सपन्याह 1:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु यह कहता है: ‘उस दिन मत्स्य द्वार से चीत्कार सुनाई देगी। नए मुहल्ले में रोदन का स्वर होगा, ऊंचे टीलों पर हाहाकार सुनाई देगा। पवित्र बाइबल यहोवा ने यह भी कहा, “उस समय, लोग यरूशलेम में मत्स्य—द्वार पर सहायता के लिये पुकार रहे होंगे। नगर के अन्य भागों में भी लोग चिल्ला रहे होंगे और लोग नगर के चारों ओर की पहाड़ियों में चीज़ों के नष्ट होने की भारी आवाज़े सुन रहे होंगे। Hindi Holy Bible यहोवा की यह वाणी है, कि उस दिन मछली फाटक के पास चिल्लाहट का और नये टोले मिश्नाह में हाहाकार का और टीलों पर बड़े धमाके का शब्द होगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा की यह वाणी है, “उस दिन मछली फाटक के पास चिल्लाहट का, और नये टोले मिश्नाह में हाहाकार का, और टीलों पर बड़े धमाके का शब्द होगा। सरल हिन्दी बाइबल “उस दिन” याहवेह घोषणा करते हैं, “मछली-द्वार से रोने की आवाज, नगर के नए बसे स्थान से विलाप का स्वर, और पहाड़ियों से बड़े धमाके की आवाज सुनाई देगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा की यह वाणी है, “उस दिन मछली फाटक के पास चिल्लाहट का और नये टोले मिश्नाह में हाहाकार का और टीलों पर बड़े धमाके का शब्द होगा। |
दाऊद सियोन गढ़ में रहने लगा। उसने उसका नाम दाऊदपुर रखा। उसने उसके चारों ओर एक परकोटा बनाया, जो मिल्लो से भीतर की ओर गया था।
पुरोहित हिल्कियाह, अहीकाम, अकबोर, शाफान और असायाह तुरन्त नबिया हूल्दाह के पास गए। वह हर्हस के पौत्र और तिक्वाह के पुत्र शल्लूम की पत्नी थी। उसका पति पुरोहितों की पोशाक का प्रबन्धक था। वह यरूशलेम की नई बस्ती में रहती थी। उन्होंने उससे बात की।
राजा सुलेमान ने मोरियाह पहाड़ पर यरूशलेम नगर में प्रभु का भवन बनाना आरम्भ किया। उसने उसी स्थान पर भवन-निर्माण का कार्य आरम्भ किया जो उसके पिता दाऊद ने दर्शन में आदेश पाकर निश्चित किया था। इस स्थान पर यबूसी जाति के ओर्नान नामक मनुष्य का खलियान था।
इस प्रकार प्रभु ने हिजकियाह और यरूशलेम के निवासियों को असीरिया के राजा सनहेरिब के पंजे से तथा इस्राएलियों के सब शत्रुओं के हाथ से बचाया, और उनको चारों ओर शान्ति प्रदान की।
इसके पश्चात् उसने एक शहरपनाह बनाई। यह दाऊदपुर की बाहरी सीमा थी, और गीहोन के पश्चिम में, घाटी में मत्स्य-द्वार तक जाती थी। इस प्रकार उसने ओपेल को घेर दिया और उसको बहुत ऊंचा कर दिया। उसने यहूदा प्रदेश के सब किलाबंद नगरों में सेनापति नियुक्त किये।
पुरोहित हिल्कियाह तथा अन्य उच्चाधिकारी, जिनको राजा योशियाह ने भेजा था, नबिया हूल्दाह के पास गए। वह हस्रा के पौत्र और तोखत के पुत्र शल्लूम की पत्नी थी। उसका पति पुरोहितों की पोशाक का प्रबन्धक था। वह यरूशलेम की नई बस्ती में रहती थी। उन्होंने उससे बात की।
वहाँ से जुलूस ‘एफ्रइम-द्वार’, ‘प्राचीन-द्वार’, ‘मत्स्य-द्वार’, हननेल-बुर्ज और हम्मेआ-बुर्ज से निकलते हुए ‘मेष-द्वार’ पर पहुँचा और वहाँ से ‘निरीक्षण-द्वार’ पर जाकर रुक गया।
हस्सनाह के पुत्रों ने ‘मत्स्य-द्वार’ बनाया। उन्होंने उसमें उसकी कड़ियां, दरवाजे, अर्गलाएं और छड़ें लगाईं।
हम-सब रीछों के सदृश गुर्राते हैं; और कबुतरों के समान गुटरगूं... गुटरगूं करते हुए विलाप करते हैं। हम न्याय की राह देखते हैं। पर वह है ही नहीं; हम उद्धार की प्रतीक्षा करते हैं पर वह हमसे बहुत दूर है।
सिदकियाह के राज्य-काल के ग्यारहवें वर्ष के चौथे महीने के नौवें दिन नगर की शहरपनाह में दरार पड़ गई, और उसको शत्रु सेना ने गिरा दिया।
मैंने प्रसव-पीड़ा से कराहती हुई स्त्री की चीख सुनी। मुझे ऐसा लगा मानो यह कराह उस स्त्री की है, जो पहली बार बच्चे को जन्म दे रही है। यह चीख पुत्री सियोन की थी; वह हांफ रही थी, और हाथ फैलाए हुए कह रही थी, ‘मुझे बचाओ! मैं हत्यारों के हाथ में पड़ गई हूं; मैं बेहोश हो रही हूं।’
ओ इस्राएलियो, जब तुम पहाड़ियों, पहाड़ों के शिखरों, हरे वृक्ष के नीचे, घने बांज वृक्ष की छाया तले स्थापित वेदियों की मूर्तियों के सम्मुख अपने जाति-बन्धुओं के शव पड़े हुए देखोगे, जहां वे मूर्तियों के सम्मुख धूप-द्रव्य जलाते थे, तब तुम्हें ज्ञात होगा कि मैं प्रभु हूँ।
उस दिन मन्दिर के स्तुति-गीत शोक-गीत में बदल जाएंगे।’ स्वामी-प्रभु ने यह कहा है, ‘असंख्य लाशें पड़ी होंगी। सब जगह मौत का सन्नाटा होगा।’।
वह दिन प्रकोप का दिन है। वह संकट और दु:ख का दिन है। वह विध्वंस और विनाश का दिन है। वह अंधकार और तिमिर का दिन है। वह सघन मेघों और घोर अंधकार का दिन है।
स्वामी-प्रभु के सम्मुख शान्त रहो। प्रभु का दिन समीप आ गया। प्रभु ने बलि चढ़ाने की तैयारी पूर्ण की; उसने अपने अतिथियों को शुद्ध किया।