परमेश्वर ने उन्हें यह आशिष दी, ‘फलो-फूलो और पृथ्वी को भर दो, और उसे अपने अधिकार में कर लो। समुद्र के जलचरों, आकाश के पक्षियों और भूमि के समस्त गतिमान जीव-जन्तुओं पर तुम्हारा अधिकार हो।’
लैव्यव्यवस्था 26:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं तुम्हारी ओर उन्मुख होऊंगा। तुम्हें फलवन्त एवं असंख्य बनाऊंगा; और तुम्हारे साथ अपने विधान को सुदृढ़ करूंगा। पवित्र बाइबल “तब मेंम तुम्हारी ओर मुड़ूँगा मैं तुम्हें बहुत से बच्चों वाला बनाऊँगा। मैं तुम्हारे साथ अपनी वाचा का पालन करूँगा। Hindi Holy Bible और मैं तुम्हारी ओर कृपा दृष्टि रखूंगा और तुम को फलवन्त करूंगा और बढ़ाऊंगा, और तुम्हारे संग अपनी वाचा को पूर्ण करूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और मैं तुम्हारी ओर कृपा दृष्टि रखूँगा और तुम को फलवन्त करूँगा और बढ़ाऊँगा, और तुम्हारे संग अपनी वाचा को पूर्ण करूँगा। नवीन हिंदी बाइबल मैं तुम्हारी ओर दृष्टि करूँगा, मैं तुम्हें फलवंत करूँगा और संख्या में बढ़ाऊँगा, और तुम्हारे साथ अपनी वाचा को दृढ़ करूँगा। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘फिर मैं तुम्हारी ओर कृपादृष्टि करूंगा और तुम्हें फलवंत कर तुम्हारी संख्या बहुत बढ़ाऊंगा और तुम्हारे साथ की गई मेरी वाचा को पूरी करूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मैं तुम्हारी ओर कृपादृष्टि रखूँगा और तुम को फलवन्त करूँगा और बढ़ाऊँगा, और तुम्हारे संग अपनी वाचा को पूर्ण करूँगा। |
परमेश्वर ने उन्हें यह आशिष दी, ‘फलो-फूलो और पृथ्वी को भर दो, और उसे अपने अधिकार में कर लो। समुद्र के जलचरों, आकाश के पक्षियों और भूमि के समस्त गतिमान जीव-जन्तुओं पर तुम्हारा अधिकार हो।’
मैंने यिश्माएल के विषय में तेरी बात सुनी। देख, मैं उसे भी आशिष दूँगा। मैं उसे फलवन्त बनाऊंगा, और उसे अत्यधिक बढ़ा दूँगा। उससे बारह नायक उत्पन्न होंगे। मैं उसे एक महान राष्ट्र बनाऊंगा।
मैं निश्चय ही तुझे आशिष दूंगा, और तेरे वंश को आकाश के तारों एवं समुद्र तट के रेत-कणों के सदृश असंख्य बनाऊंगा। तेरे वंशज अपने शत्रुओं के नगर-द्वारों पर अधिकार करेंगे।
मैं तेरे वंश को आकाश के तारों के सदृश असंख्य बनाऊंगा, और उन्हें ये सब देश प्रदान करूँगा। पृथ्वी के समस्त राष्ट्र तेरे वंश द्वारा मुझसे आशिष प्राप्त करेंगे;
तेरे वंशज पृथ्वी के रजकणों के सदृश असंख्य होंगे। तेरा वंश उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम में फैल जाएगा। पृथ्वी के समस्त कुटुम्ब तेरे और तेरे वंश के द्वारा मुझसे आशिष पाएंगे।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर तुझे आशिष दे, तुझे इतना फलवन्त और असंख्य बनाए कि तू अनेक जातियों का एक समुदाय बन जाए।
“देख, मैं तुझे फलवन्त करूँगा। मैं तुझे असंख्य बनाऊंगा। मैं तुझे अनेक जातियों का समुदाय बनाऊंगा। मैं तेरे पश्चात् तेरे वंश के अधिकार में यह देश सदा-सर्वदा के लिए सौंप दूँगा।”
परन्तु मैं तेरे साथ अपना विधान स्थापित करूंगा। तू अपनी पत्नी, अपने पुत्रों, और बहुओं सहित जलयान में प्रवेश करना।
मैं, तेरा सेवक, तेरे निज लोगों के मध्य में हूं, जिनको तूने चुना है, जो संख्या में बहुत हैं, जिनकी गणना नहीं की जा सकती।
