वे पुरुष वहाँ से मुड़कर सदोम नगर की ओर चले गए। किन्तु अब्राहम प्रभु के सम्मुख खड़े रहे।
व्यवस्थाविवरण 5:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस समय मैं प्रभु का वचन तुम पर घोषित करने के लिए तुम्हारे और प्रभु के मध्य खड़ा था; क्योंकि तुम अग्नि के कारण डर गए थे, और पहाड़ पर नहीं चढ़े थे। तब प्रभु ने कहा था : पवित्र बाइबल उस समय तुमको यह बताने के लिए कि यहोवा ने क्या कहा, मैं तुम लोगों और यहोवा के बीच खड़ा था। क्यों? क्योंकि तुम आग से डर गए थे और तुमने पर्वत पर जाने से इन्कार कर दिया था। यहोवा ने कहाः Hindi Holy Bible उस आग के डर के मारे तुम पर्वत पर न चढ़े, इसलिये मैं यहोवा के और तुम्हारे बीच उसका वचन तुम्हें बताने को खड़ा रहा। तब उसने कहा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उस आग के डर के मारे तुम पर्वत पर न चढ़े, इसलिये मैं यहोवा के और तुम्हारे बीच उसका वचन तुम्हें बताने को खड़ा रहा। तब उसने कहा, सरल हिन्दी बाइबल उस अवसर पर मैं याहवेह और तुम्हारे बीच खड़ा हुआ था. तुम तो निकट आने के विचार से ही डर गए थे, तब मैं तुम्हारे लिए याहवेह की बातों को स्पष्ट करते हुए घोषित करता जा रहा था. आग के भय से तुम ऊपर नहीं जाना चाह रहे थे. याहवेह ने कहा था: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उस आग के डर के मारे तुम पर्वत पर न चढ़े, इसलिए मैं यहोवा के और तुम्हारे बीच उसका वचन तुम्हें बताने को खड़ा रहा। तब उसने कहा, |
वे पुरुष वहाँ से मुड़कर सदोम नगर की ओर चले गए। किन्तु अब्राहम प्रभु के सम्मुख खड़े रहे।
उसने पहाड़ी शिखर की वेदियां हटा दीं। पूजा-स्तम्भ तोड़ दिए। अशेराह देवी की मूर्ति ध्वस्त कर दी। जो पीतल का सर्प मूसा ने बनाया था, और जिसके सम्मुख अब तक इस्राएली सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते आ रहे थे, उसको भी हिजकियाह ने टुकड़े-टुकड़े कर दिया। पीतल के सर्प का नाम नहूश्तान था।
अत: प्रभु ने कहा कि वह उन्हें मार डालता, यदि प्रभु का मनोनीत मूसा उसके सम्मुख खड़ा न होता, और उसका कोप लौटा न देता; निस्सन्देह, प्रभु उन्हें नष्ट कर देता।
तीसरे दिन के प्रात:काल मेघ-गर्जन हुआ, विद्युत चमकी। एक सघन मेघ पहाड़ पर उतरा और नरसिंगे का इतना घोर स्वर सुनाई दिया कि वे लोग भी कांप उठे जो तम्बुओं के भीतर थे।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘उतरकर जा और लोगों को सावधान कर। ऐसा न हो कि वे मुझ प्रभु को देखने के लिए सीमा-रेखा का उल्लंघन करें, और उनमें से अनेक नष्ट हो जाएँ।
उनका उच्चाधिकारी उन्हीं में से होगा, उनका प्रशासक उन्हीं के समाज में से चुना जाएगा। मैं उसको अपने निकट लाऊंगा, और वह मेरे समीप आएगा। क्योंकि बिना मेरी अनुमति के कौन व्यक्ति मेरे समीप आ सकता है? मुझ-प्रभु की यह वाणी है।
तब व्यवस्था का प्रयोजन क्या है? जिस वंशज को प्रतिज्ञा दी गयी थी, उसके आने के समय तक व्यवस्था अपराधों के कारण जोड़ दी गयी थी। वह स्वर्गदूतों द्वारा मध्यस्थ के माध्यम से घोषित की गयी है।
इसलिए आप ही समीप जाइए। जो बातें हमारा प्रभु परमेश्वर आपसे कहेगा, उनको आप ही सुनिए। आप ही हमें वे सब बातें बताना, जो हमारा प्रभु परमेश्वर आपको बताएगा। हम उन्हें सुनेंगे, और उनके अनुसार कार्य करेंगे।”
मसीह ने हाथ के बने हुए उस पवित्र-स्थान में प्रवेश नहीं किया, जो वास्तविक “पवित्र-स्थान” का प्रतिरूप मात्र हैं। उन्होंने स्वर्ग में ही प्रवेश किया है, जिससे वह अब हमारी ओर से परमेश्वर के सामने उपस्थित हो सकें।