मैंने उसे चुना है कि वह अपने पुत्रों और परिवार को, जो उसके पश्चात् रहेंगे, शिक्षा दे कि वे धार्मिकता और न्याय के कार्य करें और मुझ-प्रभु के मार्ग पर चलते रहें। तब मैं उस वचन को पूर्ण करूँगा जो मैंने अब्राहम को दिया है।’
यिर्मयाह 2:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने उत्तम अंगूर-बेल, श्रेष्ठ जाति की बेल के रूप में तुझे लगाया था। फिर क्यों तुझ में कीड़ा लग गया? क्यों तू जंगली अंगूर-बेल बन गई? पवित्र बाइबल यहूदा, मैंने तुम्हें विशेष अंगूर की बेल की तरह रोपा। तुम सभी अच्छे बीज के समान थे। तुम उस भिन्न बेल में कैसे बदले जो बुरे फल देती है Hindi Holy Bible मैं ने तो तुझे उत्तम जाति की दाखलता और उत्तम बीज कर के लगाया था, फिर तू क्यों मेरे लिये जंगली दाखलता बन गई? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं ने तो तुझे उत्तम जाति की दाखलता और उत्तम बीज करके लगाया था, फिर तू क्यों मेरे लिये जंगली दाखलता बन गई? सरल हिन्दी बाइबल फिर भी मैंने तुम्हें एक उत्कृष्ट द्राक्षलता सदृश, पूर्णतः, विशुद्ध बीज सदृश रोपित किया. तब ऐसा क्या हो गया जो तुम विकृत हो गए और वन्य लता के निकृष्ट अंकुर में, परिवर्तित हो गए? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैंने तो तुझे उत्तम जाति की दाखलता और उत्तम बीज करके लगाया था, फिर तू क्यों मेरे लिये जंगली दाखलता बन गई? |
मैंने उसे चुना है कि वह अपने पुत्रों और परिवार को, जो उसके पश्चात् रहेंगे, शिक्षा दे कि वे धार्मिकता और न्याय के कार्य करें और मुझ-प्रभु के मार्ग पर चलते रहें। तब मैं उस वचन को पूर्ण करूँगा जो मैंने अब्राहम को दिया है।’
तब वह बोला, ‘अब तेरा नाम याकूब न होगा, वरन् “इस्राएल” होगा; क्योंकि तूने परमेश्वर और मनुष्य से लड़कर विजय प्राप्त की है।’
तूने राष्ट्रों को अपने हाथ से उखाड़ा, पर हमारे पूर्वजों को स्थापित किया था; और उनको विकसित करने के लिए तूने अन्य जातियों का दमन किया था।
‘हे प्रभु, तू अपने उस पर्वत पर, अपने उस स्थान पर, जिसे तूने अपने निवास-स्थान के लिए बनाया है, उन्हें पहुँचाएगा। हे प्रभु, अपने पवित्र स्थान पर, जिसे तेरे हाथों ने स्थापित किया है, तू उन्हें रोपेगा।
जो नगरी सती-साध्वी थी, वह कैसे वेश्या बन गई! वह न्याय-प्रिय थी, उसमें धर्म का निवास था। पर अब? वहाँ हत्यारे बसे हुए हैं।
मेरे अंगूर-उद्यान में और क्या करने को शेष था, जो मैंने उसके लिए नहीं किया? पर जब मैंने उसके मीठे अंगूर की आशा की, तब मुझे उससे केवल खट्टे अंगूर मिले।
तेरे सब निवासी धार्मिक होंगे; वे सदा के लिए देश पर अधिकार करेंगे, जिससे मेरी महिमा हो। ये लोग मेरे पौधे की शाखाएँ हैं; इन्हें मैंने अपने हाथ से रचा है।