परन्तु प्रभु ने इस्राएलियों पर कृपा की। उसने उन पर दया की और वह उनकी ओर उन्मुख हुआ; क्योंकि उसने अब्राहम, इसहाक और याकूब से विधान स्थापित किया था। प्रभु ने उनको नष्ट नहीं किया। अब तक उसने उनको अपने सम्मुख से नहीं निकाला था।
मैंने उन्हें उत्तर दिया, ‘स्वर्गिक परमेश्वर हमारे कार्य को सफल करेगा। हम, उसके सेवक, तैयार हैं, और नगर का पुनर्निर्माण करेंगे। पर यरूशलेम के निर्माण में न तुम्हारा कोई भाग होगा, न अधिकार और न कोई स्मारक-चिह्न।’
‘निस्सन्देह तूने अपने वचन के अनुसार आकाश के तारों के सदृश उनके वंश को असंख्य बनाया; और जिस देश के विषय में उनके पूर्वजों से तूने कहा था कि वे उसमें प्रवेश कर उस पर अधिकार करेंगे, तूने उनको उस देश में पहुँचा दिया।
तूने यह कहा है, ‘मैंने अपने मनोनीत राजा के साथ विधान स्थापित किया है, मैंने अपने सेवक दाऊद से यह शपथ खाई है:
किन्तु इस्राएल के वंशज फलवन्त हुए। वे अत्यन्त बढ़ गए। उनकी संख्या में भारी वृद्धि हुई और वे शक्तिशाली हो गए। उनसे समस्त देश भर गया।
मैंने उनके साथ अपना विधान स्थापित किया कि मैं उनको कनान देश प्रदान करूंगा, जिसमें वे प्रवासी होकर निवास करते थे।
मेरी ओर कान दो, और मेरे पास आओ। मेरी बात सुनो, ताकि तुम्हारा प्राण जीवित रहे। तब मैं दाऊद के प्रति अपनी अटूट करुणा के कारण तुम्हारे साथ शाश्वत विधान स्थापित करूंगा।
‘मैं अपने रेवड़ की बची हुई भेड़ों को उन-सब देशों से एकत्र करूंगा जहां मैंने उन को हांक दिया था। मैं उन को उन की भेड़शाला में वापस लाऊंगा, और वे फिर समृद्ध और असंख्य हो जाएंगी।
मैं उन पर ऐसे चरवाहे नियुक्त करूंगा, जो उनकी देखभाल करेंगे। तब मेरी भेड़ें नहीं डरेंगी, और न भ्रम में पड़ेंगी, उन में से एक भी नहीं खोएगी,’ प्रभु की यह वाणी है।
यिर्मयाह, मुझे पुकार और मैं तुझे उत्तर दूंगा। मैं तुझे महान और रहस्यमय बातें बताऊंगा जो तू नहीं जानता है।
‘ओ यरूशलेम, मैं तेरे साथ अपना विधान स्थापित करूंगा। तब तुझे मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं।
मैं तुम्हारे पक्ष में हूं, और मैं तुम पर आशिष की वर्षा करने के लिए तुम्हारी ओर मुड़ूंगा। तुम्हारी भूमि पर खेती की जाएगी, वह फिर बोई जाएगी।
यदि तुम मेरी संविधियों की अवहेलना करोगे; यदि तुम्हारे प्राण मेरे न्याय-सिद्धान्तों से घृणा करेंगे जिससे तुम मेरी आज्ञाओं का पालन न करो और मेरे विधान को तोड़ो,
जिस देश को देने की शपथ प्रभु ने तेरे पूर्वजों से खाई थी, उस देश में वह तेरी देह के फल, तेरे पशुओं के बच्चों, और भूमि की उपज को समृद्ध करेगा।
तेरी देह के फल पर, तेरी भूमि की उपज पर, तेरे पालतू पशुओं और भेड़-बकरियों के बच्चों पर आशिष होगी।
वह तुझसे प्रेम करेगा, तुझे आशिष देगा, और तुझको शक्तिशाली बनाएगा। जिस देश को देने की शपथ उसने तेरे पूर्वजों से खाई है, उस देश में वह तेरी देह के फल पर, तेरी भूमि की उपज पर, तेरे अन्न पर, तेरे अंगूर के रस पर और तेरे तेल पर आशिष देगा। वह तेरे पालतू पशुओं और भेड़-बकरियों के बच्चों को बढ़ाएगा।
यह उस विधान की तरह नहीं होगा जिसे मैंने उनके पूर्वजों के लिए उस समय निर्धारित किया था, जब मैंने उन्हें मिस्र से निकालने के लिए उनके हाथ थामे थे। प्रभु यह कहता है: उन्होंने मेरे विधान का पालन नहीं किया, इसलिए मैंने भी उनकी सुध नहीं ली।