इसलिए, तुममें प्रभु का भय हो। जो भी प्रशासनिक काम करो, उसको सोच-समझकर करो; क्योंकि हमारा प्रभु परमेश्वर न तो अन्यायी है, और न पक्षपाती, और न वह घूसखोर है।’
व्यवस्थाविवरण 10:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह पितृहीन और विधवा का न्याय करता है। वह तुम्हारे देश में रहने वाले प्रवासी व्यक्ति से प्रेम करता है, उसको भोजन-वस्त्र देता है। पवित्र बाइबल वह अनाथ बच्चों की सहायता करता है। वह विधवाओं की सहायता करता है। वह हमारे देश में अजनबियों से भी प्रेम करता है। वह उन्हें भोजन और वस्त्र देता है। Hindi Holy Bible वह अनाथों और विधवा का न्याय चुकाता, और परदेशियों से ऐसा प्रेम करता है कि उन्हें भोजन और वस्त्र देता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह अनाथों और विधवा का न्याय चुकाता, और परदेशियों से ऐसा प्रेम करता है कि उन्हें भोजन और वस्त्र देता है। सरल हिन्दी बाइबल वह अनाथों और विधवाओं का न्याय करते हैं. वह परदेशी के प्रति अपने प्रेम के निमित्त उसे भोजन और वस्त्र प्रदान करते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह अनाथों और विधवा का न्याय चुकाता, और परदेशियों से ऐसा प्रेम करता है कि उन्हें भोजन और वस्त्र देता है। |
इसलिए, तुममें प्रभु का भय हो। जो भी प्रशासनिक काम करो, उसको सोच-समझकर करो; क्योंकि हमारा प्रभु परमेश्वर न तो अन्यायी है, और न पक्षपाती, और न वह घूसखोर है।’
प्रभु परदेशी का रक्षक है, वह अनाथ एवं विधवा का सहारा है; पर वह दुर्जनों के मार्ग को कुटिल बनाता है।
परमेश्वर अपने पवित्र निवास स्थान में है; वह अनाथ बच्चे का पिता, और विधवाओं का रक्षक है।
परमेश्वर बेघर को घर में बसाता है, वह बन्दियों को मुक्त कर उन्हें प्रसन्न करता है, किन्तु उससे विद्रोह करने वाले उजाड़ भूमि पर बसते हैं।
‘एक ही प्रभु के अतिरिक्त देवताओं के लिए बलि चढ़ानेवाला व्यक्ति पूर्णत: नष्ट किया जाएगा।
‘तू किसी प्रवासी के साथ न तो अन्याय करना और न उसका दमन ही करना, क्योंकि तुम भी मिस्र देश में प्रवासी थे।
यदि तू उनको पीड़ा पहुँचाएगा और वे मेरी दुहाई देगें तो मैं निश्चय ही उनकी दुहाई सुनूंगा।
पर भलाई करना सीखो। न्याय के लिए प्रयत्न करो; अत्याचारी को सुधारो; अनाथ को न्याय दिलाओ, और विधवाओं का पक्ष लो।’
‘ओ ददान के निवासियो! अपने पितृहीन बच्चों को, मेरे पास छोड़ जाओ, मैं उनके जीवन की रक्षा करूंगा; तुम्हारी विधवाएं मुझ पर भरोसा करें।’
असीरिया हमें बचा नहीं सकता; युद्ध जीतने के लिए अब हम अश्वों पर भरोसा नहीं करेंगे। हाथों से बनाई गई मूर्तियों को अब हम “अपना ईश्वर” नहीं मानेंगे। प्रभु, तू ही हम अनाथों पर दया करता है।’
‘यदि तुम्हारा जाति-भाई अथवा बहिन दरिद्र हो जाए, और वह अपना हाथ तुम्हारे सम्मुख फैलाए तो तुम उसको संभालना। वह प्रवासी अथवा अस्थायी प्रवासी के समान तुम्हारे साथ निवास करेगा।
इससे तुम अपने स्वर्गिक पिता की सन्तान बन जाओगे; क्योंकि वह भले और बुरे, दोनों पर अपना सूर्य उगाता तथा धर्मी और अधर्मी, दोनों पर पानी बरसाता है।
फिर भी वह अपने भले कार्यों द्वारा अपने विषय में साक्षी देता रहा: वह आपके लिए आकाश से पानी बरसाता और नियत मौसम में फसलें उगाता है; वह अन्न प्रदान कर आपका हृदय आनन्द से भरता है।”
“प्रवासी, पितृहीन और विधवा के न्याय को भ्रष्ट करने वाला व्यक्ति शापित है।” सब लोग प्रत्युत्तर में कहेंगे, “ऐसा ही हो!”