सुलेमान के राज्य-काल में यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के मध्य शान्ति बनी रही। दान नगर से बएर-शेबा नगर तक की सीमा के अन्तर्गत रहने वाला प्रत्येक नागरिक सुख-समृद्धि का जीवन व्यतीत करता था।
व्यवस्थाविवरण 12:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब तुम यर्दन नदी को पार कर लोगे, और उस देश में बस जाओगे, जो पैतृक अधिकार के लिए तुम्हारा प्रभु परमेश्वर तुम्हें दे रहा है, जब वह तुम्हारे चहुंओर के शत्रुओं से तुम्हें विश्राम देगा कि तुम सुरक्षित रूप से निवास कर सको, पवित्र बाइबल लेकिन तुम यरदन नदी को पार करोगे और उस देश में रहोगे जिसे यहोवा तुम्हारा परमेश्वर तुम्हें दे रहा है। वहाँ यहोवा तुम्हें सभी शत्रुओं से चैन से रहने देगा और तुम सुरक्षित रहोगे। Hindi Holy Bible परन्तु जब तुम यरदन पार जा कर उस देश में जिसके भागी तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें करता है बस जाओ, और वह तुम्हारे चारों ओर के सब शत्रुओं से तुम्हें विश्राम दे, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु जब तुम यरदन पार जाकर उस देश में जिसके भागी तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें करता है बस जाओ, और वह तुम्हारे चारों ओर के सब शत्रुओं से तुम्हें विश्राम दे, सरल हिन्दी बाइबल जब तुम यरदन नदी को पार करके उस देश में निवास करने लगो, जो याहवेह तुम्हारे परमेश्वर तुम्हें मीरास के लिए प्रदान कर रहे हैं, जहां वह तुम्हारे सारे निकटवर्ती शत्रुओं से तुम्हें सुरक्षा प्रदान करेंगे, कि तुम्हें इस ओर से शांति प्राप्त हो जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु जब तुम यरदन पार जाकर उस देश में जिसके भागी तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें करता है बस जाओ, और वह तुम्हारे चारों ओर के सब शत्रुओं से तुम्हें विश्राम दे, |
सुलेमान के राज्य-काल में यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के मध्य शान्ति बनी रही। दान नगर से बएर-शेबा नगर तक की सीमा के अन्तर्गत रहने वाला प्रत्येक नागरिक सुख-समृद्धि का जीवन व्यतीत करता था।
‘प्रभु धन्य है! उसने अपने वचन के अनुसार अपने निज लोग इस्राएलियों को एक विश्राम-स्थल प्रदान किया। जो-जो वचन उसने अपने सेवक मूसा से कहे थे, उनमें से एक वचन भी निष्फल नहीं हुआ।
‘क्या प्रभु परमेश्वर तुम्हारे साथ नहीं है? क्या उसने तुम्हारे चारों ओर शान्ति प्रदान नहीं की है? उसने इस देश के निवासियों को मेरे हाथ में सौंप दिया है। सारा देश प्रभु के सम्मुख उसके निज लोग इस्राएलियों के अधीन हो गया है।
किन्तु जो व्यक्ति मेरी बात सुनेगा, वह सुरक्षित निवास करेगा। वह बुराई से नहीं डरेगा; बल्कि सुख-चैन से रहेगा।’
उस के समय में यहूदा प्रदेश सुरक्षित रहेगा, और इस्राएल प्रदेश निश्चिंत निवास करेगा। वह इस नाम से प्रसिद्ध होगा “प्रभु हमारा धर्म है।” ’
किन्तु देखो, मैं-प्रभु इस्राएली लोगों को उन सब देशों से वापस लाऊंगा, जहां मैंने क्रोध, रोष और महा कोप में आ कर उन को हांक दिया था। निस्सन्देह मैं उनको वापस लाऊंगा, और वे मेरे कारण यहां निश्चिन्त निवास करेंगे।
वहां आनन्द-उल्लास का स्वर फिर सुनाई देगा, दूल्हा-दुल्हिन के हास-परिहास की आवाज सुनाई देगी। जब आराधक प्रभु के भवन में स्तुति-बलि चढ़ाने के लिए आएंगे तब वे आनन्द से यह गीत गाएंगे: “स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु को धन्यवाद दो, क्योंकि प्रभु भला है, उसकी करुणा सदा बनी रहती है।” मैं-प्रभु कहता हूं : मैं पहले के समान इस देश की दशा समृद्ध कर दूंगा।’
