मनश्शे ने यहूदा प्रदेश से पाप-कर्म कराए थे। उसने वे काम किये थे, जो प्रभु की दृष्टि में बुरे हैं। इसके अतिरिक्त मनश्शे ने बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों का रक्त बहाया था। उसने यरूशलेम के एक छोर से दूसरे छोर तक निर्दोष रक्त की नदी बहाई थी!
यिर्मयाह 2:34 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तेरे आंचल में निर्दोष गरीबों का रक्त लगा है। यद्यपि तूने उन्हें सेंध लगाते हुए नहीं पकड़ा था। इन सब अपराधों के होते हुए भी पवित्र बाइबल तुम्हारे हाथ खून से रंगे हैं! यह गरीब और भोले लोगों का खून है। तुमने लोगों को मारा और वे लोग ऐसे चोर भी नहीं थे जिन्हें तुमने पकड़ा हो! तुम वे बुरे काम करते हो! Hindi Holy Bible तेरे घाघरे में निर्दोष और दरिद्र लोगों के लोहू का चिन्ह पाया जाता है; तू ने उन्हें सेंध लगाते नहीं पकड़ा। परन्तु इन सब के होते हुए भी तू कहती है, मैं निर्दोष हूं; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तेरे घाघरे में निर्दोष और दरिद्र लोगों के लहू का चिह्न पाया जाता है; तू ने उन्हें सेंध लगाते नहीं पकड़ा। परन्तु इन सब के होते हुए भी सरल हिन्दी बाइबल तुम्हारे वस्त्र पर तो निर्दोष गरीब का जीवन देनेवाला रक्त पाया गया है, तुम्हें तो पता ही न चला कि वे कब तुम्हारे आवास में घुस आए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तेरे घाघरे में निर्दोष और दरिद्र लोगों के लहू का चिन्ह पाया जाता है; तूने उन्हें सेंध लगाते नहीं पकड़ा। परन्तु इन सब के होते हुए भी |
मनश्शे ने यहूदा प्रदेश से पाप-कर्म कराए थे। उसने वे काम किये थे, जो प्रभु की दृष्टि में बुरे हैं। इसके अतिरिक्त मनश्शे ने बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों का रक्त बहाया था। उसने यरूशलेम के एक छोर से दूसरे छोर तक निर्दोष रक्त की नदी बहाई थी!
इनके अतिरिक्त मनश्शे ने बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों का रक्त बहाया था। उसने यरूशलेम के एक छोर से दूसरे छोर तक निर्दोष रक्त की नदी बहाई थी। प्रभु ने उसको क्षमा नहीं किया था।
‘यदि कोई मनुष्य एक बैल अथवा एक भेड़ चुराकर उसे काटता अथवा बेचता है, तो वह एक बैल के बदले पांच बैल और एक भेड़ के बदले चार भेड़ देकर क्षति-पूर्ति करेगा। उसे उनको वापस करना पड़ेगा। यदि उसके पास वापस करने के लिए कुछ नहीं है तो उसे चोरी के अपराध में बेच दिया जाएगा।
यदि चुराया हुआ पशु चाहे वह बैल, गधा अथवा भेड़ हो, उसके अधिकार में जीवित पाया जाए तो वह उसका दुगुना लौटाएगा।
तुम हर एक हरे वृक्ष के नीचे, बांज वृक्ष के निकुंज में कामातुर पड़े रहते हो; घाटियों में, चट्टानों की दरारों में तुम अपने बच्चों की बलि चढ़ाते हो।
तुम्हारे हाथ हत्या के खून से, और तुम्हारी अंगुलियाँ दुष्कर्म से अपवित्र हैं। तुम्हारे ओंठ झूठ बोलते हैं, तुम्हारी जीभ दुष्टतापूर्ण बातें निकालती है।
उनके पैर बुराई की ओर दौड़ते हैं, वे निर्दोष व्यक्ति का रक्त बहाने को भागकर जाते हैं। उनके विचार अधर्म के विचार हैं, उनकी योजनाएं केवल हिंसा और विनाश के लिए हैं।
क्योंकि तुम लोगों ने मुझ-प्रभु की आराधना त्याग कर इस स्थान में अन्य देवी-देवताओं को सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाए हैं, और यों मेरे निवास-स्थान को अपवित्र कर दिया है। इन देवी-देवताओं की उपस्थिति का अनुभव न तुम्हें, न तुम्हारे पूर्वजों और न यहूदा प्रदेश के राजाओं को हुआ है। तुम ने निर्दोष बच्चों के खून से इस स्थान को भर दिया है।
‘तू अपने प्रेमी ढूंढ़ने में कितनी चतुर है? तूने बुरी स्त्रियों को भी अपनी चाल सिखा दी है!
