हम सबको एक न एक दिन मरना ही है। हम भूमि पर उण्डेले गए जल के समान हैं जिसको फिर एकत्र नहीं किया जा सकता है; और न परमेश्वर शव को खड़ा करता है। अब महाराज ऐसी योजना बनाएँ कि निर्वासित व्यक्ति उनसे दूर न रहे, वह देश-निकाला हुआ न रहे।
विलापगीत 3:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) स्वामी सदा के लिए मनुष्य का परित्याग नहीं करता। पवित्र बाइबल उस व्यक्ति को चाहिये वह याद रखे कि यहोवा किसी को भी सदा—सदा के लिये नहीं बिसराता। Hindi Holy Bible क्योंकि प्रभु मन से सर्वदा उतारे नहीं रहता, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि प्रभु मन से सर्वदा उतारे नहीं रहता, सरल हिन्दी बाइबल प्रभु का परित्याग चिरस्थायी नहीं हुआ करता. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि प्रभु मन से सर्वदा उतारे नहीं रहता, |
हम सबको एक न एक दिन मरना ही है। हम भूमि पर उण्डेले गए जल के समान हैं जिसको फिर एकत्र नहीं किया जा सकता है; और न परमेश्वर शव को खड़ा करता है। अब महाराज ऐसी योजना बनाएँ कि निर्वासित व्यक्ति उनसे दूर न रहे, वह देश-निकाला हुआ न रहे।
नहीं, प्रभु ने उन्हें थोड़ा-थोड़ा ताड़ित किया; उन्हें अपने देश से निर्वासित कर दंडित किया। जिस समय पूर्वी पवन बह रहा था, उसने उन्हें अपनी प्रचण्ड वायु से खदेड़ दिया।
‘मैं इस्राएल पर सदा अभियोग नहीं लगाता रहूंगा, और न सदा क्रुद्ध रहूंगा; क्योंकि मुझसे आत्मा निसृत होता है, मैंने ही जीवन का श्वास सृजा है।
प्रभु यों कहता है, ‘ऊपर आकाश को यदि नापना संभव है, अथवा यदि नीचे, पृथ्वी की नींव का पता लगाया जा सकता है, तो मैं इस्राएल के सब वंशजों को उन के समस्त दुष्कर्मों के कारण त्याग दूंगा। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।’
‘मैं उन के साथ शाश्वत विधान स्थापित करूंगा ताकि मैं उनकी भलाई निरन्तर करता रहूं। मैं उनके हृदय में अपने लिए भक्ति की भावना डालूंगा जिससे वे मेरी ओर से मुंह न मोड़ लें।
‘यिर्मयाह, क्या तूने ध्यान दिया कि ये लोग मेरे बारे में क्या कह रहे हैं? ये कहते हैं कि प्रभु ने जिन दो परिवारों को चुना था, उनको त्याग दिया है। यों ये मेरे निज लोगों को अपनी दृष्टि में तुच्छ समझने लगे हैं कि अब वे राष्ट्र नहीं रहे; एक कौम के रूप में मेरे निज लोगों का अस्तित्व समाप्त हो गया।
हे प्रभु, तेरे समान अधर्म को क्षमा करनेवाला, अपनी मीरास के बचे हुए लोगों के अपराध क्षमा करनेवाला और कौन ईश्वर है? तू सदा क्रोध नहीं करता, क्योंकि तू करुणा से प्रसन्न होता है।
प्रभु यों कहता है : ‘चाहे वे संख्या में असंख्य और बल में अपार क्यों न हों, मैं उन्हें नष्ट कर दूंगा और वे मिट जाएंगे। ओ मेरे निज लोगो, मैंने तुम्हें पीड़ित किया, पर अब मैं तुम्हें पीड़ित नहीं करूंगा।
प्रभु अपने महान् नाम के कारण अपने लोगों का त्याग नहीं करेगा; क्योंकि प्रभु ने अपनी इच्छा से तुम्हें अपने निज लोग बनाया है।