‘ओ हिजकियाह! तेरे लिए यह चिह्न होगा : इस वर्ष तू अपने-आप उगने वाली जंगली साग-पात खाएगा। दूसरे वर्ष इससे जो उत्पन्न होगा, वह खाएगा। तीसरे वर्ष जो तू बोएगा, उसको काटेगा। तू अंगूर-बेल लगाएगा, और उसका फल खाएगा।
लैव्यव्यवस्था 25:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु भूमि अपने विश्राम-वर्ष में तुम्हारी, तुम्हारे सेवक-सेविकाओं, मजदूरों और तुम्हारे मध्य में निवास करने वाले प्रवासी व्यक्तियों की भोजन-व्यवस्था करेगी। पवित्र बाइबल “यह भूमि के विश्राम का वर्ष होगा, किन्तु तुम्हारे पास फिर भी पर्याप्त भोजन रहेगा। तुम्हारे पुरुष व स्त्री दासों के लिए पर्याप्त भोजन रहेगा। मज़दूरी पर रखे गए तुम्हारे मजदूर और तुम्हारे देश में रहने वाले विदेशियों के लिए भोजन रहेगा। Hindi Holy Bible और भूमि के विश्रामकाल ही की उपज से तुम को, और तुम्हारे दास-दासी को, और तुम्हारे साथ रहने वाले मजदूरों और परदेशियों को भी भोजन मिलेगा; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) भूमि के विश्रामकाल ही की उपज से तुम को, और तुम्हारे दास–दासी को, और तुम्हारे साथ रहनेवाले मज़दूरों और परदेशियों को भी भोजन मिलेगा; नवीन हिंदी बाइबल भूमि के विश्रामकाल की उपज से तुम्हें, और तुम्हारे दास-दासियों को, और तुम्हारे मज़दूरों को, और तुम्हारे साथ रहनेवाले परदेशियों को, सरल हिन्दी बाइबल शब्बाथ काल में भूमि से उत्पन्न उपज तुम सभी के भोजन के लिए होंगी—तुम्हारे लिए, तुम्हारे दासों और दासियों के लिए, मजदूरों के लिए, तुम्हारे बीच रह रहे विदेशियों के लिए, तुम्हारे पशुओं और तुम्हारे देश के जंगली पशुओं के लिए; यह उपज सभी के भोजन के लिए होगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 भूमि के विश्रामकाल ही की उपज से तुम को, और तुम्हारे दास-दासी को, और तुम्हारे साथ रहनेवाले मजदूरों और परदेशियों को भी भोजन मिलेगा; |
‘ओ हिजकियाह! तेरे लिए यह चिह्न होगा : इस वर्ष तू अपने-आप उगने वाली जंगली साग-पात खाएगा। दूसरे वर्ष इससे जो उत्पन्न होगा, वह खाएगा। तीसरे वर्ष जो तू बोएगा, उसको काटेगा। तू अंगूर-बेल लगाएगा, और उसका फल खाएगा।
किन्तु सातवें वर्ष उसे परती रहने देना। उसे वैसे ही छोड़ देना जिससे तेरी प्रजा के दरिद्र व्यक्ति खाएँ। जो शेष रहे, उसे वन पशु खाएँ। तू ऐसा ही अपने अंगूर उद्यान और जैतून कुंज के विषय में करना।
यदि तुम यह कहोगे, “जब हम सातवें वर्ष भूमि पर न बुवाई करेंगे और न उसकी फसल एकत्र करेंगे, तब हम क्या खाएंगे?’
तो मैं छठे वर्ष तुम पर अपनी आशिष प्रेषित करूंगा जिससे भूमि की उपज तीन वर्ष के लिए पर्याप्त होगी।
जो कुछ तुम्हारे कटे हुए खेत में अपने आप उगे उसको मत काटना, और न अनछटी अंगूर की बेलों के अंगूर तोड़ना; क्योंकि यह भूमि के लिए परम विश्राम का वर्ष होगा।
विश्वासियों का समुदाय एक हृदय और एक प्राण था। उनमें कोई भी अपनी सम्पत्ति को अपना नहीं समझता था। जो कुछ उनके पास था, उस में सब का साझा था।