यिर्मयाह 2:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब मिस्र की ओर ताकने से क्या लाभ? नील नदी का पानी पीने से तुझे कुछ फायदा न होगा। असीरिया देश से संधि करने से तेरा भला न होगा। फरात नदी का जल भी तुझ में नवजीवन नहीं डाल सकेगा। पवित्र बाइबल यहूदा के लोगों, इसके बारे में सोचो: क्या उसने मिस्र जाने में सहायता की क्या इसने नील नदी का पानी पीने में सहायता की नहीं! क्या इसने अश्शूर जाने में सहायता की क्या इसने परात नदी का जल पीने में सहायता की नहीं! Hindi Holy Bible और अब तुझे मिस्र के मार्ग से क्या लाभ है कि तू सीहोर का जल पीए? अथवा अश्शूर के मार्ग से भी तुझे क्या लाभ कि तू महानद का जल पीए? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अब तुझे मिस्र के मार्ग से क्या लाभ है कि तू सीहोर का जल पीए? अथवा अश्शूर के मार्ग से भी तुझे क्या लाभ कि तू महानद का जल पीए? सरल हिन्दी बाइबल किंतु अब तुम मिस्र की ओर क्यों देखते हो? नील नदी के जल पीना तुम्हारा लक्ष्य है? अथवा तुम अश्शूर के मार्ग पर क्या कर रहे हो? क्या तुम्हारा लक्ष्य है, फरात नदी के जल का सेवन करना? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अब तुझे मिस्र के मार्ग से क्या लाभ है कि तू सीहोर का जल पीए? अथवा अश्शूर के मार्ग से भी तुझे क्या लाभ कि तू फरात का जल पीए? |
वे अनेक सागरों की यात्रा करते थे। शिहोर का अनाज, नील नदी की फसल उन्हें आय में प्राप्त होती थी। वे अनेक राष्ट्रों से व्यापार करते थे।
ओ इस्राएलियो, धिक्कार है तुम्हें! तुम मिस्र-देश से सहायता मांगने जाते हो; तुम उसकी अश्व-शक्ति का सहारा लेते हो। तुम्हें उसके रथों पर भरोसा है; क्योंकि उसके पास असंख्य रथ हैं। तुम्हें उसके घुड़सवारों पर विश्वास है; क्योंकि वे बहुत बलवान हैं। ओ इस्राएलियो, धिक्कार है तुम्हें! तुम इस्राएल के पवित्र परमेश्वर की ओर सहायता के लिए नहीं देखते; तुम प्रभु का मार्गदर्शन नहीं खोजते।
उस दिन स्वामी फरात नदी के तट पर एक उस्तरा किराए पर लेगा− अर्थात् असीरिया के राजा को, और वह उससे सिर और पैरों के बाल मूंड़ेगा, वह दाढ़ी भी साफ करेगा।
तू कितनी सरलता से अपना आचरण बदल लेती है, जैसे गिरगिट रंग बदलता है। पर जैसे असीरिया ने तेरी लज्जा लूटी थी, वैसे ही मिस्र भी तुझे अपमानित करेगा।
ओ चंचल पुत्री! तू कब तक यहां-वहां भटकती रहेगी? मैं-प्रभु ने पृथ्वी पर एक नई व्यवस्था की है : नारी पुरुष की रक्षा करेगी।’
सयाहता की राह देखते-देखते हमारी आंखें पथरा गईं; हमने सहायता के लिए ऐसे राष्ट्र की बाट जोही जो हमें बचा न सका।
ओ यरूशलेम, तेरी कामाग्नि तो बुझती ही नहीं थी, इसलिए तूने असीरिया से भी व्यभिचार किया। किन्तु उससे व्यभिचार करने पर भी तेरी भूख नहीं मिटी।
किन्तु उसने बेबीलोन के विरुद्ध विद्रोह कर दिया, और मिस्र देश को अपने दूत भेजे ताकि वह उसकी मदद करे, और उसको घोड़े और विशाल सेना भेजे। क्या वह अपने विद्रोह में सफल होगा? ऐसे काम करनेवाला मनुष्य क्या भाग कर अपने प्राण बचा सकेगा? सन्धि की शर्तों को तोड़नेवाला क्या बच सकेगा?
तेरे साथ क्यों ऐसा व्यवहार किया जाएगा? क्योंकि तूने अन्य राष्ट्रों के साथ व्यभिचार किया है, और उनकी मूर्तियों से स्वयं को भ्रष्ट किया है। तेरी कामुकता और वेश्यावृत्ति के कारण ही तेरे साथ यह व्यवहार किया जाएगा।
जब एफ्रइम ने अपना घाव देखा, और यहूदा ने अपना रोग, तब एफ्रइम असीरिया देश को गया। उसने अविलम्ब सम्राट से सहायता मांगी। पर वह उसे स्वस्थ नहीं कर सकता है, वह उसके घाव नहीं भर सकता है।
एफ्रइम मूर्ख और नासमझ कबूतर है; वह सहायता के लिए पुकारता तो है मिस्र देश को, पर जाता है असीरिया देश के पास!
मिस्र देश की सीमा पर शीहोर नदी से उत्तर में एक्रोन नगर-राज्य की सीमा के अन्तर्गत का भूमि-भाग कनानी जाति का देश माना जाता था। पलिश्ती जाति के पांच सामन्त गाजा, अश्दोद, एश्कलोन, गत और एक्रोन नगरों में रहते थे।) और दक्षिण में अव्वी जाति का प्रदेश।