दाऊद ने आदेश दिया, ‘इनमें से चौबीस हजार उप-पुरोहित प्रभु-भवन के सेवा-कार्यों को करेंगे; छ: हजार अधिकारी तथा शासक,
व्यवस्थाविवरण 16:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तू प्रत्येक कुल में शासक और शास्त्री चुनना और उन्हें हर नगर पर, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे दे रहा है, नियुक्त करना। वे जनता का धार्मिकता से न्याय करेंगे। पवित्र बाइबल “यहोवा तुम्हारा परमेश्वर जिन नगरों को तुम्हें दे रहा है उनमें से हर एक नगर में तुम्हें अपने परिवार समूह के लिए न्यायाधीश और अधिकारी बनाना चाहिए। इन न्यायाधीशों और अधिकारियों को जनता के साथ सही और ठीक न्याय करना चाहिए। Hindi Holy Bible तू अपने एक एक गोत्र में से, अपने सब फाटकों के भीतर जिन्हें तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ को देता है न्यायी और सरदार नियुक्त कर लेना, जो लोगों का न्याय धर्म से किया करें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “तू अपने एक एक गोत्र में से, अपने सब फाटकों के भीतर जिन्हें तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ को देता है न्यायी और सरदार नियुक्त कर लेना, जो लोगों का न्याय धर्म से किया करें। सरल हिन्दी बाइबल उन नगरों में, जो याहवेह तुम्हारे परमेश्वर तुम्हें, तुम्हारे गोत्रों के अनुसार प्रदान कर रहे हैं, तुम वहां न्यायाध्यक्ष और अधिकारी नियुक्त करोगे, वे ही सच्चाई से प्रजा का न्याय किया करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “तू अपने एक-एक गोत्र में से, अपने सब फाटकों के भीतर जिन्हें तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको देता है न्यायी और सरदार नियुक्त कर लेना, जो लोगों का न्याय धार्मिकता से किया करें। |
दाऊद ने आदेश दिया, ‘इनमें से चौबीस हजार उप-पुरोहित प्रभु-भवन के सेवा-कार्यों को करेंगे; छ: हजार अधिकारी तथा शासक,
यिसहार के वंश में से कनन्याह तथा उसके पुत्रों को इस्राएली राज्य के राज-काज को संभालने के लिए नियुक्त किया गया। ये लिपिक और न्यायाधीश थे।
‘और तुम एज्रा, तुम्हें परमेश्वर ने बुद्धि प्रदान की है। तुम इसी बुद्धि के अनुसार न्यायाधीश और सचिव नियुक्त करना। ये व्यक्ति तुम्हारे परमेश्वर की व्यवस्था के जानकार होने चाहिए। यदि ये उसको नहीं जानते होंगे, तो तुम उनको सिखाना; क्योंकि ये फरात नदी के पश्चिम समस्त प्रदेश में रहने वाले लोगों के शासक होंगे।
अब तुम सब इस्राएली लोगों में योग्य, परमेश्वर के भक्त, सत्य-निष्ठ और घूस से घृणा करने वाले व्यक्ति चुनो। ऐसे व्यक्तियों को हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास एवं दस-दस के समूह पर शासक नियुक्त करो।
‘जब मनुष्य मार-पीट करें, और गर्भिणी स्त्री को इतनी चोट लगे कि उसका गर्भपात हो जाए परन्तु और कुछ हानि न हो, तब स्त्री के पति की मांग के अनुसार मारनेवाले व्यक्ति को अर्थ-दण्ड दिया जाएगा। जितना पंच निश्चित करेंगे, उतना उसे देना होगा।
तो उसका स्वामी उसे परमेश्वर के निकट लाएगा। उसका स्वामी उसे द्वार अथवा चौखट के निकट लाकर सूजे से उसका कान छेदेगा। तत्पश्चात् वह अपने स्वामी की सदा गुलामी करेगा।
उसका पति नगर के प्रवेश-द्वार पर नगर के धर्मवृद्धों के साथ पंचायत में बैठता है, सब उसका सम्मान करते हैं।
“तुम लोगों ने सुना है कि पूर्वजों से कहा गया था : ‘हत्या मत करना।’ यदि कोई हत्या करे, तो वह कचहरी में दण्ड के योग्य ठहराया जाएगा।
परन्तु मैं तुम से कहता हूँ, जो कोई अपने भाई अथवा बहिन पर क्रोध करता है, वह कचहरी में दण्ड के योग्य ठहराया जाएगा। यदि वह अपने भाई अथवा बहिन से अपशब्द कहे, तो वह धर्म-महासभा में दण्ड के योग्य ठहराया जाएगा और जो कोई अपने भाई अथवा बहिन से कहेगा, ‘अरे मूर्ख’, तो वह नरक की आग के योग्य ठहराया जाएगा।
तेरे परिवार का प्रत्येक व्यक्ति अपने सामर्थ्य के अनुरूप, तथा जो आशिष तेरे प्रभु परमेश्वर ने तुझे दी है, उसके अनुसार भेंट अर्पित करेगा।
तू न्याय को भ्रष्ट मत करना। तू पक्षपात नहीं करना। तू घूस मत लेना; क्योंकि घूस बुद्धिमान व्यक्ति की आंख को बन्द कर देती है। वह धार्मिकों के न्याय-पक्ष को उलट देती है।
जो व्यक्ति ढिठाई करके तेरे प्रभु परमेश्वर की सेवा में प्रस्तुत पुरोहित की अथवा उस शासक की आज्ञा का उल्लंघन करेगा, उसे निश्चय ही मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा। यों तू इस्राएल से इस बुराई को अवश्य दूर करना।
तू लेवीय पुरोहितों और उस समय के शासक के पास जाना। वे जांच-पड़ताल करेंगे, और तेरे लिए न्याय-निर्णय करेंगे।
तो तेरे धर्मवृद्ध तथा शासक वहाँ जाएंगे। वे लाश और उसके चारों ओर के नगरों के मध्य की दूरी नापेंगे।
‘यदि दो मनुष्यों के मध्य झगड़ा हो, तो वे न्यायालय में जाएंगे, क्योंकि न्यायाधीश ही उनका न्याय करेंगे। वे निर्दोष व्यक्ति को निर्दोष, और दोषी व्यक्ति को दोषी घोषित करेंगे।