तब तामार ने शोक प्रकट करने के लिए अपने सिर पर राख डाली। अपना बाहोंवाला कुरता, जिसको वह पहिने हुए थी, फाड़ दिया। उसने अपना हाथ सिर पर रखा, और उच्च स्वर में रोती हुई चली गई।
विलापगीत 2:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सियोन की पुत्री के धर्मवृद्ध निराशा में डूबे भूमि पर बैठे हैं। उन्होंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने-अपने सिर पर राख डाली है, और टाट का वस्त्र पहिना है। यरूशलेम की कन्याएँ भूमि की ओर सिर झुकाकर विलाप कर रही हैं। पवित्र बाइबल सिय्योन के बुजुर्ग अब धरती पर बैठते हैं। वे धरती पर बैठते हैं और चुप रहते है। अपने माथों पर धूल मलते हैं और शोक वस्त्र पहनते हैं। यरूशलेम की युवतियाँ दु:ख में अपना माथा धरती पर नवाती हैं। Hindi Holy Bible सिय्योन की पुत्री के पुरनिये भूमि पर चुपचाप बैठे हैं; उन्होंने अपने सिर पर धूल उड़ाई और टाट का फेंटा बान्धा है; यरूशलेम की कुमारियों ने अपना अपना सिर भूमि तक झुकाया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सिय्योन की पुत्री के पुरनिये भूमि पर चुपचाप बैठे हैं; उन्होंने अपने सिर पर धूल उड़ाई और टाट का फेंटा बाँधा है; यरूशलेम की कुमारियों ने अपना अपना सिर भूमि तक झुकाया है। सरल हिन्दी बाइबल ज़ियोन की पुत्री के पूर्वज भूमि पर मौन बैठे हुए हैं; उन्होंने अपने सिर पर धूल डाल रखी है तथा उन्होंने टाट पहन ली है. येरूशलेम की युवतियों के सिर भूमि की ओर झुके हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सिय्योन की पुत्री के पुरनिये भूमि पर चुपचाप बैठे हैं; उन्होंने अपने सिर पर धूल उड़ाई और टाट का फेंटा बाँधा है; यरूशलेम की कुमारियों ने अपना-अपना सिर भूमि तक झुकाया है। |
तब तामार ने शोक प्रकट करने के लिए अपने सिर पर राख डाली। अपना बाहोंवाला कुरता, जिसको वह पहिने हुए थी, फाड़ दिया। उसने अपना हाथ सिर पर रखा, और उच्च स्वर में रोती हुई चली गई।
गलियों में लोग शोक वस्त्र पहिने हुए घूम रहे हैं। मकानों की छतों पर, चौराहों पर लोग छाती पीट-पीटकर रो रहे हैं; वे आंसू की नदी बहा रहे हैं।
उनकी देह में इत्र की सुगन्ध के स्थान पर दुर्गन्ध, कमर में पटुआ के बदले रस्सी होगी। उनके सावधानी से गुन्थे केशों के स्थान पर गंजापन होगा। वे कीमती साड़ी के स्थान पर टाट का कटि वस्त्र पहिनेंगी। उनके सौंदर्य-चिह्नों के स्थान पर गुलामी के दाग होंगे।
तेरे प्रवेश-द्वार विलाप करेंगे; वे शोक मनाएंगे; तू लुटी हुई, विधवा-स्त्री-सी भूमि पर बैठेगी।
तत्पश्चात् राजमहल का गृह-प्रबन्धक एलयाकीम बेन-हिलकियाह, महासहायक शेबनाह और राज-सचिव योआह बेन-आसाफ ने शोक प्रदर्शित करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े, और वे राजा हिजकियाह के पास लौटे। उन्होंने मुख्य साकी की बातें उसको बताईं।
ओ बेबीलोन देश की कुंआरी कन्या। अब सिंहासन से उतर और धूल पर बैठ, ओ कसदी कौम की बेटी! अब सिंहासन पर नहीं, वरन् भूमि पर बैठ। लोग तुझे फिर कभी कोमल और सुकुमारी नहीं कहेंगे।
ओ कसदी कौम की बेटी, अंधकार में जा, और वहाँ चुपचाप बैठ; क्योंकि अब लोग तुझे राज्यों की महारानी नहीं कहेंगे।
