यदि ये लोग यरूशलेम नगर में प्रभु के भवन में बलि चढ़ाने के लिए जाएंगे तो इनका हृदय अपने स्वामी, यहूदा प्रदेश के राजा रहबआम की ओर उन्मुख हो जाएगा। ये मेरा वध कर देंगे, और यहूदा प्रदेश के राजा रहबआम की ओर लौट जाएंगे।’
व्यवस्थाविवरण 12:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु तुम अपने प्रभु परमेश्वर को उस स्थान में ढूंढ़ना जिसको वह स्वयं तुम्हारे सब कुलों की भूमि-भाग में से चुनेगा और वहाँ अपने नाम को प्रतिष्ठित करेगा तथा अपना निवास-स्थान बनाएगा। पवित्र बाइबल यहोवा तुम्हारा परमेश्वर अपने मन्दिर के लिए तुम्हारे परिवार समूह से विशेष स्थान चुनेगा। वह वहाँ अपना नाम प्रतिष्ठिट करेगा। तुम्हें उसकी उपासना करने के लिए उस स्थान पर जाना चाहिए। Hindi Holy Bible किन्तु जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे सब गोत्रों में से चुन लेगा, कि वहां अपना नाम बनाए रखे, उसके उसी निवासस्थान के पास जाया करना; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) किन्तु जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे सब गोत्रों में से चुन लेगा, कि वहाँ अपना नाम बनाए रखे, उसके उसी निवास–स्थान के पास जाया करना; सरल हिन्दी बाइबल मगर ज़रूरी है कि तुम याहवेह की वंदना उसी स्थान पर करोगे, जो याहवेह तुम्हारे परमेश्वर तुम्हारे समस्त गोत्रों को ठहराए हुए स्थानों में से चुनेंगे, कि वह वहां अपने घर के लिए अपनी प्रतिष्ठा की स्थापना करें, तुम उसी स्थान को जाओगे; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 किन्तु जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे सब गोत्रों में से चुन लेगा, कि वहाँ अपना नाम बनाए रखे, उसके उसी निवास-स्थान के पास जाया करना; |
यदि ये लोग यरूशलेम नगर में प्रभु के भवन में बलि चढ़ाने के लिए जाएंगे तो इनका हृदय अपने स्वामी, यहूदा प्रदेश के राजा रहबआम की ओर उन्मुख हो जाएगा। ये मेरा वध कर देंगे, और यहूदा प्रदेश के राजा रहबआम की ओर लौट जाएंगे।’
यहूदा प्रदेशों में सुलेमान का पुत्र रहबआम राज्य करता था। जब उसने राज्य करना आरम्भ किया, तब उसकी आयु इकतालीस वर्ष की थी। उसने राजधानी यरूशलेम में सत्रह वर्ष तक राज्य किया। प्रभु ने अपने नाम को प्रतिष्ठित करने के लिए इस्राएल के समस्त कुलों के भूमि-क्षेत्रों से इस यरूशलेम नगर को चुना था। रहबआम की मां का नाम नामाह था। वह अम्मोन देश की थी।
उसने यह कहा था, “जिस दिन मैंने अपने निज लोग इस्राएलियों को मिस्र देश से बाहर निकाला, उस दिन से आज तक मैंने इस्राएली कुलों का कोई भी नगर नहीं चुना कि मैं एक भवन बनाऊं और वहां मेरा नाम प्रतिष्ठित हो। परन्तु मैंने अपने निज लोगों पर शासन करने के लिए दाऊद को चुना।”
प्रभु ने अपने वचन को इस प्रकार पूरा किया : मैंने अपने पिता दाऊद का स्थान ग्रहण किया। मैं इस्राएली राष्ट्र के सिंहासन पर बैठा, जैसा प्रभु ने कहा था। मैंने इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के नाम की महिमा के लिए भवन का निर्माण किया।
‘हे परमेश्वर, क्या तू पृथ्वी पर रह सकता है? देख, ऊंचे से ऊंचा आकाश भी तुझे नहीं समा सकता। तब तू मेरे इस भवन में, जिसको मैंने बनाया है, कैसे समाएगा?
