इस्राएल का परमेश्वर बोला, “इस्राएल की चट्टान” ने मुझसे यह कहा : “मनुष्यों पर न्यायपूर्वक राज्य करने वाला, परमेश्वर की भक्ति करते हुए शासन करने वाला शासक
व्यवस्थाविवरण 25:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यदि दो मनुष्यों के मध्य झगड़ा हो, तो वे न्यायालय में जाएंगे, क्योंकि न्यायाधीश ही उनका न्याय करेंगे। वे निर्दोष व्यक्ति को निर्दोष, और दोषी व्यक्ति को दोषी घोषित करेंगे। पवित्र बाइबल “यदि दो व्यक्तियों में झगड़ा हो तो उन्हें अदालत में जाना चाहिये। न्यायाधीश उनके मुकदमें का निर्णय करेंगे और बताएंगे कि कौन व्यक्ति सच्चा है तथा कौन अपराधी। Hindi Holy Bible यदि मनुष्यों के बीच कोई झगड़ा हो, और वे न्याय करवाने के लिये न्यायियों के पास जाएं, और वे उनका न्याय करें, तो निर्दोष को निर्दोष और दोषी को दोषी ठहराएं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “यदि मनुष्यों के बीच कोई झगड़ा हो, और वे न्याय करवाने के लिये न्यायियों के पास जाएँ, और वे उनका न्याय करें, तो निर्दोष को निर्दोष और दोषी को दोषी ठहराएँ, सरल हिन्दी बाइबल यदि दो व्यक्ति अपना विवाद लेकर न्यायालय को जाते हैं, और न्यायाध्यक्ष उनके विवाद पर अपना निर्णय दे देते हैं, निर्दोष को न्याय प्राप्त हो जाता है और दुष्ट को दंड. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “यदि मनुष्यों के बीच कोई झगड़ा हो, और वे न्याय करवाने के लिये न्यायियों के पास जाएँ, और वे उनका न्याय करें, तो निर्दोष को निर्दोष और दोषी को दोषी ठहराएँ। |
इस्राएल का परमेश्वर बोला, “इस्राएल की चट्टान” ने मुझसे यह कहा : “मनुष्यों पर न्यायपूर्वक राज्य करने वाला, परमेश्वर की भक्ति करते हुए शासन करने वाला शासक
तब तू स्वर्ग से उनका मुकदमा सुनना, और कार्य करना। प्रभु, अपने सेवकों का न्याय करना; दुर्जन को दुर्जन घोषित करना, और उसके आचरण का फल उसके सिर पर लौटाना। परन्तु सज्जन को सज्जन सिद्ध करना, और उसकी सज्जनता के अनुरूप उसे फल देना।
‘जब विश्वास-भंग का अपराध हो, चाहे वह बैल, गधे, भेड़, वस्त्र अथवा प्रत्येक खोई हुई वस्तु का दावा क्यों न हो, जिसके विषय में एक व्यक्ति कहता है; “यह मेरी है, ” तब ऐसे दोनों व्यक्तियों का मुकद्दमा परमेश्वर के सम्मुख लाया जाएगा। परमेश्वर जिसे अपराधी घोषित करेगा, वह अपने पड़ोसी को दुगुना वापस करेगा।
जो मनुष्य दुर्जनों का पक्ष लेता और सज्जनों को दोषी बताता है, उसके दोनों कार्य प्रभु की दृष्टि में घृणित हैं।
पर भलाई करना सीखो। न्याय के लिए प्रयत्न करो; अत्याचारी को सुधारो; अनाथ को न्याय दिलाओ, और विधवाओं का पक्ष लो।’
तेरे शासक कानून के विरोधी हैं, वे चोरों के साथी हैं। वे-सब रिश्वत के लोभी हैं। वे उपहारों के पीछे दौड़ते हैं। वे अनाथों का न्याय नहीं करते, और न विधवाओं का मुकदमा उन तक पहुंच ही पाता है।
वरन् वह गरीबों का न्याय धार्मिकता से करेगा, वह पृथ्वी के दीन-दलितों का निर्णय निष्पक्षता से करेगा। वह अपने शब्द-रूपी डंडे से अत्याचारियों पर प्रहार करेगा; वह मुंह की फूंक से दुष्टों का नाश करेगा।
धिक्कार है तुम्हें! तुम बुराई को भलाई, और भलाई को बुराई कहते हो। तुम प्रकाश को अन्धकार और अन्धकार को प्रकाश बताते हो। तुम विष को अमृत और अमृत को विष मानते हो।
तुम घूस लेकर अपराधी को छोड़ देते हो, और निर्दोष को उसके न्यायोचित अधिकार से वंचित कर देते हो।
‘मेरे निज लोगों में परस्पर लड़ाई-झगड़ा, वाद-विवाद होने पर वे न्यायाधीश होंगे, और मेरे न्याय-सिद्धान्तों के अनुसार मुकदमे का फैसला करेंगे। ‘वे मेरे निर्धारित पर्वों से सम्बन्धित मेरी सब विधियों, संविधियों का पालन करेंगे। वे मेरे विश्राम दिवस को पवित्र करेंगे।
हे प्रभु, तू निर्मल आंखोंवाला है, अत: तू बुराई को देख नहीं सकता। तू अन्याय को देख नहीं सकता। तब तू, प्रभु, बेईमान लोगों को क्यों देखता है? दुर्जन अपने से अधिक धार्मिक जन को निगल जाता है; तब भी तू चुप है। क्यों?
व्यवस्था कमजोर पड़ गई, न्याय का प्रभाव समाप्त हो गया। दुर्जनों ने धार्मिक जन को घेर लिया; न्याय का गला घोंट दिया गया।’
तुम धार्मिक और अधार्मिक में पुन: भेद पहचानोगे; तुम जानोगे कि कौन व्यक्ति मुझ-परमेश्वर की सेवा करता है, और कौन व्यक्ति मेरी सेवा नहीं करता।’
अब पेड़ों की जड़ पर कुल्हाड़ा लग चुका है। जो पेड़ अच्छा फल नहीं देता, वह काटा और आग में झोंक दिया जाएगा।
जो आदेश वे तुझे देंगे, जो न्याय-निर्णय वे तुझ पर घोषित करेंगे, उनके अनुसार ही तू कार्य करना। जो निर्णय वे तुझे घोषित करेंगे, उससे न दाहिनी ओर और न बायीं ओर मुड़ना।
स्मरण रखना कि तू भी मिस्र देश में गुलाम था। इसलिए यह कार्य करने के लिए आज मैं तुझे आदेश दे रहा हूँ।