Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




योएल 1:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

8 विधवा कन्‍या, जिसका गौना नहीं हुआ, कमर में टाट-वस्‍त्र पहिनकर जैसे अपने युवा पति के लिए रोती है, वैसे तुम भी रोओ।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

8 उस युवती सा रोओ, जिसका विवाह होने को है और जिसने शोक वस्त्र पहने हों जिसका भावी पति शादी से पहले ही मारा गया हो।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

8 जैसे युवती अपने पति के लिये कटि में टाट बान्धे हुए विलाप करती है, वैसे ही तुम भी विलाप करो।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

8 जैसे युवती अपने पति के लिये कटि में टाट बाँधे हुए विलाप करती है, वैसे ही तुम भी विलाप करो।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

8 तुम ऐसे विलाप करो, जैसे एक कुंवारी टाट के कपड़े पहिने अपनी युवावस्था के सगाई के पुरुष के लिये शोक करती है.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

8 जैसे युवती अपने पति के लिये कमर में टाट बाँधे हुए विलाप करती है, वैसे ही तुम भी विलाप करो।

अध्याय देखें प्रतिलिपि




योएल 1:8
13 क्रॉस रेफरेंस  

वह अपनी युवा अवस्‍था के साथी को छोड़ देती है; वह परमेश्‍वर के विधान को भूल जाती है।


उस दिन स्‍वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने, स्‍वामी ने तुम्‍हें आदेश दिया था कि तुम अपना पश्‍चात्ताप प्रकट करने के लिए रोओ, शोक मनाओ, सिर मुंड़ाओ, टाटवस्‍त्र पहिनो।


ओ आलसी स्‍त्रियो, कांपो! ओ आत्‍म-सन्‍तुष्‍ट महिलाओ, व्‍याकुल हो! पश्‍चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्‍त्र उतारो, और अपनी कमर में टाट वस्‍त्र लपेट लो।


दूसरी ओर तू मुझसे प्रार्थना करती है, “हे मेरे पिता, तू तो मेरे बचपन से मेरा मित्र रहा है!


सियोन को जानेवाले मार्ग विलाप करते हैं, क्‍योंकि अब पर्व मनाने के लिए कोई वहां नहीं आता! सियोन के सब द्वार उजाड़ पड़े हैं; उसके पुरोहित कराह रहे हैं। उसकी कन्‍याएँ दु:ख से पीड़ित हैं; स्‍वयं सियोन नगरी दु:ख भोग रही है।


मैं तुम्‍हारे आनन्‍द के उत्‍सव-पर्वों को शोक-दिवसों में परिणत कर दूंगा; मैं तुम्‍हारे स्‍तुति गीतों को विलाप गीतों में बदल दूंगा। शोक प्रदर्शित करने के लिए तुम-सबको कमर में टाट के वस्‍त्र पहनने पड़ेंगे, तुम्‍हें सिर मुंड़ाना होगा। मैं तुमसे ऐसा शोक कराऊंगा, जैसा इकलौते पुत्र का मृत्‍यु शोक होता है। वह दिन अन्‍त तक भयावह होगा।’


क्‍या प्रभु ने पति और पत्‍नी को एक हो जाने के लिए नहीं बनाया? तो क्‍या आत्‍मा इस में सम्‍मिलित नहीं है? और पति-पत्‍नी के एक होने का क्‍या उद्देश्‍य है? यही कि वे धर्मपरायण सन्‍तान उत्‍पन्न करें। अत: अपने प्रति सावधान रहो। कोई भी पति अपनी युवावस्‍था की पत्‍नी के प्रति विश्‍वासघात न करे।


धनवानो, मेरी बात सुनो! तुम लोगों को रोना और विलाप करना चाहिए, क्‍योंकि विपत्तियाँ तुम पर आ पड़ने वाली हैं।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों