रोमियों 1:32 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे परमेश्वर का यह निर्णय जानते हैं कि ऐसे कुकर्म करने वालों का उचित दण्ड मृत्यु है। फिर भी वे न केवल स्वयं ये ही कार्य करते हैं, बल्कि ऐसे कुकर्म करने वालों की प्रशंसा भी करते हैं। पवित्र बाइबल चाहे वे परमेश्वर की धर्मपूर्ण विधि को जानते हैं जो बताती है कि जो ऐसी बातें करते हैं, वे मौत के योग्य हैं, फिर भी वे न केवल उन कामों को करते है, बल्कि वैसा करनेवालों का समर्थन भी करते हैं। Hindi Holy Bible वे तो परमेश्वर की यह विधि जानते हैं, कि ऐसे ऐसे काम करने वाले मुत्यु के दण्ड के योग्य हैं, तौभी न केवल आप ही ऐसे काम करते हैं, वरन करने वालों से प्रसन्न भी होते हैं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वे तो परमेश्वर की यह विधि जानते हैं कि ऐसे ऐसे काम करनेवाले मृत्यु के दण्ड के योग्य हैं, तौभी न केवल आप ही ऐसे काम करते हैं वरन् करनेवालों से प्रसन्न भी होते हैं। नवीन हिंदी बाइबल यद्यपि वे परमेश्वर की विधि जानते हैं कि ऐसे कार्य करनेवाले मृत्यु के योग्य हैं, फिर भी न केवल वे उन्हें करते हैं बल्कि ऐसा करनेवालों का समर्थन भी करते हैं। सरल हिन्दी बाइबल यद्यपि वे परमेश्वर के धर्ममय अध्यादेश से परिचित हैं कि इन सबका दोषी व्यक्ति मृत्यु दंड के योग्य है, वे न केवल स्वयं ऐसा काम करते हैं, परंतु उन्हें भी पूरा समर्थन देते हैं, जो इनका पालन करते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वे तो परमेश्वर की यह विधि जानते हैं कि ऐसे-ऐसे काम करनेवाले मृत्यु के दण्ड के योग्य हैं, तो भी न केवल आप ही ऐसे काम करते हैं वरन् करनेवालों से प्रसन्न भी होते हैं। |
कानून का उल्लंघन करनेवाला मनुष्य ही दुर्जन की प्रशंसा करता है: पर कानून के माननेवाले व्यक्ति दुर्जन का विरोध करते हैं।
इस प्रकार तुम अपने पूर्वजों के कर्मों की गवाही देते हो और उन कर्मों से सहमत भी हो, क्योंकि उन्होंने तो उनकी हत्या की और तुम उनके मकबरे बनवाते हो।
और जब आपके साक्षी स्तीफनुस का रक्त बहाया जा रहा था, तो मैं उसका समर्थन करता हुआ वहाँ खड़ा था। जो लोग उनका वध कर रहे थे, मैं उनके वस्त्रों की रखवाली कर रहा था।’
शाऊल इस हत्या का समर्थन करता था। उसी दिन यरूशलेम में कलीसिया पर घोर अत्याचार प्रारम्भ हुआ। प्रेरितों को छोड़ सब-के-सब विश्वासीजन यहूदा तथा सामरी प्रदेशों में बिखर गये।
परमेश्वर का क्रोध स्वर्ग से उन लोगों के सब प्रकार के अधर्म और अन्याय पर प्रकट हो रहा है, जो अन्याय द्वारा सत्य को दबाये रखते हैं।
क्योंकि उन्होंने परमेश्वर को जानते हुए भी उसे परमेश्वर के रूप में समुचित आदर और धन्यवाद नहीं दिया। उनका समस्त चिन्तन व्यर्थ चला गया और उनका विवेकहीन मन अन्धकारमय हो गया।
उस समय आप को उन कर्मों से क्या लाभ हुआ? अब उनके कारण आप को लज्जा होती है; क्योंकि उनका परिणाम मृत्यु है।
क्योंकि पाप का वेतन मृत्यु है, किन्तु परमेश्वर का वरदान है हमारे प्रभु येशु मसीह में शाश्वत जीवन।
वे सब दण्डित किये जायें, जिन्होंने सत्य पर विश्वास नहीं किया और अधर्म का पक्ष लिया है।