इन घटनाओं के पश्चात् अब्राम ने एक दर्शन देखा। उन्हें प्रभु का यह संदेश मिला, ‘अब्राम, मत डर, मैं तेरी ढाल हूं। तुझे बड़ा पुरस्कार प्राप्त होगा।’
रोमियों 8:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और कहना ही क्या है? यदि परमेश्वर हमारे पक्ष में है, तो कौन हमारे विरुद्ध होगा? पवित्र बाइबल तो इसे देखते हुए हम क्या कहें? यदि परमेश्वर हमारे पक्ष में है तो हमारे विरोध में कौन हो सकता है? Hindi Holy Bible सो हम इन बातों के विषय में क्या कहें? यदि परमेश्वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अत: हम इन बातों के विषय में क्या कहें? यदि परमेश्वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है? नवीन हिंदी बाइबल अतः इन बातों के विषय में हम क्या कहें? यदि परमेश्वर हमारी ओर है तो हमारे विरुद्ध कौन हो सकता है? सरल हिन्दी बाइबल तो इस विषय में क्या कहा जा सकता है? यदि परमेश्वर हमारे पक्ष में हैं तो कौन हो सकता है हमारा विरोधी? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो हम इन बातों के विषय में क्या कहें? यदि परमेश्वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है? (भज. 118:6) |
इन घटनाओं के पश्चात् अब्राम ने एक दर्शन देखा। उन्हें प्रभु का यह संदेश मिला, ‘अब्राम, मत डर, मैं तेरी ढाल हूं। तुझे बड़ा पुरस्कार प्राप्त होगा।’
जैसे हमारा प्रभु परमेश्वर हमारे पूर्वजों के साथ था, वैसे ही वह हमारे साथ रहे। वह हमें न छोड़े, और न हमारा त्याग करे।
जब अम्मोनी सैनिकों ने देखा कि सीरियाई सैनिक भाग गए, तब वे भी योआब के भाई अबीशय के सामने से भाग गए और अपने नगर के भीतर चले गए। योआब यरूशलेम नगर में आया।
इस युद्ध में बहुत नरसंहार हुआ; क्योंकि यह युद्ध परमेश्वर की ओर से हुआ था। तत्पश्चात् रूबेन के वंशज, गाद के वंशज और मनश्शे के आधे गोत्र के लोग उनके स्थान पर ‘निष्कासन’ के समय तक उनके निवास-स्थानों में निवास करते रहे।
परमेश्वर पर, जिसके वचन की मैं प्रशंसा करता हूं, परमेश्वर पर मैं भरोसा करता हूं, मैं नहीं डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है?
जिस दिन मैं तुझ को पुकारूंगा, मेरे शत्रु तत्काल पीठ दिखाएंगे; मैं यह जानता हूँ कि परमेश्वर मेरे पक्ष में है।
मत डर, क्योंकि मैं तेरे साथ हूं। डर से यहाँ-वहाँ मत ताक; क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं। मैं तुझे सुदृढ़ करूंगा, मैं तेरी सहायता करूंगा। विजय प्रदान करनेवाले अपने दाहिने हाथ का सहारा मैं तुझे दूंगा।
तेरे विरुद्ध बनाया गया कोई भी शस्त्र सफल न होगा; जो साक्षी न्यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्तुत होगी, तू उसको निरस्त करने में सफल होगी। यह प्रभु के सेवकों की नियति है, मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’ प्रभु यह कहता है।
तुम परस्पर विचार-विमर्श करोगे, पर वह निष्फल होगा; तुम आपस में निश्चय करोगे, पर तुम्हारा निश्चय पूरा न होगा; क्योंकि परमेश्वर हमारे साथ है।
वे तुझ से युद्ध करेंगे, पर वे तुझ पर प्रबल न हो सकेंगे, क्योंकि मैं तुझे बचाने के लिए, तेरे साथ हूं,’ प्रभु की यह वाणी है।
किन्तु, प्रभु, तू मानो आतंकमय योद्धा है। तू मेरे साथ है। अत: मुझे सतानेवाले, मेरे बैरी, मुंह के बल गिरेंगे; वे मुझ पर प्रबल न होंगे। वे अपनी पराजय के कारण अत्यन्त लज्जित होंगे। उनका यह अपमान सदा बना रहेगा, और कभी भुलाया न जा सकेगा।
‘बेबीलोन के राजा से तुम डर रहे हो, किन्तु तुम उससे मत डरो। मुझ-प्रभु की यह वाणी है। सुनो, मैं तुम्हारे साथ हूं, इसलिए तुम उस से मत डरो। मैं उसके हाथ से तुम्हें छुड़ाऊंगा, तुम्हें बचाऊंगा।
किन्तु शर्त यह है कि तुम, प्रभु के विरुद्ध विद्रोह मत करो। तुम उस देश के लोगों से मत डरो; क्योंकि वे तो हमारे लिए मात्र रोटी सदृश हैं और हम उनको आसानी से निगल सकते हैं। उन पर से संरक्षण की छाया हट चुकी है और प्रभु हमारे साथ है। उन लोगों से मत डरो।’
“देखो, एक कुंवारी गर्भवती होगी और पुत्र को जन्म देगी, और उसका नाम ‘इम्मानुएल’ रखा जाएगा” − जिसका अर्थ है, “परमेश्वर हमारे साथ है।”
यदि हमारा अधर्म परमेश्वर की धार्मिकता प्रदर्शित करता है, तो हम क्या कहें? क्या यह कि जब परमेश्वर क्रुद्ध होकर हमें दण्ड देता है, तब वह अन्याय करता है? मैं यह मानवीय तर्क के अनुसार कह रहा हूँ।
अब हम अपने कुलपति अब्राहम के विषय में क्या कहें? क्या उन्हें शरीर की दृष्टि से कुछ प्राप्त हुआ अथवा अनुग्रह से?
ओ इस्राएल, तू धन्य है! तेरे सदृश और कौन जाति है, जिसका प्रभु ने उद्धार किया है? वह तेरी सहायता के लिए ढाल, और विजय-प्राप्ति के हेतु तलवार है! तेरे शत्रु तेरी ठकुर-सुहाती करेंगे, पर तू उनके पहाड़ी शिखर के पूजा-स्थलों को रौंद देगा।’
यहोशुअ ने इन राजाओं और राज्यों को एक ही युद्ध अभियान के दौरान अपने अधिकार में किया था; क्योंकि इस्राएलियों के प्रभु परमेश्वर ने उनकी ओर से युद्ध किया था।
बच्चो! तुम परमेश्वर के हो और तुम ने उन लोगों पर विजय पायी है; क्योंकि जो तुम में है, वह उस से महान् है, जो संसार में है।
योनातन ने अपने शस्त्रवाहक से कहा, ‘आओ, हम इन बेखतना पलिश्तियों की चौकी के पास चलें। कदाचित् प्रभु हमारे लिए कार्य करे; क्योंकि हमें विजय प्रदान करने से प्रभु को कोई नहीं रोक सकता है, फिर चाहे हम संख्या में बहुत हों अथवा कम।’