उसके सम्बन्ध में मेरा यह वचन है : “ओ सनहेरिब! सियोन पर्वत की नगरी एक कुंआरी बेटी है; वह तुझे तुच्छ समझती है, वह तेरा मजाक उड़ाती है। तेरे पीठ पीछे कन्या नगरी यरूशलेम मुंह बिचकाती है।
यिर्मयाह 31:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं तेरा पुनर्निर्माण करूंगा, और तू फिर बसेगी, तू फिर सोलह श्रृंगार करेगी, और आनन्द मनानेवालों के बीच में नाचते-गाते हुए निकलेगी। पवित्र बाइबल मेरी दुल्हन, इस्राएल, मैं तुम्हें फिर सवारुँगा। तुम फिर सुन्दर देश बनोगी। तुम अपना तम्बूरा फिर संभालोगी। तुम विनोद करने वाले अन्य सभी लोगों के साथ नाचोगी। Hindi Holy Bible हे इस्राएली कुमारी कन्या! मैं तुझे फिर बसाऊंगा; वहां तू फिर सिंगार कर के डफ बजाने लगेगी, और आनन्द करने वालों के बीच में नाचती हुई निकलेगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे इस्राएली कुमारी कन्या! मैं तुझे फिर बसाऊँगा; वहाँ तू फिर सिंगार करके डफ बजाने लगेगी, और आनन्द करनेवालों के बीच में नाचती हुई निकलेगी, सरल हिन्दी बाइबल तब मैं पुनः तुम्हारा निर्माण करूंगा, और तुम निर्मित हो जाओगी, कुंवारी इस्राएल तुम पुनः खंजरी उठाओगी तथा उनमें सम्मिलित हो जाओगी, जो आनन्दमग्न हो रहे होंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे इस्राएली कुमारी कन्या! मैं तुझे फिर बनाऊँगा; वहाँ तू फिर श्रृंगार करके डफ बजाने लगेगी, और आनन्द करनेवालों के बीच में नाचती हुई निकलेगी। |
उसके सम्बन्ध में मेरा यह वचन है : “ओ सनहेरिब! सियोन पर्वत की नगरी एक कुंआरी बेटी है; वह तुझे तुच्छ समझती है, वह तेरा मजाक उड़ाती है। तेरे पीठ पीछे कन्या नगरी यरूशलेम मुंह बिचकाती है।
तूने मेरे विलाप को हर्ष में बदल दिया; तूने मेरा शोक-सूचक टाट उतार कर मुझे आनन्द के वस्त्र पहनाए,
परमेश्वर सियोन की रक्षा करेगा, और यहूदा प्रदेश के नगरों को फिर बसाएगा! प्रभु के सेवक वहाँ बसकर उस देश पर अधिकार कर लेंगे।
प्रभु याकूब के वंश पर पुन: दया करेगा। वह इस्राएल को फिर अपनाएगा। वह इस्राएलियों को उनके देश में फिर बसाएगा। विदेशी भी उनसे मिल जाएंगे, और याकूब के वंशजों के साथ घुल-मिल कर रहेंगे।
प्रभु के डण्डे का प्रहार, जिससे वह उन्हें दण्ड देगा और उन पर आघात करेगा, डफ और सितार की ध्वनि के साथ होगा। वह हाथ घुमा-घुमा कर उनसे लड़ता रहेगा।
सनहेरिब के सम्बन्ध में मेरा यह वचन है: ‘ओ सनहेरिब, यरूशलेम की कुंवारी बेटी, तुझे तुच्छ समझती है, वह तेरा मजाक उड़ाती है, तेरे पीठ पीछे यरूशलेम की कन्या मुंह बिचकाती है।
देख, आज मैं तुझको राष्ट्रों और राज्यों पर प्रबन्धक नियुक्त करता हूं, कि तू उनको उखाड़े, और गिराए; कि तू उनको नष्ट करे और ध्वस्त करे; कि तू उनको बनाए, और रोपे!’