प्रभु ने मुझे इसलिए भेजा है कि मैं सियोन में शोक करनेवालों को राख नहीं, वरन् विजय-माला पहनाऊं; विलाप नहीं, बल्कि उनके मुख पर आनन्द का तेल मलूं, उन्हें निराशा की आत्मा नहीं, वरन् स्तुति की चादर ओढ़ाऊं, ताकि वे धार्मिकता के बांज वृक्ष कहलाएँ; वे प्रभु के पौधे कहलाएँ और उनसे प्रभु की महिमा हो।
ओ इस्राएली कौम, प्रभु ने एक बार तुझको ‘हरा-भरा, मीठे, रस-भरे फलों से परिपूर्ण जैतून वृक्ष’ कहा था; किन्तु अब वह दावानल उत्पन्न करेगा, और जैतून-वृक्ष में आग लग जाएगी, और उसकी शाखाएं जल कर राख हो जाएँगी।
ओ इस्राएली राष्ट्र, जिस स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने तुझे स्थापित किया था, अब वही तुझे उखाड़ कर फेंक देगा। वह कहता है, ‘इस्राएल प्रदेश के, और यहूदा प्रदेश के लोगों ने मेरे प्रति दुष्कर्म किया है; उन्होंने बअल देवता की वेदी पर सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाकर मेरी क्रोधाग्नि को भड़काया है।’
प्रभु ने कहा, ‘ओ इस्राएल के बैरियो, ओ यहूदा के शत्रुओ, उसकी अंगूर की क्यारियों में से होकर जाओ, और अंगूर-उद्यान को नष्ट कर दो (पर पूर्णत: नष्ट मत करना); उसकी बेल-लताएं तोड़ डालो; क्योंकि यह उद्यान अब मेरा नहीं रहा।
सोने का रंग कैसे फीका पड़ गया! शुद्ध सोना कैसे खोटा हो गया! यरूशलेम में पवित्र पत्थर रूपी पुरुष गली- कूचों के छोरों पर मृत पड़े हैं।
‘ओ मानव, मुझे बता : अंगूर-लता की लकड़ी की क्या उपयोगिता है? क्या अंगूर की शाखा ईंधन की दृष्टि से जंगल के पेड़ों की लकड़ी से उत्तम होती है?
“एक और दृष्टान्त सुनो : एक जमींदार था। उसने अंगूर का एक उद्यान लगाया और उसके चारों ओर बाड़ा बाँधा। उसने उसमें रस का कुण्ड खुदवाया और पक्का मचान बनवाया। तब उसे किसानों को पट्टे पर दे कर वह परदेश चला गया।
येशु महापुरोहितों, शास्त्रियों और धर्मवृद्धों से दृष्टान्तों में कहने लगे : “किसी मनुष्य ने अंगूर का उद्यान लगाया। उसने उसके चारों ओर बाड़ा बाँधा; उस में रस का कुण्ड खुदवाया और पक्का मचान बनवाया। तब उसे किसानों को पट्टे पर देकर वह परदेश चला गया।
तब येशु जनता को यह दृष्टान्त सुनाने लगे, “किसी मनुष्य ने अंगूर-उद्यान लगाया और उसे किसानों को पट्टे पर दे कर बहुत दिनों के लिए परदेश चला गया।
उनकी अंगूर की बेल सदोम की अंगूर शाखा से, गमोरा के अंगूर-उद्यान से निकलती है। उनके अंगूर विषमय, उनके अंगूर के गुच्छे कड़ुए हैं।
उसने तेरे पूर्वजों से प्रेम किया था, इसलिए उसने उनके पश्चात् उनके वंशजों को चुना, और अपनी उपस्थिति से, अपने महान् सामर्थ्य से वह तुझे मिस्र देश से निकाल लाया
जब तक यहोशुअ जीवित रहा, इस्राएली लोग प्रभु की आराधना करते रहे। वे उसकी मृत्यु के पश्चात् भी प्रभु की आराधना करते रहे। उस समय तक इस्राएली धर्मवृद्ध जीवित थे। उन्हें उन सब आश्चर्यपूर्ण कार्यों की स्मृति थी जो प्रभु ने इस्राएली समाज के लिए किए थे।