इन घटनाओं के पश्चात् परमेश्वर ने अब्राहम की परीक्षा ली। उसने उन्हें पुकारा, ‘अब्राहम!’ उन्होंने उत्तर दिया ‘क्या आज्ञा है?’
व्यवस्थाविवरण 8:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तू उन सब मार्गों को स्मरण करना, जिन पर तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे चालीस वर्ष तक निर्जन प्रदेश में ले गया, जिससे वह तुझे पीड़ित करे और यह जानने के लिए तेरी परीक्षा ले, कि तेरे हृदय में क्या है, और कि तू उसकी आज्ञाओं का पालन करेगा अथवा नहीं। पवित्र बाइबल और तुम्हें उस लम्बी यात्रा को याद रखना है जिसे यहोवा तुम्हारे परमेश्वर ने मरुभूमि में चालीस वर्ष तक काराई है। यहोवा तुम्हारी परीक्षा ले रहा था। वह तुम्हें विनम्र बनाना चाहता था। वह चाहता था कि वह तुम्हारे हृदय की बात जाने कि तुम उसके आदेशों का पालन करोगे या नहीं। Hindi Holy Bible और स्मरण रख कि तेरा परमेश्वर यहोवा उन चालीस वर्षों में तुझे सारे जंगल के मार्ग में से इसलिये ले आया है, कि वह तुझे नम्र बनाए, और तेरी परीक्षा करके यह जान ले कि तेरे मन में क्या क्या है, और कि तू उसकी आज्ञाओं का पालन करेगा वा नहीं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और स्मरण रख कि तेरा परमेश्वर यहोवा उन चालीस वर्षों में तुझे सारे जंगल के मार्ग में से इसलिये ले आया है, कि वह तुझे नम्र बनाए, और तेरी परीक्षा करके यह जान ले कि तेरे मन में क्या क्या है, और कि तू उसकी आज्ञाओं का पालन करेगा या नहीं। सरल हिन्दी बाइबल उस पूरे मार्ग को कभी न भुलाना, जिस पर तुम्हें याहवेह तुम्हारे परमेश्वर इन चालीस सालों में निर्जन प्रदेश से होते हुए लेकर आए हैं, कि वह इसके द्वारा तुम्हें नम्र बना सकें. वह तुम्हें परखते रहे, कि तुम्हारे हृदय की थाह ले सकें. कि तुम उनके आदेशों का पालन करोगे भी या नहीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और स्मरण रख कि तेरा परमेश्वर यहोवा उन चालीस वर्षों में तुझे सारे जंगल के मार्ग में से इसलिए ले आया है, कि वह तुझे नम्र बनाए, और तेरी परीक्षा करके यह जान ले कि तेरे मन में क्या-क्या है, और कि तू उसकी आज्ञाओं का पालन करेगा या नहीं। |
इन घटनाओं के पश्चात् परमेश्वर ने अब्राहम की परीक्षा ली। उसने उन्हें पुकारा, ‘अब्राहम!’ उन्होंने उत्तर दिया ‘क्या आज्ञा है?’
एक बार बेबीलोन के उच्चाधिकारियों ने उसके प्रदेश में हुए एक आश्चर्यपूर्ण कार्य के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए राजदूत भेजे। तब परमेश्वर ने उसको उसकी स्वतंत्र इच्छा पर छोड़ दिया ताकि वह अपनी जांच करे, और अपने हृदय की बातों को स्वयं जान ले।
जब वह बेबीलोन में बन्दी था, तब उसने अपने संकट में अपने प्रभु-परमेश्वर की कृपा के लिए विनती की। उसने अपने पूर्वजों के परमेश्वर के सम्मुख स्वयं को अत्यधिक विनम्र और दीन किया।