जब वे घृणित कार्य करते हैं, तब क्या वे लज्जित होते हैं? नहीं, उनकी आंखों में शर्म-लज्जा का पानी मर गया है। दुष्कर्म करते समय पश्चात्ताप की भावना उनमें उभरती ही नहीं। इसलिए विनाश होनेवालों के साथ वे भी नष्ट होंगे। जब मैं यरूशलेम के निवासियों को दण्ड दूंगा, तब नबी और पुरोहित भी ठोकर खाकर गिर जाएंगे।’ प्रभु की यह वाणी है।
अपने पुत्र-पुत्रियों को बलि चढ़ाने के लिए उन्होंने बेन-हिन्नोम की घाटी में तोपेत नामक वेदी बनायी है। वहां वे आग में अपने पुत्रों और पुत्रियों की आहुति देते हैं। इस बलि का मैंने कभी आदेश नहीं दिया था, और न कभी यह घृणित बात मेरे मन में आयी थी।
यदि तुम विदेशियों, अनाथों और विधवाओं पर अत्याचार नहीं करोगे, इस स्थान पर निर्दोष मनुष्य की हत्या नहीं करोगे; यदि तुम अन्य देवताओं का अनुसरण नहीं करोगे जिससे तुम्हारा अनिष्ट होता है;
जब वे घृणित कार्य करते हैं, तब क्या वे लज्जित होते हैं? नहीं, उनकी आंखों में शर्म-लज्जा का पानी मर गया है। दुष्कर्म करते समय पश्चात्ताप की भावना उनमें उभरती ही नहीं। इसलिए विनाश होनेवालों में वे भी नष्ट होंगे। जब मैं यरूशलेम के निवासियों को दण्ड दूंगा, तब नबी और पुरोहित भी ठोकर खाकर गिर जाएंगे।’ प्रभु की यह वाणी है।
उसकी अशुद्धता उसके कपड़ों पर लिपटी है। उसने अपने अंत का विचार भी न किया। अत: वह विस्मित ढंग से पतन के गड्ढे में गिर पड़ी! उसे सांत्वना देनेवाला भी कोई नहीं है। ‘हे प्रभु, मेरे कष्टों को देख; क्योंकि शत्रु मुझ पर प्रबल हो गया!’
वे अंधों की तरह गलियों में भटकते हैं; उनकी पोशाक धार्मिकों के खून से कलंकित है, अत: कोई उनकी पोशाक को स्पर्श नहीं करता।
जब तुम इन मूर्तियों के सामने उपहार-भेंट चढ़ाते हो, जब तुम अपने पुत्रों की अग्नि-बलि चढ़ाते हो, तब इस मूर्ति-पूजा के कारण तुम आज तक स्वयं को अशुद्ध करते हो। ऐसे घृणित काम करने के पश्चात् भी तुम आशा करते हो कि मैं तुम्हारे प्रश्नों के उत्तर में तुम पर अपनी इच्छा प्रकट करूंगा? ओ इस्राएल के वंशजो, मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है, तुम मेरी इच्छा नहीं जान सकोगे।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
तेरे उच्चाधिकारी दहाड़ते हुए सिंह हैं, जो अपने शिकार को चीर-फाड़ रहे हैं। उन्होंने मनुष्यों को खा लिया है। उन्होंने जनता के धन और कीमती वस्तुओं को हड़प लिया है। उन्होंने नगर में अनेक विवाहित स्त्रियों को विधवा बना दिया है।
अत: धार्मिक मनुष्य ओहोला और ओहोलीबा का न्याय-निर्णय करेंगे, और जो दण्ड व्यभिचारिणी स्त्रियों और हत्या करने वाली स्त्रियों को दिया जाता है, वही दण्ड उनको भी मिलेगा। निस्सन्देह ओहोला और ओहोलीबा व्यभिचारिणी हैं। उनके हाथों में खून लगा है।’
जो हत्या इस नगरी ने की है, उसका खून अब तक विद्यमान है। उसने खून को रेत से ढांपने के लिए भूमि पर नहीं उण्डेला है। वरन् उसको नंगी चट्टान पर उण्डेला है।
तब उसने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, यहूदा और इस्राएल प्रदेशों की जनता ने महादुष्कर्म किया है। उनका सारा देश रक्तपात से भर गया है। यरूशलेम नगर में अन्याय ही अन्याय दिखाई देता है। वे कहते हैं, “प्रभु हमारे देश को छोड़ कर चला गया है, वह हमें नहीं देखता है।”