मेरी समस्त बुराइयों से मुझे मुक्त करने वाला दूत, इन बच्चों को आशिष दे। इनके माध्यम से मेरा और मेरे पूर्वजों, अब्राहम और इसहाक का नाम चले, ये महान बनें, और पृथ्वी पर असंख्य हों।’
लूका 11:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हमारे पाप क्षमा कर, क्योंकि हम भी अपने सब अपराधियों को क्षमा करते हैं और हमें परीक्षा में न डाल।” पवित्र बाइबल हमारे अपराध क्षमा कर, क्योंकि हमने भी अपने अपराधी को क्षमा किया, और हमें कठिन परीक्षा में मत पड़ने दे।’” Hindi Holy Bible और हमारे पापों को क्षमा कर, क्योंकि हम भी अपने हर एक अपराधी को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में न ला॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ‘और हमारे पापों को क्षमा कर, क्योंकि हम भी अपने हर एक अपराधी को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में न ला’।” नवीन हिंदी बाइबल हमारे पापों को क्षमा कर, क्योंकि हम भी अपने प्रत्येक अपराधी को क्षमा करते हैं; और हमें परीक्षा में न पड़ने दे ।” सरल हिन्दी बाइबल हमारे पापों को क्षमा कीजिए. हम भी उनके पाप क्षमा करते हैं, जो हमारे विरुद्ध पाप करते हैं. हमें परीक्षा में फंसने से बचाइए.’ ” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ‘और हमारे पापों को क्षमा कर, क्योंकि हम भी अपने हर एक अपराधी को क्षमा करते हैं, और हमें परीक्षा में न ला।’” |
मेरी समस्त बुराइयों से मुझे मुक्त करने वाला दूत, इन बच्चों को आशिष दे। इनके माध्यम से मेरा और मेरे पूर्वजों, अब्राहम और इसहाक का नाम चले, ये महान बनें, और पृथ्वी पर असंख्य हों।’
तो तू स्वर्ग से उनकी प्रार्थना सुनना। अपने निज लोग इस्राएलियों के पाप क्षमा करना; और उनके देश में, जो तूने उनके पूर्वजों को दिया था, उन्हें लौटा लाना।
तो तू स्वर्ग से उनकी प्रार्थना सुनना। अपने सेवकों, अपने निज लोग इस्राएलियों के पाप क्षमा करना। जिस सन्मार्ग पर उन्हें चलना चाहिए अपने उस सन्मार्ग की शिक्षा उनको देना। यह देश तूने अपने निज लोगों को पैतृक-अधिकार के लिए दिया है। अत: प्रभु, तू इस देश को वर्षा प्रदान करना।
हे स्वामी, हमारी प्रार्थना को सुन। हे स्वामी, हमारे अपराध को क्षमा कर। हे स्वामी, हम पर ध्यान दे और हमें मुक्त कर। हे मेरे परमेश्वर, अपनी ही महिमा के लिए विलम्ब मत कर, क्योंकि तेरा नगर और तेरे निज लोग तेरे ही नाम से पुकारे जाते हैं।”
ओ इस्राएल, प्रभु के पास लौट, और पश्चात्तापपूर्ण प्रार्थना के साथ उससे यह निवेदन कर : ‘हे प्रभु, मेरे समस्त अधर्म को मुझसे दूर कर, तू केवल मेरी अच्छाई को स्वीकार कर। तब हम बलि में बैल नहीं, वरन् स्तुतिगान तुझे चढ़ाएँगे।
इसी प्रकार यदि तुम में हर एक जन अपने भाई-बहिन को पूरे हृदय से क्षमा नहीं करेगा, तो मेरा स्वर्गिक पिता भी तुम्हारे साथ ऐसा ही करेगा।”
जागते रहो और प्रार्थना करते रहो, जिससे तुम परीक्षा में न पड़ो। आत्मा तो तत्पर है, परन्तु शरीर दुर्बल।”
येशु ने उन से यह भी कहा, “मान लो कि तुम में कोई आधी रात को अपने किसी मित्र के पास जा कर कहे, ‘मित्र, मुझे तीन रोटियाँ उधार दो,
अथवा क्या तुम समझते हो कि शिलोह की मीनार के गिरने से जो अठारह व्यक्ति दब कर मर गये, वे यरूशलेम के सब निवासियों से अधिक अपराधी थे?
येशु ने उनसे कहा, “तुम लोग क्यों सो रहे हो? उठो और प्रार्थना करो, जिससे तुम परीक्षा में न पड़ो।”
चट्टान पर गिरे हुए बीज वे लोग हैं, जो वचन सुनते ही प्रसन्नता से उसे ग्रहण कर लेते हैं, किन्तु उन में जड़ नहीं है। वे कुछ ही समय तक विश्वास करते हैं और परीक्षा के समय उनका पतन हो जाता है।
मैं यह प्रार्थना नहीं करता कि तू उन्हें संसार से उठा ले, बल्कि यह कि तू उन्हें बुराई से बचा।
आप को अब तक ऐसा प्रलोभन नहीं दिया गया है, जो मनुष्य की शक्ति से परे हो। परमेश्वर सत्यप्रतिज्ञ है। वह आप को ऐसे प्रलोभन में पड़ने नहीं देगा, जो आपकी शक्ति से परे हो। वह प्रलोभन के समय आप को उससे निकलने का मार्ग दिखायेगा, जिससे आप उसे सहन कर सकें।
आप एक दूसरे को सहन करें और यदि किसी को किसी से कोई शिकायत हो, तो एक दूसरे को क्षमा करें। प्रभु ने आप लोगों को क्षमा कर दिया। आप लोग भी ऐसा ही करें।
परन्तु प्रभु विश्वसनीय है। वह आप लोगों को सुदृढ़ बनाये रखेगा और बुराई से आपकी रक्षा करेगा।
प्रभु मुझे दुष्टों के हर फन्दे से छुड़ायेगा। वह मुझे सुरक्षित रखेगा और अपने स्वर्गराज्य तक पहुँचा देगा। उसी की महिमा युगानयुग हो। आमेन!
जिसने दया नहीं दिखायी है, उसका न्याय दया के साथ नहीं किया जायेगा; किन्तु दया न्याय पर विजय पाती है।
तुम्हें जो कष्ट भोगना होगा, उस से मत डरो। शैतान तुम्हारी परीक्षा लेने के उद्देश्य से तुम लोगों में से कुछ को क़ैद में डाल देगा और तुम लोग दस दिनों तक संकट में पड़े रहोगे। तुम मृत्यु तक विश्वस्त बने रहो और मैं तुम्हें जीवन का मुकुट प्रदान करूँगा।
तुम मेरे आदेशानुसार दृढ़ बने रहे, इसलिए मैं भी तुम्हें उस परीक्षा के समय सुरक्षित रखूँगा, जो समस्त निवासियों के विश्वास को परखेगी।