‘ओ यिर्मयाह, तू उन से यह कहना: “मेरी आंखों से दिन-रात आंसुओं की झड़ी लगी रहती है; मेरे आंसू नहीं रुकते; क्योंकि यहूदा प्रदेश की जनता का सर्वनाश हो गया है; उसका भयंकर विनाश हुआ है।
‘अत: प्रभु यों कहता है: विश्व के राष्ट्रों से पूछो, क्या कभी किसी राष्ट्र ने ऐसा उत्तर सुना है? निस्सन्देह इस्राएली जाति ने अत्यन्त घिनौना काम किया है।
तो भी मैं उनका भला करने के उद्देश्य से उन पर दृष्टि करूंगा, और उन को फिर इस देश में वापस लाऊंगा। मैं उन को पुन: स्थापित करूंगा, और फिर कभी उन को ध्वस्त नहीं करूंगा। मैं उनको पुन: बोऊंगा, और उनको जड़-मूल से नहीं उखाड़ूंगा।
प्रभु यों कहता है: ‘युवतियां आनन्द-मग्न हो नृत्य करेंगी, जवान और बूढ़े एक साथ हर्ष मनाएंगे। मैं-प्रभु उनके शोक को आनन्द में बदल दूंगा, मैं उनको शान्ति दूंगा, और उनको दु:ख के बदले सुख दूंगा।
‘ओ इस्राएल, ओ कुंआरी कन्या! अपने लिए मार्ग-चिह्न बना ले, पथ पर दिशा बतानेवाले खंभे और ध्वजाएं गाड़ ले। जिस मार्ग पर तू गई थी, जिस पथ से तू गुजरी थी, उस पर सोच-विचार कर। ओ कुंआरी कन्या, वापस आ; अपने इन नगरों में लौट आ।
प्रभु कहता है, ‘देखो, समय आ रहा है, जब यह नगर हननएल बुर्ज से कोना-द्वार तक मेरे लिए पुनर्निर्मित होगा।
मैं यहूदा और इस्राएल प्रदेशों की जनता को फिर समृद्धिशाली बना दूंगा, जैसी वह पहले थी। मैं उसका पुन: निर्माण करूंगा।
ओ मिस्र! ओ कुंआरी कन्या! गिलआद प्रदेश जा, और वहां से बलसान औषधि ला। अब तक तूने व्यर्थ ही अनेक दवाइयां लीं; तू स्वस्थ नहीं होगी।
‘मुझ में निवास करनेवाले सब योद्धाओं को स्वामी ने मौत के घाट उतार दिया। स्वामी ने मेरे विरुद्ध ऐसे दल को बुलाया जिसने मेरे जवानों को रौंद डाला। स्वामी ने यहूदा प्रदेश की कुंआरी कन्या को पेर दिया, जैसे रस-कुण्ड में अंगूर पेरा जाता है।
ओ यरूशलेम की पुत्री! मैं तेरे विषय में क्या कहूं? मैं तेरी तुलना किससे करूं? ओ सियोन की कुंआरी कन्या, तुझे धैर्य बंधाने के लिए मैं तेरी समता किससे करूं? तेरा दु:ख सागर के सदृश अपार है; कौन तुझे तेरे दु:ख से उबार सकता है?
‘इस्राएली राष्ट्र एक कन्या है, जो पतित हो गई! वह फिर कभी न उठेगी। वह अपनी ही भूमि पर त्याग दी गई; उसे उठानेवाला कोई नहीं है।’
‘उस दिन मैं दाऊद की ध्वस्त झोपड़ी को खड़ा कर दूंगा, मैं उसकी दीवारों की दरारों को भरूंगा, उसके मलवे को उठाऊंगा, और प्राचीनकाल के समान उसका पुन: निर्माण करूंगा।
‘इसके पश्चात् मैं लौटूंगा, और दाऊद के गिरे हुए निवास-स्थान को पुन: बनाऊंगा। मैं उसके खंडहरों का पुनर्निर्माण करूँगा, और उसे फिर खड़ा करूंगा,
यिफ्ताह अपने घर मिस्पाह में आया। उसकी पुत्री उसका स्वागत करने के लिए बाहर निकली। वह खंजरी की ताल पर नाच रही थी। वह यिफ्ताह की इकलौती बेटी थी। इसके अतिरिक्त उसका न पुत्र था, न पुत्री।