लोग आपस में बोलते हैं: ‘हम हाथ पर हाथ रखे हुए क्यों बैठे रहें? आओ, एकत्र हों, और किलाबंद नगरों में शरण लें, और वहां दम तोड़ें। हमारे प्रभु परमेश्वर ने हमें मार डालने का दृढ़ निश्चय कर रखा है। उसने हमें विष का प्याला पीने को दिया है; क्योंकि हमने उस के प्रति पाप किया है।
जो नगरी लोगों से भरी-पूरी थी, अब वह उजाड़ पड़ी है; वह विधवा के सदृश अकेली हो गई। जो कभी राष्ट्रों में महान थी, जो कभी नगरों में रानी थी, अब वह दासी बन गई, वह दूसरे राज्यों को कर चुकाती है।
सियोन को जानेवाले मार्ग विलाप करते हैं, क्योंकि अब पर्व मनाने के लिए कोई वहां नहीं आता! सियोन के सब द्वार उजाड़ पड़े हैं; उसके पुरोहित कराह रहे हैं। उसकी कन्याएँ दु:ख से पीड़ित हैं; स्वयं सियोन नगरी दु:ख भोग रही है।
जब मनुष्य को यह अनुभव हो कि प्रभु ने उसे दण्डित किया है, तब वह चुपचाप उसे स्वीकार कर ले।
स्वयं प्रभु ने अपने क्रोध से उन्हें अन्य राष्ट्रों में तितर-बितर किया है; अब वह उन पर ध्यान नहीं देगा। लोगों ने पुरोहितों का सम्मान नहीं किया, और न ही धर्मवृद्धों पर दया की।
जो पहिले छप्पन भोग खाते थे, अब वे सड़कों पर भूख से मरे पड़े हैं। जो कीमती वस्त्र पहिनकर जवान हुए थे, अब वे घूरों को गले लगा रहे हैं।
शत्रुओं ने हमारे अधिकारियों को उनके हाथ बांधकर लटका दिया; धर्मवृद्धों का अनादर किया गया।
युवकों ने गाना-बजाना बन्द कर दिया; वृद्धों ने नगरों के प्रवेश-द्वार पर बैठना छोड़ दिया।
वे तुझको जल में डूबता हुआ देख जोर-जोर से चिल्ला रहे हैं; वे फूट-फूटकर रो रहे हैं। वे शोक प्रकट कर रो रहे हैं। वे अपने सिर पर धूल डाल रहे हैं, और राख में लोट रहे हैं।
उन्होंने तेरे विनाश के कारण अपना सिर मुंड़ा लिया है; और मृत्यु-शोक प्रकट करने के लिए कमर में टाट का वस्त्र पहिना है। वे शोक-संतप्त हृदय से तेरे लिए रो रहे हैं; वे छाती पीट-पीटकर शोक मना रहे हैं।
उन्होंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए कमर में टाट के वस्त्र पहिन लिये हैं। आतंक ने उनको ढक लिया है। उनके चेहरे से ग्लानि टपक रही है। उन्होंने पश्चात्ताप के कारण अपने सिरों को मूंड़ लिया है।
विधवा कन्या, जिसका गौना नहीं हुआ, कमर में टाट-वस्त्र पहिनकर जैसे अपने युवा पति के लिए रोती है, वैसे तुम भी रोओ।
उस दिन मन्दिर के स्तुति-गीत शोक-गीत में बदल जाएंगे।’ स्वामी-प्रभु ने यह कहा है, ‘असंख्य लाशें पड़ी होंगी। सब जगह मौत का सन्नाटा होगा।’।
यह खबर नीनवे के राजा को मिली। वह तत्काल अपने सिंहासन से उठा। उसने अपनी राजसी पोशाक उतारी, और टाट के वस्त्र पहिन लिए। तब वह राख के ढेर पर बैठ गया।
यहोशुअ ने पराजय का शोक प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े। वह सन्ध्या होने तक प्रभु की मंजूषा के सम्मुख भूमि पर औंधे मुंह पड़ा रहा। ऐसा ही इस्राएलियों के धर्मवृद्धों ने भी किया। उन्होंने दु:ख प्रकट करने के लिए अपने सिर पर धूल डाली।
वे अपने सिर पर धूल डाल कर, रोते और विलाप करते हुए ऊंचे स्वर से कहते थे, “शोक! शोक इस महा नगरी पर! इस के वैभव से जहाज के सब मालिक धनी बन गये। यह घड़ी-भर में ही उजाड़ हो गयी।”