प्रभु यों कहता है, “देख, मैं इस स्थान पर, इसके सब निवासियों पर विपत्ति ढाहूंगा। इस पुस्तक के जो अभिशाप-वचन यहूदा प्रदेश के राजा के सम्मुख पढ़े गए हैं, उनको मैं पूर्ण करूंगा।
लैव्यव्यवस्था 26:39 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शत्रु-देश में बचे हुए व्यक्तियों का उनके अधर्म के कारण क्रमश: क्षय होगा। उनके पूर्वजों के अधर्म के कारण उन्हीं के समान उनका भी क्षय होगा। पवित्र बाइबल इस प्रकार तुमहारी सन्तानें तुम्हारे शत्रुओं के देश में अपने पापों में सड़ेंगी। वे अपने पापों में ठीक वैसे ही सड़ेंगी जैसे उनके पूर्वज सड़े। Hindi Holy Bible और तुम में से जो बचे रहेंगे वे अपने शत्रुओं के देशों में अपने अधर्म के कारण गल जाएंगे; और अपने पुरखाओं के अधर्म के कामों के कारण भी वे उन्हीं की नाईं गल जाएंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और तुम में से जो बचे रहेंगे वे अपने शत्रुओं के देश में अपने अधर्म के कारण गल जाएँगे; और अपने पुरखाओं के अधर्म के कामों के कारण भी वे उन्हीं के समान गल जाएँगे। नवीन हिंदी बाइबल तब तुममें से जो बचे रहेंगे वे अपने शत्रुओं के देशों में अपने अधर्म के कारण सड़ जाएँगे; और अपने पूर्वजों के अधर्म के कारण भी वे उन्हीं के समान सड़ जाएँगे। सरल हिन्दी बाइबल तुममें से जो बचे रह जाएंगे, वे अपने और उनके पुरखों के अधर्म के कारण उनके शत्रुओं के देश में गल जाएंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और तुम में से जो बचे रहेंगे वे अपने शत्रुओं के देशों में अपने अधर्म के कारण गल जाएँगे; और अपने पुरखाओं के अधर्म के कामों के कारण भी वे उन्हीं के समान गल जाएँगे। |
प्रभु यों कहता है, “देख, मैं इस स्थान पर, इसके सब निवासियों पर विपत्ति ढाहूंगा। इस पुस्तक के जो अभिशाप-वचन यहूदा प्रदेश के राजा के सम्मुख पढ़े गए हैं, उनको मैं पूर्ण करूंगा।
हमारे पूर्वजों के समय से आज तक हम घोर दुष्कर्म करते आए हैं; अपने इन्हीं दुष्कर्मों के कारण हम, हमारे राजा और हमारे पुरोहित विदेशी राजाओं के हाथ में पड़ गए। हमें तलवार से मौत के घाट उतारा गया, हमारी सम्पत्ति को लूटा गया, हमें गुलाम बनाकर निष्कासित किया गया, हमारी दयनीय दशा की गई, जो आज तक है।
पर यदि तुम मेरी ओर लौटोगे, मेरी आज्ञाओं का पालन करोगे, उनके अनुरूप आचरण करोगे तो मैं आकाश के कोने-कोने से तुम्हारे बिखरे हुए लोगों को उस स्थान पर एकत्र करूंगा, जिसे मैं अपने नाम को प्रतिष्ठित करने के लिए चुनूंगा।”
तू झुककर उनकी वन्दना न करना और न उनकी सेवा करना; क्योंकि मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर, ईष्र्यालु ईश्वर हूं। जो मुझसे घृणा करते हैं, उनके अधर्म का दण्ड मैं तीसरी और चौथी पीढ़ी तक उनकी संतान को देता रहता हूं।
वह हजारों पीढ़ियों पर करुणा करने वाला; अधर्म, अपराध और पाप को क्षमा करनेवाला है। किन्तु वह दोषी को किसी भी प्रकार निर्दोष सिद्ध न करेगा। वह पूर्वजों के अधर्म का दण्ड तीसरी और चौथी पीढ़ी तक उनकी संतान तथा आनेवाली संतान को देता रहता है।’
उनके पूर्वजों के पाप के कारण उनका भी वध किया जाएगा। अत: सम्राट के पुत्रों के लिए एक वध-स्थान तैयार करो; अन्यथा वे उठेंगे, और पृथ्वी पर अधिकार जमा लेंगे। वे नए-नए नगरों से पृथ्वी की सतह को भर देंगे।’
पृथ्वी के सीमान्तों से हम धर्मात्मा परमेश्वर की महिमा के सम्बन्ध में स्तुति-गीत सुनते हैं।” परन्तु मैंने यह कहा, “ओह! मैं दु:ख से क्षीण हो रहा हूं, चिन्ता से व्याकुल हो रहा हूं। धिक्कार है विश्वासघातियों को, धोखेबाजों को; वे एक के बाद एक विश्वासघात किए जा रहे हैं।”
तब तुम मेरे नाम से आराधना करोगे, और मेरे भवन में आ कर मेरे नाम से प्रार्थना करोगे, और मैं तुम्हारी प्रार्थना सुनूंगा।