इस भवन की ओर, जिसके विषय में तूने यह कहा था, “मेरा नाम वहाँ प्रतिष्ठित होगा” , तेरी आंखें दिन-रात खुली रहें। इस स्थान के संबंध में तेरा सेवक जो प्रार्थना कर रहा है, उसको तू सुन।
पर यदि तुम मुझसे यह कहोगे, “हमने अपने प्रभु परमेश्वर पर भरोसा किया,” तो मैं तुमसे यह कहता हूँ : क्या यह वही प्रभु परमेश्वर नहीं है, जिसके पहाड़ी शिखर के आराधना-गृह तथा वेदियां हिजकियाह ने हटा दी हैं, और जिसके लिए हिजकियाह ने यहूदा प्रदेश और यरूशलेम के निवासियों को यह आदेश दिया है, “तुम यरूशलेम की वेदी के सम्मुख ही आराधना करना?”
दाऊद ने कहा, ‘इस स्थान पर प्रभु परमेश्वर का भवन होगा, और यहीं इस्राएली राष्ट्र के लिए अग्नि-बलि की वेदी भी बनेगी।’
प्रभु ने रात में सुलेमान को दर्शन दिया, और उससे कहा, ‘मैंने तेरी प्रार्थना सुनी, मैंने इस स्थान को अपने लिए बलि-भवन के रूप में चुना है।
उस समय येशुअ बेन-योसादाक अपने सहयोगी पुरोहितों के साथ तथा जरूब्बाबेल बेन-शालतिएल अपने भाई-बन्धुओं के साथ तैयार हुए। उन्होंने परमेश्वर के भक्त-जन मूसा की व्यवस्था के अनुसार वेदी पर अग्नि-बलि चढ़ाने के लिए इस्राएल के परमेश्वर की वेदी बनाई।
परमेश्वर, जिसने अपने नाम को वहां प्रतिष्ठित किया है, उस राजा को, उस कौम को तहस-नहस कर दे जो मेरी आज्ञा को बदलेगा, अथवा यरूशलेम में स्थित परमेश्वर के भवन को नष्ट करने के लिए उसकी ओर हाथ बढ़ाएगा। मैं-दारा यह राजाज्ञा प्रसारित करता हूं। इसका पूरी तरह पालन किया जाए!’
इस धन से तुम निष्ठापूर्वक बछड़े, मेढ़े और मेमने खरीदना, और इनके साथ चढ़ाने के लिए अन्नबलि और पेयबलि की सामग्री भी खरीदना। तत्पश्चात् तुम यरूशलेम में स्थित परमेश्वर के भवन की वेदी पर उनको अर्पित करना।
पर यदि तुम मेरी ओर लौटोगे, मेरी आज्ञाओं का पालन करोगे, उनके अनुरूप आचरण करोगे तो मैं आकाश के कोने-कोने से तुम्हारे बिखरे हुए लोगों को उस स्थान पर एकत्र करूंगा, जिसे मैं अपने नाम को प्रतिष्ठित करने के लिए चुनूंगा।”
प्रभु मेरी शक्ति और मेरा सामर्थ्य है; वह मेरा उद्धार बना है; यही मेरा परमेश्वर है; मैं इसकी स्तुति करूँगा; यही मेरे पूर्वजों का परमेश्वर है, मैं इसका गुणगान करूँगा।
तू मिट्टी की एक वेदी बनाना और उस पर मुझे अपनी अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि, अपनी भेड़ और बैल की बलि चढ़ाना। प्रत्येक स्थान में, जहाँ मैं अपना नाम स्मरण के लिए प्रतिष्ठित करता हूं, वहाँ मैं आकर तुझे आशीष दूंगा।
मैं वहाँ तुझसे भेंट किया करूँगा। जो आज्ञाएँ मैं तुझे इस्राएली समाज के लिए दूँगा, उनके विषय में मैं तुझसे दया-आसन के ऊपर से, साक्षी-मंजूषा पर स्थापित दोनों करूबों के मध्य से, वार्तालाप करूँगा।
‘प्रभु यों कहता है: जा, प्रभु-गृह के आंगन में खड़ा हो और मेरे भवन में यहूदा प्रदेश के नगरों से आनेवाले आराधकों से यह कह। मैं तुझसे जो बातें कहूंगा, वह सब उन से कहना, एक शब्द भी उन से मत छिपाना।
