प्रत्येक मनुष्य अपनी दृष्टि में अपने आचरण को उचित समझता है, परन्तु प्रभु उसके हृदय को जांचता है।
व्यवस्थाविवरण 12:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘जैसा आज हम कार्य कर रहे हैं, वैसा तुम मत करना : प्रत्येक व्यक्ति वही कार्य कर रहा है, जो उसकी दृष्टि में उचित है। पवित्र बाइबल “उस समय तुम्हें उसी प्रकार उपासना करते नहीं रहना चाहिए जिस प्रकार हम उपासना करते आ रहे हैं। अभी तक हममें से हर एक जैसा चाहे परमेश्वर की उपासना कर रहा था। Hindi Holy Bible जैसे हम आजकल यहां जो काम जिस को भाता है वही करते हैं वैसा तुम न करना; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जैसे हम आजकल यहाँ जो काम जिसको भाता है वही करते हैं वैसा तुम न करना; सरल हिन्दी बाइबल वहां तुम ऐसा कुछ भी नहीं करोगे, जो तुम आज यहां कर रहे हो. अब तक तो तुममें से हर एक को जैसा भी सही लगता था करता जाता था, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जैसे हम आजकल यहाँ जो काम जिसको भाता है वही करते हैं वैसा तुम न करना; |
प्रत्येक मनुष्य अपनी दृष्टि में अपने आचरण को उचित समझता है, परन्तु प्रभु उसके हृदय को जांचता है।
‘ओ इस्राएल के वंशजो! क्या तुम्हारे पूर्वजों ने चालीस वर्ष तक निर्जन प्रदेश में पशु-बलि और अन्न-बलि चढ़ाई थी? कदापि नहीं!
ये तुम्हारे लिए ऐसे फुंदने बनेंगे, जिनको देखकर तुम मुझ-प्रभु की आज्ञाओं का स्मरण तथा उनका पालन कर सकोगे। तब तुम अपने हृदय और आंखों का अनुसरण करके व्यभिचारिणी के सदृश विश्वासघात नहीं करोगे, जैसा तुम अब तक करते आए हो।
तब परमेश्वर उनसे विमुख हो गया और उसने उन्हें आकाश के नक्षत्रों की उपासना करने के लिए छोड़ दिया, जैसा कि नबियों की पुस्तक में लिखा है : ‘इस्राएलियो! क्या तुम लोगों ने निर्जन प्रदेश में चालीस वर्ष तक मुझे पशु-बलि तथा अन्न-बलि चढ़ायी थी? नहीं!
तुम वहीं अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख भोजन करना। तुम अपने समस्त परिवार के साथ अपने उद्यम के लिए आनन्द मनाना, जिस पर तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने आशिष दी है।
तुम अब तक विश्राम-स्थल पर, अपनी पैतृक-भूमि पर, जो तुम्हारा प्रभु परमेश्वर तुम्हें दे रहा है, नहीं पहुँचे हो।
यद्यपि मिस्र देश से बाहर निकलनेवाले सब पुरुषों का खतना हो चुका था, तथापि मिस्र देश से बाहर निकलने के बाद मार्ग में निर्जन प्रदेश में उत्पन्न होनेवाले बालकों का खतना नहीं हुआ था।
उन दिनों में इस्राएली समाज में राजा की प्रथा नहीं थी। हर एक व्यक्ति वही कार्य करता था, जो उसकी दृष्टि में उचित प्रतीत होता था।
उन दिनों में इस्राएली समाज में राजा की प्रथा न थी। हर एक व्यक्ति वही कार्य करता था जो उसकी दृष्टि में उचित प्रतीत होता था।