मुख्य साकी ने उत्तर दिया, ‘क्या मेरे स्वामी ने केवल तुम्हारे स्वामी से, और तुमसे ये बातें कहने के लिए भेजा है? क्या मुझे परकोटे पर बैठे इन लोगों से बात करने के लिए नहीं भेजा है, जो तुम्हारे साथ अपना मल खाएंगे, और अपना मूत्र पिएंगे?’
विलापगीत 4:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्यास के कारण दूध पीनेवाले बच्चों की जीभ उनके तालू से चिपक गई। बच्चे रोटी मांग रहे हैं, परन्तु कोई भी उनको रोटी नहीं देता। पवित्र बाइबल प्यास के मारे अबोध शिशुओं की जीभ तालू से चिपक रही है। ये छोटे बच्चे रोटी को तरसते हैं। किन्तु कोई भी उन्हें कुछ भी खाने के लिये देता नहीं। Hindi Holy Bible दूधपीउवे बच्चों की जीभ प्यास के मारे तालू में चिपट गई है; बाल-बच्चे रोटी मांगते हैं, परन्तु कोई उन को नहीं देता। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दूध–पीते बच्चों की जीभ प्यास के मारे तालू में चिपट गई है; बाल–बच्चे रोटी माँगते हैं, परन्तु कोई उनको नहीं देता। सरल हिन्दी बाइबल अतिशय तृष्णा के कारण दूधमुंहे शिशु की जीभ उसके तालू से चिपक गई है; बालक भोजन की याचना करते हैं, किंतु कोई भी भोजन नहीं दे रहा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दूध-पीते बच्चों की जीभ प्यास के मारे तालू में चिपट गई है; बाल-बच्चे रोटी माँगते हैं, परन्तु कोई उनको नहीं देता। |
मुख्य साकी ने उत्तर दिया, ‘क्या मेरे स्वामी ने केवल तुम्हारे स्वामी से, और तुमसे ये बातें कहने के लिए भेजा है? क्या मुझे परकोटे पर बैठे इन लोगों से बात करने के लिए नहीं भेजा है, जो तुम्हारे साथ अपना मल खाएंगे, और अपना मूत्र पिएंगे?’
ग्यारहवें वर्ष के चौथे महीने के नौवें दिन जब नगर में भयंकर अकाल था, और आम जनता को भोजन नहीं मिल रहा था,
यदि मैं तुझे स्मरण न करूं, यदि यरूशलेम को अपने आनन्द से श्रेष्ठ न मानूं, तो मेरी जीभ मेरे तालू से चिपक जाए!
मेरा कंठ ठीकरे के समान सूख गया है और मेरी जीभ तालू से चिपक गई है; तू मुझे मृत्यु की धूल में मिला रहा है।
मेरे निज लोग ज्ञान के अभाव के कारण बन्दी होकर अपने देश से निर्वासित हो गये। प्रतिष्ठित लोग भी भूख से मर रहे हैं, और जनता प्यास से।
यरूशलेम के धनवान लोग पानी के लिए अपने सेवकों को भेज रहे हैं। सेवक कुएं-झरनों पर आते हैं, पर उनमें पानी नहीं है। अत: वे खाली घड़े लिये वापस लौट जा रहे हैं। वे उदास हैं, और नहीं जानते हैं कि क्या करें? वे सिर को ढक कर बैठे हुए हैं।
अब उसके सब निवासी कराहते हुए भोजन की तलाश में भटक रहे हैं। वे अपने प्राण बचाने के लिए बहुमूल्य वस्तुओं के बदले में भोजन खरीद रहे हैं। ‘हे प्रभु, मेरे कष्ट को देख, मुझ पर ध्यान दे! क्योंकि मैं कितनी तिरस्कृत हो गई हूं।’
‘अपने पैरों में लगी तुम्हारे नगर की धूल तक हम तुम्हारे सामने झाड़ देते हैं। तब भी यह जान लो कि परमेश्वर का राज्य निकट आ गया है।’
इसलिए तू भूखा, प्यासा, नंगा रहकर, हर प्रकार के अभाव में अपने शत्रुओं की सेवा करेगा, जिन्हें प्रभु तेरे विरुद्ध भेजेगा। जब तक वह तुझे नष्ट नहीं कर देगा, तब तक तेरी गर्दन पर लोहे का जुआ रखा रहेगा।
अकाल उन्हें तबाह कर देगा, घोर ताप से वे भस्म हो जाएंगे; असाध्य महामारियां उन्हें घेर लेंगी, मैं उनके विरुद्ध हिंसक पशु, भूमि पर रेंगनेवाले विषैले जन्तु भेजूंगा।