हारून और उसके पुत्र अग्नि-बलि की वेदी और धूप-वेदी पर बलि चढ़ाया करते थे। इनके अतिरिक्त वे परमपवित्र स्थान के सब कार्य करते थे। वे इस्राएली समाज की ओर से प्रायश्चित के लिए बलि भी चढाते थे। इस प्रकार वे उन सब कार्यों को करते थे जिनका आदेश परमेश्वर के सेवक मूसा ने उन्हें दिया था।
‘तू इस्राएली लोगों के मध्य से अपने भाई हारून को तथा उसके साथ उसके पुत्रों, नादब, अबीहू, एलआजर और ईतामर को अर्पित करने के उद्देश्य से अपने पास लाना कि वे मेरे लिए पुरोहित का कार्य करें।
तू ये वस्त्र अपने भाई हारून, और उसके साथ उसके पुत्रों को पहनाना। तत्पश्चात् उनका अभ्यंजन करना। उन्हें पुरोहित-पद पर अभिषिक्त करना। उन्हें पवित्र करना कि वे मेरे लिए पुरोहित का कार्य करें।
‘हारून की पवित्र पोशाक उसके पश्चात् उसके पुत्रों एवं पौत्रों के उपयोग में आएगी। उसी पोशाक में उनका अभ्यंजन होगा, उन्हें पुरोहित पद पर अभिषिक्त किया जाएगा।
तू उनकी कमर कमरबन्द से बांधना। उनको टोपी पहनाना। तब स्थायी संविधि के द्वारा उन्हें पुरोहिताई प्राप्त होगी। इस रीति से तू हारून और उसके पुत्रों का पुरोहित-पद के लिए अभिषेक करना।
जिसका आदेश प्रभु ने सीनय पर्वत पर मूसा को उस दिन दिया था, जब उसने इस्राएली समाज को आज्ञा दी थी कि वे लोग अपना-अपना चढ़ावा प्रभु को सीनय के निर्जन प्रदेश में चढ़ाएँ।