चार पैरों पर चलने वाले सब पशुओं में से पंजों पर चलने-वाले पशु तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं। उनकी लोथ का स्पर्श करने वाला व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
लैव्यव्यवस्था 14:46 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसके अतिरिक्त, घर के बन्द रहने की अवधि में प्रवेश करने वाला व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा। पवित्र बाइबल और कोई व्यक्ति जो उसमें जाता है, सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा। Hindi Holy Bible और जब तक वह घर बन्द रहे तब तक यदि कोई उस में जाए तो वह सांझ तक अशुद्ध रहे; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और जब तक वह घर बन्द रहे तब तक यदि कोई उसमें जाए तो वह साँझ तक अशुद्ध रहे; नवीन हिंदी बाइबल इसके अतिरिक्त, घर बंद रहने के दिनों में यदि कोई उसमें प्रवेश करे तो वह साँझ तक अशुद्ध ठहरे। सरल हिन्दी बाइबल “इसके अतिरिक्त, यदि कोई व्यक्ति उस समय में उस घर में प्रवेश कर ले, जिसे पुरोहित ने बंद कर दिया था, तो वह व्यक्ति शाम तक अशुद्ध रहेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जब तक वह घर बन्द रहे तब तक यदि कोई उसमें जाए तो वह साँझ तक अशुद्ध रहे; |
चार पैरों पर चलने वाले सब पशुओं में से पंजों पर चलने-वाले पशु तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं। उनकी लोथ का स्पर्श करने वाला व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
उनकी लोथ को ले जानेवाला व्यक्ति अपने वस्त्र धोएगा और वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा। वे तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं।
ये तुम्हारे लिए सब रेंगने वाले जन्तुओं में अशुद्ध हैं। इनकी लोथ का स्पर्श करने वाला व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
वे सब वस्तुएँ जिन पर इनकी लोथ गिरेगी, अशुद्ध हो जाएँगी, चाहे वे लकड़ी, वस्त्र, चमड़ा, या टाट की हों, अथवा किसी भी कार्य में प्रयुक्त होने वाला कोई भी पात्र; उसको जल में डाला जाएगा, और वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा, तत्पश्चात् वह शुद्ध हो जाएगा।
‘जिन पशुओं को तुम खा सकते हो, उनमें से यदि कोई पशु मर जाता है तो उसकी लोथ का स्पर्श करने वाला व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
उसकी लोथ को खानेवाला व्यक्ति अपने वस्त्र धोएगा और वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा। उसकी लोथ को ले जाने वाला व्यक्ति भी अपने वस्त्र धोएगा और वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
घर में सोनेवाला व्यक्ति अपने वस्त्र धोएगा। घर में भोजन करनेवाला व्यक्ति अपने वस्त्र धोएगा।
स्राव-ग्रस्त व्यक्ति के नीचे की वस्तु का स्पर्श करने वाला सन्ध्या तक अशुद्ध माना जाएगा। ऐसी वस्तु को उठाकर ले जाने वाला व्यक्ति अपने वस्त्र धोएगा और जल से स्नान करेगा। वह सन्ध्या तक अशुद्ध माना जाएगा।
जो व्यक्ति, चाहे वह देशी हो अथवा प्रवासी, हिंस्र पशु द्वारा फाड़े गए पशु अथवा स्वाभाविक मृत्यु से मरे हुए पशु का मांस खाएगा, तो वह अपने वस्त्र धोएगा और जल में स्नान करेगा। वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा; और तब शुद्ध हो जाएगा।
तो जो व्यक्ति इनमें से किसी का भी स्पर्श करेगा, वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा। जब तक वह जल में स्नान नहीं करेगा तब तक पवित्र वस्तुओं को नहीं खाएगा।