अनेक दिन बीत गए। अकाल के तीसरे वर्ष एलियाह को प्रभु का यह वचन सुनाई दिया, ‘जा, और राजा अहाब के सम्मुख स्वयं को प्रकट कर। मैं भूमि पर वर्षा करूंगा।’
व्यवस्थाविवरण 28:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) समय पर तेरे खेतों पर वर्षा करने के लिए, तेरे सब काम-धन्धों पर आशिष देने के लिए प्रभु आकाश के अपने उत्तम भण्डार-गृहों को खोल देगा। तब तू अनेक राष्ट्रों को ऋण देगा, पर तू स्वयं ऋण नहीं लेगा। पवित्र बाइबल “यहोवा अपने भण्डार खोल देगा जिनमें वह अपना कीमती वरदान रखता है तथा तुम्हारी भूमि के लिये ठीक समय पर वर्षा देगा। यहोवा जो कुछ भी तुम करोगे उसके लिए आशीर्वाद देगा और बहुत से राष्ट्रों को कर्ज देने के लिए तुम्हारे पास धन होगा। किन्तु तुम्हें उनसे कुछ उधार लेने की आवश्यकता नहीं होगी। Hindi Holy Bible यहोवा तेरे लिये अपने आकाशरूपी उत्तम भण्डार को खोल कर तेरी भूमि पर समय पर मेंह बरसाया करेगा, और तेरे सारे कामों पर आशीष देगा; और तू बहुतेरी जातियों को उधार देगा, परन्तु किसी से तुझे उधार लेना न पड़ेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा तेरे लिये अपने आकाशरूपी उत्तम भण्डार को खोलकर तेरी भूमि पर समय पर मेंह बरसाया करेगा, और तेरे सारे कामों पर आशीष देगा; और तू बहुतेरी जातियों को उधार देगा, परन्तु किसी से तुझे उधार लेना न पड़ेगा। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह अपने बड़े भंडार को तुम्हारे लिए उपलब्ध कर देंगे; आकाश अपनी तय ऋतु में भूमि पर वृष्टि करेगा, तुम्हारे सारे काम सफल होंगे और तुम अनेक राष्ट्रों को ऋण दोगे, मगर खुद तुम्हें किसी से ऋण लेने की ज़रूरत न होगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा तेरे लिए अपने आकाशरूपी उत्तम भण्डार को खोलकर तेरी भूमि पर समय पर मेंह बरसाया करेगा, और तेरे सारे कामों पर आशीष देगा; और तू बहुतेरी जातियों को उधार देगा, परन्तु किसी से तुझे उधार लेना न पड़ेगा। |
अनेक दिन बीत गए। अकाल के तीसरे वर्ष एलियाह को प्रभु का यह वचन सुनाई दिया, ‘जा, और राजा अहाब के सम्मुख स्वयं को प्रकट कर। मैं भूमि पर वर्षा करूंगा।’
‘क्या तू कभी हिम के भण्डर-गृहों में गया है? क्या तूने कभी ओलों के भण्डारों को देखा है,
वह पृथ्वी के छोर से बादल उठाता है, वह वर्षा के लिए विद्युत चमकाता है, वह अपने स्वर्गिक भण्डार-गृहों से पवन बहाता है।
मैं उनको और अपनी पहाड़ी के आसपास के स्थानों को आशिष का कारण बनाऊंगा। मैं वर्षा के मौसम पर वर्षा करूंगा, और यह वर्षा आशिष की वर्षा होगी।
तो मैं तुम्हारे लिए समय पर वर्षा प्रदान करूंगा, जिससे भूमि अपनी उपज उपजाएगी और मैदान के वृक्ष फल देंगे।
तो वह निर्धारित समय पर तुम्हारे देश को शरद-कालीन और वसन्त-कालीन वर्षा प्रदान करेगा। तब तुम अनाज, अंगूर का रस और तेल एकत्र कर सकोगे।
तब लेवीय जन, क्योंकि तेरे साथ उसका कोई अंश अथवा पैतृक सम्पत्ति नहीं है, तथा प्रवासी, पितृहीन और विधवा, जो तेरे नगर के भीतर रहते हैं, आएंगे और उसको खाकर तृप्त होंगे। तेरे इस कार्य के करण तेरा प्रभु परमेश्वर तेरे सब काम-धन्धों पर आशिष देगा।
तू उसे अवश्य उधार देना। जब तू उसे उधार देगा तब तेरे हृदय को बुरा न लगे, क्योंकि इसी बात के कारण तेरा प्रभु परमेश्वर तेरे सब कार्यों पर, तेरे सब उद्यम पर आशिष देगा।
जैसे तेरे प्रभु परमेश्वर ने तुझे वचन दिया है, वह तुझे आशिष देगा, और तू धन-सम्पन्न होकर अनेक जातियों-राष्ट्रों को ऋण देगा, पर स्वयं तू ऋण नहीं लेगा। तू अनेक राष्ट्रों पर राज्य करेगा, पर वे तुझ पर राज्य नहीं करेंगे।
तू विदेशी को ब्याज पर ऋण दे सकता है, पर अपने भाई-बन्धु को ब्याज पर ऋण मत देना। तब तेरा प्रभु परमेश्वर उस देश में, जिस पर अधिकार करने के लिए तू वहाँ जा रहा है, तेरे सब काम-धन्धों पर आशिष प्रदान करेगा।
प्रभु तेरे देश पर होने वाली वर्षा को धूल और रेत-कण में बदल देगा। जब तक तू नष्ट नहीं हो जाएगा तब तक वह आकाश से तुझ पर बरसती रहेगी।
तू उसको उधार नहीं देगा, वरन् वह तुझको उधार देगा। वह उच्च आसन पर प्रतिष्ठित होगा, और तू निम्न स्थान पर!