‘जाओ, अब मेरे उस निवास-स्थान को जाओ, जो शीलोह नगर में था, जहां सर्वप्रथम मैंने अपना नाम प्रतिष्ठित किया था। अब उस को देखो। मैंने अपने निज लोग इस्राएलियों के दुष्कर्मों के कारण उसको तहस-नहस कर दिया है।
इसलिए, सुनो: जो भवन मेरे नाम से प्रसिद्ध है, और जिस पर तुम भरोसा करते हो, और जो मैंने तुम्हें और तुम्हारे पूर्वजों को दिया था, उसको मैं शीलोह के समान तहस-नहस कर दूंगा।
और उसको मिलन-शिविर के द्वार पर नहीं लाता है कि प्रभु के निवास-स्थान के सम्मुख प्रभु को भेंट रूप में उसे अर्पित करे, तो उस व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाया जाएगा। उसने रक्त बहाया है। ऐसा व्यक्ति अपने लोगों में से नष्ट किया जाएगा।
मूसा प्रभु से वार्तालाप करने के लिए मिलन-शिविर में गए। वहाँ उन्होंने दया-आसन के ऊपर साक्षी-मंजूषा पर स्थापित दोनों करूबों के मध्य से यह वाणी सुनी, जो उनसे बात कर रही थी।
तब तुम उस स्थान पर, जिसको तुम्हारा प्रभु परमेश्वर चुनेगा और अपने नाम को वहां प्रतिष्ठित करेगा, ये सब वस्तुएं लाना, जिनका आदेश मैंने तुम्हें दिया है : तुम्हारी अग्नि-बलि और पशु-बलि, तुम्हारा दशमांश तथा भेंट जिसको तुम चढ़ाते हो, और तुम्हारी समस्त मन्नत-बलि, जिसकी मन्नत तुम प्रभु से मानते हो।
परन्तु तू, तेरे पुत्र-पुत्री, सेवक-सेविका और तेरे नगर के भीतर रहनेवाला लेवी जन उनको तेरे प्रभु परमेश्वर के सम्मुख उस स्थान में खाएगा, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर स्वयं चुनेगा। तू अपने समस्त उद्यम के लिए प्रभु परमेश्वर के सम्मुख आनन्द मनाना।
जैसा वे हर स्थान पर पूजा-स्थल बनाते हैं, वैसा तुम अपने प्रभु परमेश्वर के लिए मत बनाना।
तब अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख उस स्थान में, जिसको वह अपना नाम प्रतिष्ठित करने के लिए चुनेगा, तू अपने अन्न, अंगूर के रस और तेल का दशमांश तथा गाय-बैल और भेड़-बकरी के पहिलौठे का मांस खाना, जिससे तू अपने प्रभु परमेश्वर की सदा भक्ति करना सीखेगा।
जब तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे आशिष देगा, पर यदि उस स्थान का मार्ग तेरे लिए बहुत लम्बा होगा, जिससे तू अपना दशमांश वहाँ नहीं ले जा सकेगा, क्योंकि वह स्थान, जिसको तेरे प्रभु परमेश्वर अपना नाम स्थापित करने के लिए चुनेगा, तुझ से बहुत दूर है,
तू प्रति वर्ष अपने परिवार के साथ अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख उस स्थान में अर्पित पशु का मांस खाना, जिसको प्रभु चुनेगा।
तू अपने पुत्र-पुत्रियों, सेवक-सेविकाओं, तथा तेरे नगर में रहने वाले लेवीय जन, तेरे मध्य में रहने वाले प्रवासियों, पितृहीनों, और विधवाओं के साथ, अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख उस स्थान में आनन्द मनाना, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर स्वयं चुनेगा और अपने नाम को वहां प्रतिष्ठित करेगा।