इस्राएली अपने देश में निश्चिंत निवास करेंगे। वे मकान बनाएंगे। वे अंगूर के उद्यान लगाएंगे। जिस-जिस पड़ोसी राष्ट्र ने उनके साथ शत्रुता का व्यवहार किया था, उसको मैं दण्ड दूंगा। उसके पश्चात् इस्राएली अपने देश में निर्भय होकर निवास करेंगे। तब उनको ज्ञात होगा कि मैं ही उनका प्रभु परमेश्वर हूं।’
‘मैं अपनी भेड़ों के साथ शान्ति का विधान स्थापित करूंगा। मैं उनके देश से जंगली पशुओं को निकाल दूंगा। तब वे निर्जन प्रदेश में निश्चिन्त होकर निवास करेंगी, और जंगल में सोएंगी।
तब वे विश्व के राष्ट्रों का शिकार नहीं बनेंगे, और जंगली जानवर उनको मार कर नहीं खाएंगे। निस्सन्देह वे अपने देश में निरापद निवास करेंगे, और उनको फिर कोई भयभीत नहीं करेगा।
तू यह सोचेगा, “मैं ऐसे ग्रामीण देश पर आक्रमण करूंगा, जो शहरपनाह से नहीं घिरा है। मैं उन लोगों पर हमला करूंगा, जो निश्चिंत निवास करते हैं। वे ऐसे मकानों में रहते हैं, जिनके चारों ओर दीवार नहीं है, जिन के घरों में सांकल और नगर के प्रवेश-द्वारों में अर्गलाएं नहीं हैं।”
अनेक दिन के पश्चात् मैं तेरी सुधि लूंगा, और तुझे मेरा आदेश प्राप्त होगा। अनेक वर्ष के पश्चात् मैं तुझको उस देश पर आक्रमण करने के लिए भेजूंगा, जो युद्ध के बाद पुन: निर्मित हुआ है। इस देश में अनेक देशों से लोग आकर बसे हैं। ये इस्राएल के पहाड़ी इलाके में निवास करते हैं, जो अब तक स्थायी रूप से निर्जन और उजाड़ पड़ा था। ये लोग भिन्न-भिन्न देशों की गुलामी से मुक्त होकर यहाँ लाए गए हैं, और अब, वे-सब इस देश में निश्चिन्त हो निवास कर रहे हैं।
तुम्हें यर्दन नदी को पार करना होगा कि तुम उस देश में प्रवेश कर उस पर अधिकार कर सको, जो तुम्हारा प्रभु परमेश्वर तुम्हें दे रहा है। जब तुम उस पर अधिकार कर लोगे और उस में बस जाओगे
तू पिस्गाह के शिखर पर चढ़। वहां से तू अपनी आंखें उत्तर-दक्षिण, पूर्व-पश्चिम की ओर उठाना, और स्वयं अपनी आंखों से देखना; क्योंकि तू इस यर्दन नदी के उस पार नहीं जा सकेगा।
मूसा ने बिन्यामिन कुल के विषय में यह कहा, ‘यह प्रभु का प्रियजन है। यह प्रभु के पास निरापद निवास करता है। प्रभु इसको दिन भर घेरे रहता है। वह इसकी दोनों पहाड़ियों के मध्य निवास करता है।’
इस्राएल निरापद निवास करता है। याकूब के पुत्र अन्न और अंगूर के देश में एकान्त में शत्रुओं से सुरक्षित हैं। वहां आकाश ओस की वर्षा करता है।
मेरी मृत्यु इसी देश में होगी। मैं यर्दन नदी के उस पार नहीं जाऊंगा। किन्तु तुम उस पार जाओगे, और उस उत्तम देश पर अधिकार करोगे।
‘ओ इस्राएल, सुन! आज तू अपने से अधिक महान और शक्तिशाली रष्ट्रों को निकालने के लिए यर्दन नदी पार करेगा। तू विशाल और गगन-चुम्बी परकोटे वाले नगरों को,
जैसा प्रभु मूसा से बोला था, उसके अनुसार यहोशुअ ने समस्त देश पर अधिकार कर लिया। उसने यह देश पैतृक अधिकार के लिए इस्राएली समाज को दे दिया। उसने उसको खण्डों में विभाजित किया, और प्रत्येक कुल को एक-एक खण्ड दे दिया। इस प्रकार युद्ध समाप्त हुआ, और देश को शान्ति मिली।
कनान देश में ये भूमि-भाग पैतृक-अधिकार में इस्राएलियों को प्राप्त हुए, जिन्हें पुरोहित एलआजर, यहोशुअ बेन-नून और इस्राएली कुलों के परिवारों के मुखियों ने उनके मध्य बांटा।
इस्राएली सूखी भूमि पर उस पार चलते गए। जब तक समस्त इस्राएली कौम ने यर्दन नदी पार नहीं कर ली तब तक प्रभु की विधान-मंजूषा वहन करनेवाले पुरोहित यर्दन नदी के मध्य सूखी भूमि पर स्थिर खड़े रहे।
जैसा मूसा ने रूबेन तथा गाद वंशियों और मनश्शे के आधे गोत्र से कहा था, उसके अनुसार वे हथियार बांधे शेष इस्राएलियों के आगे उस पार गए।
शमूएल ने एक पत्थर लिया, और उसको मिस्पाह और यशाना नगर के मध्य प्रतिष्ठित किया। उसने उसका नाम ‘एबन-एजर’ रखा। उसने कहा, ‘प्रभु ने इस स्थान तक हमारी सहायता की।’