‘यिर्मयाह, जब तू इन लोगों से ये बातें कहेगा, और वे तुझसे यह पूछेंगे, “प्रभु ने हमारे ऊपर यह महा विपत्ति ढाहने को क्यों कहा है? क्या हमने कोई अधर्म किया है? हम ने अपने प्रभु परमेश्वर के प्रति कौन-सा पाप किया है?”
यिर्मयाह 22:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘अनेक राष्ट्रों के निवासी, इस नगर से गुजरेंगे, और वे आपस में यह बात पूछेंगे, “प्रभु ने इस महानगर के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया?” पवित्र बाइबल “अनेक राष्ट्रों से लोग इस नगर से गुजरेंगे। वे एक दूसरे से पूछेंगे, ‘यहोवा ने यरूशलेम के साथ ऐसा भयंकर काम क्यों किया यरूशलेम कितना महान नगर था।’ Hindi Holy Bible और जाति जाति के लोग जब इस नगर के पास से निकलेंगे तब एक दूसरे से पूछेंगे, यहोवा ने इस बड़े नगर की ऐसी दशा क्यों की है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जाति जाति के लोग जब इस नगर के पास से निकलेंगे तब एक दूसरे से पूछेंगे, ‘यहोवा ने इस बड़े नगर की ऐसी दशा क्यों की है?’ सरल हिन्दी बाइबल “अनेक जनता इस नगर के निकट से होते हुए चले जाएंगे और उनके वार्तालाप का विषय होगा, ‘याहवेह ने इस भव्य नगर के साथ ऐसा कर दिया है?’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जाति-जाति के लोग जब इस नगर के पास से निकलेंगे तब एक दूसरे से पूछेंगे, ‘यहोवा ने इस बड़े नगर की ऐसी दशा क्यों की है?’ |
‘यिर्मयाह, जब तू इन लोगों से ये बातें कहेगा, और वे तुझसे यह पूछेंगे, “प्रभु ने हमारे ऊपर यह महा विपत्ति ढाहने को क्यों कहा है? क्या हमने कोई अधर्म किया है? हम ने अपने प्रभु परमेश्वर के प्रति कौन-सा पाप किया है?”
नबूजरदान ने यिर्मयाह को बुला कर उन से कहा, ‘आपके प्रभु परमेश्वर ने इस नगर के विरुद्ध अनिष्ट की घोषणा की थी,
और उसने उस नबूवत को पूरा भी किया। प्रभु ने वैसा ही किया जैसा उसने कहा था। आप लोगों ने प्रभु के विरुद्ध पाप किया, उसकी वाणी नहीं सुनी, इसलिए यह विपत्ति आप पर पड़ी।
संसार के राजा और पृथ्वी के निवासी यह विश्वास नहीं करते थे कि बैरी अथवा शत्रु यरूशलेम के द्वारों से प्रवेश कर सकेंगे।
फिर भी मैं उनमें से कुछ लोगों को तलवार, अकाल और महामारी से बच कर भागने दूंगा; क्योंकि मैं चाहता हूं कि जिन राष्ट्रों में जाकर वे बसेंगे उनमें वे अपने सब घृणित कार्यों को स्वीकार कर पश्चात्ताप करें, और इस सच्चाई का अनुभव करें कि मैं ही प्रभु हूं।’
उनके आचरण और व्यवहार को देखकर तुम्हें शान्ति मिलेगी, और तुम्हें मालूम होगा कि जो मैंने यरूशलेम नगर में किया है, उसका कोई कारण है।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
इस्राएल के पड़ोसी राष्ट्र भी यह जान लेंगे कि इस्राएल के वंशज अपने अधर्म के कारण अपने देश से निष्कासित हुए थे, और बन्दी होकर विदेश गए थे। उन्होंने अपने प्रभु परमेश्वर से विश्वासघात किया था। अत: उसने उनसे मुंह फेर लिया, और उनको उनके बैरियों के हाथ में सौंप दिया था। उनके बैरियों ने उनको तलवार से मौत के घाट उतारा था।
जब मैं तुझको क्रोध, कोप और रोषपूर्ण चेतावनी के साथ दण्ड दूंगा, तब तू सब राष्ट्रों में घृणा, निन्दा, चेतावनी और अपमान का पात्र बन जाएगा। सुन, मैंने, तेरे प्रभु ने, यह कहा है।
हे स्वामी, केवल तू ही धार्मिक है, और हमारा सिर शर्म से झुका हुआ है। आज भी हम, यहूदा प्रदेश के निवासी, यरूशलेम नगर के रहने वाले, वस्तुत: समस्त इस्राएली कौम के लोग जो दूर और नजदीक के देशों में प्रवास कर रहे हैं, जहाँ तूने उनको अपने प्रति विश्वासघाती आचरण के कारण रहने को विवश किया है, शर्म के कारण अति लज्जित हैं।