तुम उनसे कहना, “महाराज ने यों कहा है : तुम इस आदमी को कारागार में बन्द रखो। जब तक मैं युद्ध से सकुशल लौट न आऊं तब तक तुम इसे बस इतना भोजन देना कि यह जीवित रह सके।”
व्यवस्थाविवरण 16:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तू उस पशु-बलि के साथ खमीरी रोटी मत खाना। तू सात दिन तक उसके साथ बेखमीर रोटी, “दु:ख की रोटी” खाना, क्योंकि तू मिस्र देश से हड़बड़ी में निकला था। इस प्रकार तू अपने जीवन भर उस दिन को स्मरण रखेगा, जब तू मिस्र देश से बाहर निकला था। पवित्र बाइबल इस भेंट के साथ खमीर वाली रोटी मत खाओ। तुम्हें सात दिन तक अखमीरी रोटी खानी चाहिए। इस रोटी को ‘विपत्ति की रोटी’ कहते हैं। यह तुम्हें मिस्र में जो विपत्तियाँ तुम पर पड़ी उसे याद दिलाने में सहायता करेंगे। याद करो कि कितनी शीघ्रता से तुम्हें वह देश छोड़ना पड़ा। तुम्हें उस दिन को तब तक याद रखना चाहिए जब तक तुम जीवित रहो। Hindi Holy Bible उसके संग कोई खमीरी वस्तु न खाना; सात दिन तक अखमीरी रोटी जो दु:ख की रोटी है खाया करना; क्योंकि तू मिस्र देश से उतावली करके निकला था; इसी रीति से तुझ को मिस्र देश से निकलने का दिन जीवन भर स्मरण रहेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसके संग कोई ख़मीरी वस्तु न खाना; सात दिन तक अख़मीरी रोटी जो दु:ख की रोटी है खाया करना; क्योंकि तू मिस्र देश से उतावली करके निकला था; इस रीति से तुझ को मिस्र देश से निकलने का दिन जीवन भर स्मरण रहेगा। सरल हिन्दी बाइबल इस भोजन में खमीर बिलकुल न मिला हो. सात दिनों तक तुम खमीर रहित भोजन—दुःख का भोजन—का उपभोग ही करोगे; क्योंकि मिस्र देश से तुम्हारा निकलना जल्दी में हुआ था. इस उत्सव का एकमात्र उद्देश्य यही है कि तुम जीवन भर मिस्र से निकलने के दिन को याद रख सको. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसके संग कोई ख़मीरी वस्तु न खाना; सात दिन तक अख़मीरी रोटी जो दुःख की रोटी है खाया करना; क्योंकि तू मिस्र देश से उतावली करके निकला था; इसी रीति से तुझको मिस्र देश से निकलने का दिन जीवन भर स्मरण रहेगा। (1 कुरि. 5:8) |
तुम उनसे कहना, “महाराज ने यों कहा है : तुम इस आदमी को कारागार में बन्द रखो। जब तक मैं युद्ध से सकुशल लौट न आऊं तब तक तुम इसे बस इतना भोजन देना कि यह जीवित रह सके।”
तुम व्यर्थ ही तड़के उठते, और देर से सोते हो, तुम व्यर्थ ही कठोर परिश्रम की रोटी खाते हो, क्योंकि प्रभु ही अपने प्रियजनों को नींद प्रदान करता है।
तुम उसे ऐसी स्थिति में खाओगे : अपनी कमर कसे, पैरों में जूते पहिने और हाथ में लाठी लिये हुए तुम मांस को शीघ्रता से खाना। यह प्रभु का ‘पारगमन’ है।
तुम बेखमीर रोटी के पर्व का पालन करना। इस दिन मैं तुमको दल-बल सहित मिस्र देश से बाहर निकाल लाया हूं। इसलिए तुम पीढ़ी से पीढ़ी तक स्थायी संविधि के रूप में इस दिन का पालन करना।
