उसने उत्तर दिया, ‘मैंने उद्यान में तेरी पग-ध्वनि सुनी। मैं डर गया, क्योंकि मैं नंगा था। इसलिए मैंने स्वयं को छिपा लिया है।’
व्यवस्थाविवरण 5:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत: अब हम क्यों मर जाएं? यह भयंकर अग्नि हमें भस्म कर देगी। यदि हम अपने प्रभु परमेश्वर का स्वर पुन: सुनेंगे, तो हम निश्चय ही मर जाएंगे। पवित्र बाइबल किन्तु यदि हमने यहोवा अपने परमेश्वर को दुबारा बात करते सुना तो हम जरूर मर जाएंगे! वह भयानक आग हमें नष्ट कर देगी। किन्तु हम मरना नहीं चाहते। Hindi Holy Bible अब हम क्यों मर जाएं? क्योंकि ऐसी बड़ी आग से हम भस्म हो जाएंगे; और यदि हम अपने परमेश्वर यहोवा का शब्द फिर सुनें, तब तो मर ही जाएंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अब हम क्यों मर जाएँ? क्योंकि ऐसी बड़ी आग से हम भस्म हो जाएँगे; और यदि हम अपने परमेश्वर यहोवा का शब्द फिर सुनें, तब तो मर ही जाएँगे। सरल हिन्दी बाइबल मगर अब, क्या यह ज़रूरी है कि हमारी मृत्यु हो? क्योंकि यह प्रचंड आग हमें चट करने पर है; अब यदि हमें याहवेह, हमारे परमेश्वर का स्वर और अधिक सुनना पड़ जाए, तो हमारी मृत्यु तय है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अब हम क्यों मर जाएँ? क्योंकि ऐसी बड़ी आग से हम भस्म हो जाएँगे; और यदि हम अपने परमेश्वर यहोवा का शब्द फिर सुनें, तब तो मर ही जाएँगे। (इब्रा. 12:19) |
उसने उत्तर दिया, ‘मैंने उद्यान में तेरी पग-ध्वनि सुनी। मैं डर गया, क्योंकि मैं नंगा था। इसलिए मैंने स्वयं को छिपा लिया है।’
जब लोगों ने मेघ-गर्जन, विद्युत का चमकना, नरसिंगे का स्वर और पहाड़ से धुआं निकलता हुआ देखा तब वे डरकर कांपने लगे। वे दूर खड़े हो गए।
उन्होंने मूसा से कहा, ‘आप हमसे बात कीजिए। हम आपकी बात सुनेंगे। किन्तु परमेश्वर को हमसे बात न करने दीजिए; अन्यथा हम मर जाएंगे।’
परन्तु जो व्यवस्था के कर्मकाण्ड पर निर्भर रहते हैं, वे शाप के अधीन हैं; क्योंकि लिखा है: “जो व्यक्ति व्यवस्था-ग्रन्थ में लिखी हुई सभी बातों का पालन नहीं करता रहता है, वह शापित है।”
यह तूने सभा के दिन होरेब पर्वत पर अपने प्रभु परमेश्वर से मांगा था। तूने कहा था, “भला हो कि मैं अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी फिर न सुनूं, और यह विशाल अग्नि फिर न देखूं, अन्यथा मैं मर जाऊंगा।”
मूसा ने कहा, ‘प्रभु सीनय पर्वत से आया, वह सेईर देश से हम पर उदित हुआ, वह पारन पर्वत से प्रकाशवान हुआ। वह लाखों पवित्र प्राणियों के मध्य से आया। उसके दाहिने हाथ में ज्वालामय अग्नि थी।
तुमने कहा था, “देखिए, हमारे प्रभु परमेश्वर ने हमें अपनी महिमा और महानता के दर्शन कराए हैं। हमने अग्नि के मध्य से उसका स्वर भी सुना है। आज हमने देखा कि परमेश्वर मनुष्य से बोला, और मनुष्य फिर भी जीवित रहा!
यहां न तुरही का निनाद है और न बोलने वाले की ऐसी वाणी, जिसे सुन कर इस्राएली यह विनय करते थे कि वह फिर हम से कुछ न कहें;