‘द्रष्टाओं का इतिहास-ग्रंथ’ में भी मनश्शे का उल्लेख हुआ है: उसकी प्रार्थना; और परमेश्वर ने उसकी विनती, अनुनय-विनय कैसे स्वीकार किया; उसके पाप-कर्म तथा प्रभु के विरुद्ध उसका विश्वासघात; उन जगहों का वर्णन जहाँ मनश्शे ने पहाड़ी शिखर के मन्दिर बनाए थे, जहाँ अशेराह के खम्भे तथा मूर्तियाँ प्रतिष्ठित की थीं। इसी ग्रंथ में लिखा है कि उसने प्रभु के सम्मुख स्वयं को विनम्र किया था।
‘फिर भी तूने अपने अपार दयामय स्वभाव के कारण उन्हें निर्जन प्रदेश में नहीं त्यागा। जो मेघ-स्तम्भ दिन में उनका मार्ग-दर्शन करता था, और जो अग्नि-स्तम्भ रात में उनका मार्ग आलोकित करता था कि वे सही मार्ग पहचान कर उस पर चल सकें, तूने दोनों को उनसे दूर नहीं किया।
जब हमारे पूर्वज मिस्र देश में थे, उन्होंने तेरे आश्चर्यपूर्ण कर्मों को नहीं समझा, उन्होंने तेरी अपार करुणा को स्मरण नहीं किया, वरन् सागर पर, लाल सागर पर विद्रोह किया।
अपने निज लोगों का निर्जन प्रदेश में नेतृत्व करने वाले की सराहना करो, उसकी करुणा शाश्वत है।
मैं प्रभु के कार्यों का स्मरण करूंगा; निस्सन्देह मैं अतीत के तेरे अद्भुत कार्य स्मरण करूंगा।
तूने संकट में मुझे पुकारा, और मैंने तुझे बचाया, मैंने गर्जन के गुप्त स्थान से तुझे उत्तर दिया; मैंने मरीबा के झरने पर तुझे परखा। सेलाह
मूसा ने प्रभु की दुहाई दी। प्रभु ने मूसा को वृक्ष का एक लट्ठा दिखाया। उन्होंने उसको पानी में फेंक दिया और पानी मीठा हो गया। प्रभु ने वहाँ संविधि और न्याय-सिद्धान्त स्थापित किए। वहाँ उसने उन्हें कसौटी पर भी कसा।
जब तक इस्राएली आबाद देश में नहीं पहुँच गए, वे चालीस वर्ष ‘मन्ना’ ही खाते रहे। कनान देश की सीमा पहुँचने तक इस्राएलियों ने ‘मन्ना’ ही खाया।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘देख, मैं तुम्हारे लिए स्वर्ग से भोजन की वर्षा करूंगा। ये लोग प्रत्येक दिन बाहर निकलकर दैनिक भोजन एकत्र करेंगे। इससे मैं उनको परखूंगा कि वे मेरी व्यवस्था के अनुसार चलेंगे अथवा नहीं।
मूसा लोगों से बोले। ‘मत डरो; क्योंकि परमेश्वर तुम्हें परखने आया है कि उसका भय तुम्हारी आंखों के सम्मुख बना रहे और तुम पाप न करो।’
जैसे कुठाली चांदी को परखने के लिए, और सोने को परखने के लिए भट्ठी है, वैसे ही मनुष्य के हृदय को परखने वाला प्रभु है।
सिर उठाकर चलनेवाले मनुष्य का पतन होगा, मनुष्य-जाति का घमण्ड चूर-चूर किया जाएगा। उस दिन केवल प्रभु ही उच्च स्थान पर विराजमान होगा।
उन्होंने पश्चात्ताप कर यह नहीं कहा, “हमारा प्रभु कहां है जिसने हमें मिस्र देश से मुक्त कर बाहर निकाला था, जिसने निर्जन प्रदेश में हमारा नेतृत्व किया था, जो हमें मरुस्थल और गड्ढों के प्रदेश से, निर्जल और घोर अंधकार के क्षेत्र से, निर्जन प्रदेश से ले गया था, जहां कोई आता-जाता न था, जहां कोई रहता न था?”
