विधवा ने एलियाह से कहा, ‘परमेश्वर के जन, मैंने आपका क्या अपराध किया था? क्या आप मेरे घर में इसलिए आए थे कि परमेश्वर मेरे अधर्म का स्मरण कराए और इस कारण मेरे पुत्र का देहान्त हो जाए।’
यूहन्ना 8:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह सुन कर वे बड़ों से ले कर एक-एक करके बाहर चले गए। केवल येशु और वह स्त्री, जो उनके सामने खड़ी थी, रह गए। पवित्र बाइबल जब लोगों ने यह सुना तो सबसे पहले बूढ़े लोग और फिर और भी एक-एक करके वहाँ से खिसकने लगे और इस तरह वहाँ अकेला यीशु ही रह गया। यीशु के सामने वह स्त्री अब भी खड़ी थी। Hindi Holy Bible परन्तु वे यह सुनकर बड़ों से लेकर छोटों तक एक एक करके निकल गए, और यीशु अकेला रह गया, और स्त्री वहीं बीच में खड़ी रह गई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु वे यह सुनकर बड़ों से लेकर छोटों तक, एक एक करके निकल गए, और यीशु अकेला रह गया, और स्त्री वहीं बीच में खड़ी रह गई। नवीन हिंदी बाइबल जब लोगों ने यह सुना, तो बड़ों से आरंभ करके सब एक-एक करके जाने लगे और यीशु अकेला रह गया, और वह स्त्री बीच में खड़ी रह गई। सरल हिन्दी बाइबल यह सुनकर वरिष्ठ से प्रारंभ कर एक-एक करके सब वहां से चले गए—केवल वह स्त्री और मसीह येशु ही वहां रह गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु वे यह सुनकर बड़ों से लेकर छोटों तक एक-एक करके निकल गए, और यीशु अकेला रह गया, और स्त्री वहीं बीच में खड़ी रह गई। |
विधवा ने एलियाह से कहा, ‘परमेश्वर के जन, मैंने आपका क्या अपराध किया था? क्या आप मेरे घर में इसलिए आए थे कि परमेश्वर मेरे अधर्म का स्मरण कराए और इस कारण मेरे पुत्र का देहान्त हो जाए।’
राजा ने शिमई से यह भी कहा, ‘जो दुष्कर्म तुमने मेरे पिता दाऊद के साथ किए थे, उन सबको तुम अपने हृदय में जानते हो। अत: प्रभु तुम्हारे दुष्कर्मों का फल तुम्हारे ही सिर पर डालेगा।
जो मेरे प्राण की खोज में हैं, और उसे नष्ट करना चाहते हैं, वे पूर्णत: लज्जित हों और घबरा जाएं। जो मेरी बुराई की कामना करते हैं, वे पीठ दिखाएं और अपमानित हों।
ये काम तूने किए, पर मैं चुप रहा; तूने सोचा कि मैं तेरे जैसा हूँ। पर अब मैं तेरी भत्र्सना करता हूँ− और तेरी आंखों के सामने अभियोग सिद्ध करता हूँ।
जो मेरे प्राण के खोजी हैं, वे लज्जित हों और नष्ट हो जाएं; जो मेरी बुराई का प्रयत्न करते हैं, वे निन्दा और अपमान में गड़ जाएं।
तुम्हारा हृदय जानता है कि स्वयं तुमने भी अनेक बार दूसरे व्यक्तियों को अपशब्द कहे हैं।
येशु के इन शब्दों से उनके सब विरोधी लज्जित हो गये; लेकिन सारी जनता उनके समस्त महिमामय कार्यों को देख कर आनन्दित हुई।
तब येशु ने सिर उठा कर उससे कहा, “नारी! वे लोग कहाँ हैं? क्या किसी ने भी तुम्हें दण्ड नहीं दिया?”
येशु ने लोगों से फिर कहा, “संसार की ज्योति मैं हूँ। जो मेरा अनुसरण करता है, वह अन्धकार में कभी नहीं चलेगा वरन् वह जीवन की ज्योति प्राप्त करेगा।”
येशु बड़े सबेरे फिर मन्दिर में आए। सारी जनता उनके पास इकट्ठी हो गयी और वह बैठ कर लोगों को शिक्षा देने लगे।
उस समय शास्त्री और फरीसी व्यभिचार में पकड़ी गयी एक स्त्री को लाए, और उसे सब लोगों के सामने खड़ा कर
क्योंकि वे अपने आचरण से इसका प्रमाण देते हैं कि व्यवस्था की आज्ञाएँ उनके हृदय पर अंकित हैं। उनका अन्त:करण भी इसके सम्बन्ध में साक्षी देता है। उनके विचार उन्हें कभी दोषी, तो कभी निर्दोष ठहराते हैं।
तुम कहते हो, “व्यभिचार मत करो”, और स्वयं व्यभिचार करते हो! तुम मूर्तियों से घृणा करते हो और मन्दिरों को लूटते हो!