जो गून्धा हुआ आटा वे मिस्र देश से लाए थे, उन्होंने उससे बेखमीर रोटी बनाई। अभी तक आटे में खमीर नहीं मिलाया गया था, क्योंकि इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाला गया था। वे न तो कुछ समय के लिए वहाँ ठहर सके थे और न अपनी यात्रा के लिए भोजन-आदि पका ही सके थे।
वे उसी रात मेमने का मांस अग्नि में भूनकर खाएँगे। वे मांस को बेखमीर रोटी और कड़वे साग-पात के साथ खाएँगे।
‘तू बेखमीर रोटी का पर्व मनाना। जैसी आज्ञा मैंने तुझे दी है, उसके अनुसार तू निर्धारित समय पर आबीब महीने में सात दिन तक बेखमीर रोटी खाना; क्योंकि तू उस आबीब महीने में मिस्र देश से बाहर निकला था।
पर तुम्हें वहाँ से हड़बड़ी में नहीं निकलना होगा; तुम्हें प्राण बचाकर भागना ही नहीं पड़ेगा; क्योंकि प्रभु तुम्हारे आगे-आगे चलेगा, इस्राएल का परमेश्वर तुम्हारे पीछे-पीछे रक्षक बन कर चलेगा।
और इसी महीने के पन्द्रहवें दिन प्रभु के लिए बेखमीर रोटी का यात्रा-पर्व मनाया जाएगा। तुम सात दिन तक बेखमीर रोटी खाना।
मैं दाऊद के परिवार और यरूशलेम के निवासियों पर कृपा और प्रार्थना की आत्मा उण्डेलूंगा। अत: वे मुझ पर दृष्टि डालेंगे। जिस व्यक्ति को उन्होंने बेधा है उसके लिए वे विलाप करेंगे, जैसे कोई अपने मृत इकलौते पुत्र के लिए विलाप करता है। वे रोएंगे, जैसे कोई अपने ज्येष्ठ पुत्र की मृत्यु पर रोता है।
ऐसे मनुष्य दूसरे महीने के चौदहवें दिन, सन्ध्या के समय उसको मनाएंगे। वे पास्का के बलि-पशु के मांस को बेखमीर रोटी एवं कड़ुए साग-पात के साथ खाएंगे।
येशु ने रोटी ली और धन्यवाद की प्रार्थना करने के बाद उसे तोड़ा और यह कहते हुए शिष्यों को दिया, “यह मेरी देह है, जो तुम्हारे लिए दी जा रही है। यह मेरी स्मृति में किया करो”।
इसलिए हमें न तो पुराने ख़मीर से और न बुराई और दुष्टता के ख़मीर से, बल्कि शुद्धता और सच्चाई की बेख़मीर रोटी से पर्व मनाना चाहिए।
तू अपनी भेड़-बकरी, गाय-बैल में से पास्का के पशु को अपने प्रभु परमेश्वर के लिए उस स्थान में बलि करना, जिसको प्रभु स्वयं चुनेगा और अपने नाम को वहां प्रतिष्ठित करेगा।
‘तुम सावधान रहना! अपने प्रति सतर्क रहना! ऐसा न हो कि जो बातें तुम्हारी आंखों ने देखी हैं, उनको तुम भूल जाओ। ऐसा न हो कि वे जीवन भर के लिए तुम्हारे हृदय से दूर हो जाएं। वरन् तुम उन्हें अपने पुत्र-पुत्रियों और पौत्र-पौत्रियों को बताना।
आप ने हमारा तथा प्रभु का अनुसरण किया और घोर कष्टों का सामना करते हुए पवित्र आत्मा की प्रेरणा से आनन्दपूर्वक शुभसंदेश स्वीकार किया।
तब तुम उनसे कहना, “प्रभु की विधान-मंजूषा के सम्मुख यर्दन नदी का जल-प्रवाह रुक गया था। जब प्रभु की विधान-मंजूषा ने यर्दन नदी पार की, तब उसका जल सूख गया था।” अत: ये पत्थर इस्राएली समाज के लिए सदा-सर्वदा स्मारक-चिह्न माने जाएंगे।’