान बन्द कर लिये, जिससे वे मेरे वचन न सुनें और न किसी प्रकार का उपदेश ग्रहण करें।
प्रभु कहता रहा, “तुम में से प्रत्येक मनुष्य पश्चात्ताप करे, अपने बुरे मार्ग से लौटे, अपने दुष्कर्मों को छोड़े, और लौट कर उस देश पर निवास करे जो तुम्हारे प्रभु ने तुम्हें और तुम्हारे पूर्वजों को प्राचीन काल में सदा के लिए दिया था।
जब मेरे ये वचन पढ़े जाएंगे और यहुदा प्रदेश की जनता सुनेगी कि मैं उनका क्या अनिष्ट करनेवाला हूं, तो हो सकता है कि यहूदा प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति अपने दुराचरण को छोड़ दे और पश्चात्ताप करे, और मैं उसके अधर्म और पाप को क्षमा कर दूं।’
अत: यिर्मयाह ने सिदकियाह से कहा, ‘इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु परमेश्वर यों कहता है: यदि तू बेबीलोन के उच्चाधिकारियों के सम्मुख समर्पण कर देगा, तो तेरा प्राण बच जाएगा, और यह नगर आग से भस्म नहीं होगा; तू और तेरा परिवार जीवित रहेगा।
ओ यरूशलेम, ताड़ना से ही सुधर जा; अन्यथा तू मेरे मन से उतर जाएगा, मैं तुझको उजाड़ दूंगा, तू निर्जन हो जाएगा।’
तो मैं तुम्हें इस स्थान में, इस देश में रहने दूंगा, जो मैंने तुम्हारे पूर्वजों को सदा-सर्वदा के लिए प्रदान किया था।
मैं ध्यान से उनकी बातें सुनता हूं, किन्तु वे उचित बात बोलते ही नहीं! एक भी आदमी अपने दुष्कर्म के लिए पश्चात्ताप नहीं करता; बल्कि वह कहता है, “मैंने किया ही क्या है?” जैसे घोड़ा युद्ध के मैदान में बिना समझे-बूझे अपनी नाक की सीध में दौड़ता है, वैसे ही यह जाति मनमाना आचरण कर रही है।
गिबआ नगर के दिनों में जैसे उन्होंने स्वयं को भ्रष्ट किया था, वैसे ही उन्होंने आज बहुत भ्रष्टाचार किया है। प्रभु उनके अधर्म को स्मरण करेगा, वह उनके पाप-कर्म के लिए उन्हें दण्ड देगा।
वह किसी की बात पर ध्यान नहीं देती, वह ताड़ना पाने पर भी नहीं सुधरी। वह प्रभु पर भरोसा नहीं करती। वह परमेश्वर की आराधना के लिए उसके मन्दिर में नहीं आती।
सावधान! ऐसा न हो कि तुम भ्रष्ट हो जाओ, और अपने लिए कोई मूर्ति, कोई आकृति, किसी की समानता में कोई प्रतिमा बनाओ : चाहे नर या नारी की समानता में,
इस आदेश का लक्ष्य वह प्रेम है, जो शुद्ध हृदय, निर्दोष अन्त:करण और निष्कपट विश्वास से उत्पन्न होता है।
प्रभु अपनी प्रतिज्ञाएँ पूरी करने में विलम्ब नहीं करता, जैसा कि कुछ लोग समझते हैं; किन्तु वह आप लोगों के प्रति सहनशील है और यह चाहता है कि किसी का सर्वनाश नहीं हो, बल्कि सबको पश्चात्ताप करने का अवसर मिले।