राजा नबूकदनेस्सर ने उसको परमेश्वर की शपथ दी थी कि वह उससे विद्रोह नहीं करेगा। तो भी उसने परमेश्वर की शपथ की उपेक्षा की और राजा नबूकदनेस्सर से विद्रोह किया। उसने इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के प्रति अपने हृदय को कठोर बना लिया था। हठ से उसकी गर्दन ऐंठ गई थी, और वह प्रभु से विमुख हो गया था।
प्रभु यों कहता है, ‘बुरे अंजीर फलों के समान, जो इतने बुरे हैं कि खाए भी नहीं जा सकते, मैं यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह, सामंतों और यरूशलेम के बचे हुए निवासियों तथा मिस्र देश के रहनेवालों के साथ बुरा व्यवहार करूंगा।
अम्मोनी राष्ट्र के सम्बन्ध में प्रभु यों कहता है : ‘क्या इस्राएल निर्वंश हो गया? क्या उसका कोई वारिस नहीं है? तब अम्मोनी राष्ट्र-देवता मल्काम ने गाद प्रदेश पर क्यों अधिकार कर लिया, और अपने निवासियों को उनके नगरों में बसा दिया?
इसलिए, मैं-प्रभु कहता हूं : देखो, वे दिन आ रहे हैं, जब मैं अम्मोन राष्ट्र की राजधानी रब्बाह के विरुद्ध उसके शत्रु को भड़काऊंगा, और चारों ओर युद्ध की आवाज सुनाई देगी; रब्बाह उजड़ जाएगा, वह खण्डहर बन जाएगा। उसके गांव और कस्बे आग से भस्म हो जाएंगे। तब जिन लोगों ने इस्राएली राष्ट्र को उसके देश से निकाल दिया था, इस्राएली उनको उनके देश से निकाल देंगे। प्रभु की यह वाणी है।
स्वामी-प्रभु यों कहता है : मेरे जीवन की सौगन्ध! उसने मेरी शपथ को तुच्छ समझा, और मेरी संधि का उल्लंघन किया; इसलिए, मैं इनका प्रतिफल उसके सिर पर डालूंगा।
ओ मानव, छाती पीटकर रो, और शोक मना; क्योंकि मेरी तलवार मेरे ही निज लोगों के विरुद्ध, मियान से निकली है। इस्राएल के समस्त उच्चाधिकारी भी मेरे निज लोगों के साथ तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे। इसलिए तू छाती पीट-पीटकर रो।
‘ओ यरूशलेम-वासियो, स्वामी-प्रभु यों कहता है : तुम्हारा अधर्म तुम्हें स्मरण हुआ, तुम्हारे अपराध प्रकट हो गए; जो कुकर्म तुमने किए हैं, उन पर से परदा हट गया। तुम्हें इन सब का स्मरण हो गया, इसलिए तुम इन्हीं के द्वारा बन्दी बनाए जाओगे।
वे तेरे कुशल-मंगल के लिए झूठे दर्शन देखते हैं, तेरे लिए झूठे शकुन विचारते हैं। ओ तलवार, तू महा-अशुद्ध दुर्जनों की गर्दन पर चल! उनका अन्तकाल आ गया, उनके अंतिम दण्ड का समय आ गया।
‘तू सदा से इस्राएलियों के साथ शत्रुता रखता रहा है। जब वे अपने अधर्म के कारण संकट में पड़े हुए थे और उनके अन्तिम दण्ड का समय आ गया था, तब तूने तलवार से उनको मारा था।
ओ इस्राएल, सुन। तेरा अन्त आ गया। मैं अपनी क्रोधाग्नि तुझ पर बरसाऊंगा। मैं तेरे आचरण के अनुसार तेरा न्याय करूंगा, और तूने जो घृणित कार्य किए हैं, उनके लिए तुझे दण्ड दूंगा।