किन्तु मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूं। मेरी संविधियों पर चलो, मेरे न्याय-सिद्धान्तों का पालन करने के लिए तत्पर रहो।
ओ इस्राएली कौम! मैंने ही तुझे मिस्र देश से बाहर निकाला, और चालीस वर्ष तक निर्जन प्रदेश में तेरा मार्गदर्शन करता रहा ताकि तू एमोरी कौम के देश पर कब्जा कर सके।
जब तक तुम्हारे शव निर्जन प्रदेश में पूर्णत: मिट्टी में न मिल जाएंगे तब तक, चालीस वर्ष तक, तुम्हारे बच्चे निर्जन प्रदेश में चरवाहे बने रहेंगे और तुम्हारे विश्वासघात का दण्ड भोगेंगे।
येशु ने कहा, “मैं तुम से कहता हूँ, वह पहला नहीं, बल्कि यह मनुष्य पापमुक्त हो कर अपने घर गया। क्योंकि जो कोई अपने आपको ऊंचा करता है, वह नीचा किया जाएगा; परन्तु जो अपने आप को नीचा करता है, वह ऊंचा किया जाएगा।”
उन्हें यह आवश्यकता नहीं थी कि कोई उन्हें मनुष्य के विषय में बताए; क्योंकि वह स्वयं जानते थे कि मनुष्य के मन में क्या है।
जो बातें इस्राएली समाज से कहने की आज्ञा प्रभु ने मूसा को दी थी, उसके अनुसार मूसा ने वे बातें उनसे चालीसवें वर्ष के ग्यारहवें महीने के पहले दिन कहीं।
जो मार्ग में तुम्हारे आगे-आगे गया था कि तुम्हारे लिए तम्बू गाड़ने के लिए स्थान ढूंढ़े। वह रात में अग्नि तथा दिन में मेघ में होकर तुम्हें वह मार्ग दिखाता रहा, जिस पर तुम्हें चलना चाहिए।”
तो तू उस नबी अथवा स्वप्न-द्रष्टा की बातों को मत सुनना; क्योंकि तेरा प्रभु परमेश्वर यह जानने के लिए तेरी परीक्षा ले रहा है, कि क्या तू अपने सम्पूर्ण हृदय से, सम्पूर्ण प्राण से अपने प्रभु परमेश्वर को प्रेम करता है।
मैंने, तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने तुम्हारे हाथों से किए गए सब कार्यों पर आशिष दी है। मैं इस विशाल निर्जन प्रदेश में यात्रा के समय तुम्हारी देख-भाल करता आया हूं। मैं तुम्हारा प्रभु-परमेश्वर, इन चालीस वर्षों की अवधि में तुम्हारे साथ रहा हूं, और तुम्हें किसी वस्तु का अभाव नहीं हुआ।”
मैं निर्जन प्रदेश में चालीस वर्ष तक तुम्हारा नेतृत्व करता रहा। तब तुम्हारे वस्त्र फटकर तुम्हारे शरीर पर से नहीं गिरे, और न तुम्हारे जूते फटकर तुम्हारे पैरों से अलग हुए।
बीते हुए दिनों को स्मरण कर, प्रत्येक पीढ़ी के वर्षों पर विचार कर; अपने पिता से पूछ, और वह तुझ पर प्रकट करेगा; अपने धर्मवृद्धों से पूछ, और वे तुझ को बताएंगे।
तो तू उनसे मत डरना। तू केवल यह स्मरण रखना कि तेरे प्रभु परमेश्वर ने फरओ और समस्त मिस्र देश से कैसा व्यवहार किया था :
उसने निर्जन प्रदेश में तुझे “मन्ना” खिलाया था जिसको तेरे पूर्वज नहीं जानते थे। उसने तुझे पीड़ित किया, तुझे कसौटी पर कसा था, कि अन्त में तेरा भला करे।
वह प्रचुर मात्रा में अनुग्रह भी देता है, जैसा कि धर्मग्रन्थ में लिखा है, “परमेश्वर घमण्डियों का विरोध करता, किन्तु विनीतों को अनुग्रह प्रदान करता है।”
यह इसलिए होता है कि आपका विश्वास परीक्षा में खरा निकले। सोना भी तो आग में तपाया जाता है और आपका विश्वास नश्वर सोने से कहीं अधिक मूल्यवान् है। इस प्रकार आपका विश्वास येशु मसीह के प्रकट होने पर स्तुति, प्रशंसा और प्रतिष्ठा का कारण बने।
मैं उसकी सन्तति का संहार करूंगा और सब कलीसियाएँ यह जान जायेंगी कि मैं वह हूँ, जो मन और ह्रदय की थाह लेता है और मैं तुम में से हर एक को उसके कर्मों का फल दूँगा।
जिससे मैं उन जातियों के द्वारा इस्राएलियों को कसौटी पर कस सकूँ कि वे अपने पूर्वजों के समान मेरे मार्ग पर चलने को तत्पर हैं अथवा नहीं।’
इन्हें इस्राएलियों की परीक्षा लेने के लिए छोड़ा गया था जिससे यह ज्ञात हो सके कि क्या इस्राएली प्रभु की उन आज्ञाओं का पालन करेंगे अथवा नहीं, जो प्रभु ने मूसा के द्वारा इस्राएलियों के पूर्वजों को दी थीं।