दाऊद ने यह सोचा, ‘जैसे हानून के पिता ने मुझसे प्रेमपूर्ण व्यवहार किया था, वैसे ही मैं उसके साथ करूँगा।’ अत: दाऊद ने उसके पिता की मृत्यु के विषय में अपने दरबारियों के हाथ संवेदना-सन्देश भेजा। दाऊद के दरबारी अम्मोन देश में आए।
यिर्मयाह 37:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु न तो सिदकियाह ने, और न उसके कर्मचारियों ने और न प्रतिष्ठित नागरिकों ने प्रभु के वचनों पर ध्यान दिया जो प्रभु ने नबी यिर्मयाह के माध्यम से कहे थे। पवित्र बाइबल किन्तु सिदकिय्याह ने यहोवा के उन सन्देशों पर ध्यान नहीं दिया जिन्हें यहोवा ने यिर्मयाह नबी को उपदेश देने के लिये दिया था और सिदकिय्याह के सेवकों तथा यहूदा के लोगों ने यहोवा के सन्देश पर ध्यान नहीं दिया। Hindi Holy Bible परन्तु न तो उसने, न उसके कर्मचारियों ने, और न साधारण लोगों ने यहोवा के वचनों को माना जो उसने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु न तो उसने, न उसके कर्मचारियों ने, और न साधारण लोगों ने यहोवा के वचनों को माना जो उसने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहे थे। सरल हिन्दी बाइबल किंतु न तो उसने, न उसके सेवकों ने और न देश की प्रजा ने याहवेह की उन चेतावनियों को महत्व दिया, जो याहवेह ने भविष्यद्वक्ता येरेमियाह के द्वारा उन्हें दी थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु न तो उसने, न उसके कर्मचारियों ने, और न साधारण लोगों ने यहोवा के वचनों को माना जो उसने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा था। |
दाऊद ने यह सोचा, ‘जैसे हानून के पिता ने मुझसे प्रेमपूर्ण व्यवहार किया था, वैसे ही मैं उसके साथ करूँगा।’ अत: दाऊद ने उसके पिता की मृत्यु के विषय में अपने दरबारियों के हाथ संवेदना-सन्देश भेजा। दाऊद के दरबारी अम्मोन देश में आए।
और उसने अपना यह प्रेमभाव नबी नातान के द्वारा प्रकट किया। नातान ने प्रभु के वचन के अनुसार उसका नाम यदीद्याह रखा।
लोगों ने उसको कबर में गाड़ा। सम्पूर्ण इस्राएल प्रदेश की जनता ने उसके लिए शोक मनाया। ऐसा ही प्रभु ने अपने सेवक नबी अहियाह के माध्यम से कहा था।
इसके अतिरिक्त प्रभु का वचन नबी येहू बेन-हनानी को बाशा और उसके परिवार के विरुद्ध प्राप्त हुआ था। उसके दो कारण थे : पहला, बाशा ने प्रभु की दृष्टि में दुष्कर्म किए थे। उसने अपने इन कार्यों से प्रभु को चिढ़ाया था। वह यारोबआम के परिवार के सदृश बन गया था। दूसरा, उसने यारोबआम के परिवार को नष्ट किया था।
जब सिदकियाह राजा बना तब वह इक्कीस वर्ष का था। उसने ग्यारह वर्ष तक राजधानी यरूशलेम में राज्य किया।
जो मनुष्य मूर्ख के हाथ से सन्देश भेजता है, वह मानो अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारता है, वह मानो विपत्ति मोल लेता है।
‘इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : यिर्मयाह, तू यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह के पास जा, और उस से कह, “प्रभु यों कहता है : देख, मैं यह नगर बेबीलोन के राजा के हाथ में सौंप रहा हूं, और वह आग में इसको भस्म कर देगा।
‘और तू, ओ महा-अशुद्ध दुर्जन, इस्राएल के शासक! तेरा अन्तकाल आ गया, तेरे अन्तिम दण्ड का समय निकट आ गया।
मैंने नबियों के माध्यम से तुझे सन्देश दिए थे। मैंने ही तुझे एक के बाद एक दर्शन दिए थे। मैंने ही नबियों के द्वारा तुझे दृष्टांत दिए थे।
हारून और उसके पुत्रों ने उन सब कार्यों को किया जिनका आदेश प्रभु ने मूसा के द्वारा दिया था।
इसलिए जो इस आदेश का तिरस्कार करता है, वह मनुष्य का नहीं, बल्कि परमेश्वर का तिरस्कार करता है जो आप को अपना पवित्र आत्मा प्रदान करता है।