तू अपने प्रभु परमेश्वर के लिए उस स्थान में सात दिन तक पर्व मनाना, जिसको तेरा प्रभु चुनेगा। तेरा प्रभु परमेश्वर तेरी समस्त उपज पर, तेरे सब कामों पर आशिष देगा, जिससे तू आनन्दमग्न हो जाएगा।
तू अपनी भेड़-बकरी, गाय-बैल में से पास्का के पशु को अपने प्रभु परमेश्वर के लिए उस स्थान में बलि करना, जिसको प्रभु स्वयं चुनेगा और अपने नाम को वहां प्रतिष्ठित करेगा।
वरन् तू पास्का के पशु को सन्ध्या समय, ठीक सूर्यास्त के समय जब तू मिस्र देश से बाहर निकला था, उस स्थान में बलि करना, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर चुनेगा और अपने नाम को वहां प्रतिष्ठित करेगा।
तू उसी स्थान में, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर स्वयं चुनेगा, मांस को पकाना और खाना। फिर सबेरे तू लौटकर अपने तम्बू में चले जाना।
‘यदि तेरे सम्मुख हत्या, कानूनी विवाद, प्रहार अथवा तेरे नगर का कोई भी मुकदमा प्रस्तुत हो और वह तुझे अत्यन्त कठिन जान पड़े, तो तू उस स्थान को जाना जो तेरा प्रभु परमेश्वर चुनेगा।
‘यदि कोई लेवीय जन इस्राएल के किसी भी नगर से, जहां वह प्रवास करता है, उस स्थान में आता है (जब उसकी इच्छा हो, वह आ सकता है) जिसको प्रभु चुनेगा,
तब तू भूमि की समस्त प्रथम फल में से कुछ उपज लेना, जो तूने उस देश में उत्पन्न की है जिसको तेरे प्रभु परमेश्वर ने तुझे दिया है। तू उसको एक टोकरी में रखना, और उस स्थान को जाना, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर चुनेगा और वहां अपना नाम प्रतिष्ठित करेगा।
सब इस्राएली अपने प्रभु परमेश्वर के सम्मुख उस स्थान पर उपस्थित होंगे, जिसको वह स्वयं चुनेगा। तब तुम समस्त इस्राएलियों के सम्मुख इस व्यवस्था को इस प्रकार पढ़ना कि सब उसको सुन सकें।
आप लोग सियोन पर्वत, जीवन्त परमेश्वर के नगर, स्वर्गीय यरूशलेम के पास पहुँचे हैं, जहाँ लाखों स्वर्गदूत आनन्द-उत्सव मनाते हैं
इस्राएली समाज की समस्त मंडली शिलोह नगर में एकत्र हुई। उन्होंने वहाँ मिलन-शिविर की स्थापना की। समस्त देश पर उनका अधिकार हो चुका था। देश उनके सम्मुख प्रस्तुत था।
शेष इस्राएली लोगों ने यह सुना : ‘देखो, रूबेन और गाद कुल के तथा अर्ध मनश्शे गोत्र के लोगों ने कनान देश की सीमा पर, यर्दन नदी के उस पार हमारे क्षेत्र के सामने गलीलोत में एक वेदी निर्मित की है।’
पर उस दिन यहोशुअ ने उन्हें प्रभु की वेदी और इस्राएली मंडली के लिए लकड़ी काटने वाले लकड़हारे और पानी भरने वाले भिश्ती नियुक्त किए। जिस स्थान को प्रभु ने चुना और जहाँ उसने अपनी वेदी प्रतिष्ठित की, वहां वे आज तक यही सेवा करते हैं।
मैंने फिर देखा। मेमना सियोन पर्वत पर खड़ा है। उसके साथ एक लाख चौवालीस हजार व्यक्ति हैं, जिनके माथे पर उसका नाम और उसके पिता का नाम अंकित है।