हमें तो शर्म के मारे गड़ जाना चाहिए। हमें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। हमने अपने प्रभु परमेश्वर के प्रति पाप किया है। हम और हमारे पूर्वज बचपन से आज तक पाप करते आए हैं। हमने अपने प्रभु परमेश्वर की बातों को नहीं माना।’
उन दिनों में लोग यह कहावत नहीं कहेंगे: “बाप-दादों ने दुष्कर्म किए, इसलिए उनकी सन्तान को उनके दुष्कर्मों का फल भुगतना पड़ा।”
अनेक दु:ख भोगने और कठोर गुलामी के बोझ से दबने के लिए यहूदा राष्ट्र को निर्वासित होना पड़ा; अब यहूदा अनेक राष्ट्रों में भटक रहा है; उसे कहीं ठौर नहीं मिला। जब वह संकट में रहता है, तब उसका पीछा करनेवाले उसको पकड़ लेते हैं।
जो तलवार से मारे गए वे उन लोगों से अच्छे रहे, जो भूख का शिकार बने; वे खेतों के अन्न के अभाव में सूख गए, मुरझा गए।
‘किन्तु तुम प्रश्न करते हो, “पुत्र अपने पिता के अधर्म का दण्ड क्यों न भोगे?” सुनो, यदि पुत्र ने न्याय और धर्म के अनुरूप आचरण किया है, और वह मेरी संविधियों का पालन करने के लिए सदा तत्पर था तो वह निस्सन्देह जीवित रहेगा।
वहां तुम्हें स्मरण होगा कि तुमने अपने आचरण और कार्यों से स्वयं को भ्रष्ट किया था। तब तुम अपने आप से घृणा करोगे कि तुमने ऐसे बुरे काम किए थे।
तुम्हारी पगड़ी तुम्हारे सिर पर रहेगी और पैरों में जूती। तुम न शोक मनाओगे और न रोओगे। तुम अपने अधर्म में घुलते जाओगे, और एक-दूसरे की ओर देख-देखकर विलाप करोगे।
‘ओ मानव, तू यह बात इस्राएल के वंश से कह : तुम लोगों ने कहा है, “हमारे अपराधों और हमारे पापों का बोझ हमारे ऊपर है, और उनको ढोते-ढोते हम क्षीण हो गए हैं। हम कैसे जीवित रह सकते हैं?”
तब तुम्हें अपने दुराचरण और दुष्कर्मों का स्मरण होगा; तुम्हें अपने अधर्म और घृणित कामों के लिए ग्लानि होगी।
मैं वहां रोटी और जल का अभाव करूंगा। वे चिंतित होकर एक-दूसरे का मुंह ताकेंगे। यों धीरे-धीरे अपने अधर्म का दण्ड भोगते हुए वे नष्ट हो जाएंगे।
तुम्हारे ये बचे हुए लोग उन राष्ट्रों में मुझे स्मरण करेंगे, जहाँ वे बन्दी बनकर निष्कासित हुए थे। वे याद करेंगे कि मैंने उनको दण्ड दिया था, क्योंकि उन दिनों में उनके हृदय की निष्ठा मेरे प्रति नहीं रही थी। और उन्होंने मेरी ओर से आंखें हटा ली थीं, और उन्होंने अन्य देवताओं की मूर्तियों पर कामनापूर्ण दृष्टि की थी। वे यह अनुभव कर अपने घृणित कार्यों के लिए स्वयं अपनी दृष्टि में घृणित ठहरेंगे, और कहेंगे कि उन्होंने कितने दुष्कर्म किये हैं।
मैं जा रहा हूं, मैं अपने स्थान को लौट रहा हूं, जब तक वे अपना अपराध स्वीकार न करेंगे और मेरा दर्शन पाने का प्रयत्न न करेंगे; जब तक अपने संकट में मुझे नहीं ढूंढ़ेंगे, मैं उनसे विमुख रहूंगा।
यद्यपि मैंने उन्हें अनेक राष्ट्रों में तितर-बितर किया है, तो भी वे उन दूर देशों में भी मुझे स्मरण करेंगे। वे वहां जीवित रहेंगे, और अपने बच्चों के साथ लौटेंगे।
“प्रभु विलम्ब-क्रोधी, अत्यन्त करुणामय, अधर्म और अपराध को क्षमा करनेवाला है। किन्तु वह दोषी को किसी भी प्रकार निर्दोष सिद्ध न करेगा। वह पूर्वजों के अधर्म का दण्ड तीसरी और चौथी पीढ़ी तक उनकी संतान को देता रहता है।”
उन राष्ट्रों में तुझे आराम नहीं मिलेगा, और न पैर रखने के लिए विश्राम-स्थल! प्रभु वहाँ तुझे कांपता हुआ हृदय, धुंधली आंखें और क्षीण प्राण प्रदान करेगा।
‘ओ इस्राएल! जब तेरे साथ ये सब बातें घटेंगी, तुझ पर ये आशिषें और अभिशाप पड़ेंगे, जिनको मैंने तेरे सम्मुख प्रस्तुत किया है, और जब उन राष्ट्रों में तेरे लोग अपने हृदय में विचार करेंगे, जहाँ तेरे प्रभु परमेश्वर ने उन्हें जाने को बाध्य किया है,
तू झुककर उनकी वन्दना न करना, और न उनकी सेवा करना; क्योंकि मैं, तुम्हारा प्रभु परमेश्वर, ईष्र्यालु ईश्वर हूँ। जो मुझसे घृणा करते हैं, उनके अधर्म का दण्ड मैं तीसरी और चौथी पीढ़ी तक उनकी संतान को देता रहता हूँ;
उन राष्ट्रों के समान, जिनको प्रभु ने तेरे सामने नष्ट किया था, तू भी नष्ट हो जाएगा, क्योंकि तूने अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी नहीं सुनी थी।