तुम पितृहीन बच्चे पर, चिट्ठी डाल कर, उसको गुलाम बना सकते हो; तुम अपने मित्र तक का सौंदा कर सकते हो!
यिर्मयाह 18:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्या भलाई का बदला बुराई है? फिर भी उन्होंने मेरा प्राण लेने के लिए गड्ढा खोदा है। प्रभु, स्मरण कर कि मैं उनकी भलाई के लिए तेरे सम्मुख खड़ा होकर तुझ से विनती करता था कि तेरा क्रोध उनसे दूर हो जाए। पवित्र बाइबल मैंने यहूदा के लोगों के लिये अच्छा किया है। किन्तु अब वे उल्टे बदले में बुराई दे रहे हैं। वे मुझे फँसा रहे हैं। वे मुझे धोखा देकर फँसाने और मार डालने का प्रयत्न कर रहे हैं। Hindi Holy Bible क्या भलाई के बदले में बुराई का व्यवहार किया जाए? तू इस बात का स्मरण कर कि मैं उनकी भलाई के लिये तेरे साम्हने प्रार्थना करने को खड़ा हुआ जिस से तेरी जलजलाहट उन पर से उतर जाए, और अब उन्होंने मेरे प्राण लेने के लिये गड़हा खोदा है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या भलाई के बदले में बुराई का व्यवहार किया जाए? तू इस बात का स्मरण कर कि मैं उनकी भलाई के लिये तेरे सामने प्रार्थना करने को खड़ा हुआ जिस से तेरी जलजलाहट उन पर से उतर जाए, और अब उन्होंने मेरे प्राण लेने के लिये गड़हा खोदा है। सरल हिन्दी बाइबल क्या संकट के द्वारा कल्याण का प्रतिफल दिया जा सकता है? उन्होंने तो मेरे लिए गड्ढा खोद रखा है. स्मरण कीजिए मैं आपके समक्ष कैसे ठहरा रहता था और उनकी सहायता में ही मत दिया करता था, कि उनके प्रति आपका क्रोध दूर किया जा सके. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या भलाई के बदले में बुराई का व्यवहार किया जाए? तू इस बात का स्मरण कर कि मैं उनकी भलाई के लिये तेरे सामने प्रार्थना करने को खड़ा हुआ जिससे तेरी जलजलाहट उन पर से उतर जाए, और अब उन्होंने मेरे प्राण लेने के लिये गड्ढा खोदा है। |
तुम पितृहीन बच्चे पर, चिट्ठी डाल कर, उसको गुलाम बना सकते हो; तुम अपने मित्र तक का सौंदा कर सकते हो!
अत: प्रभु ने कहा कि वह उन्हें मार डालता, यदि प्रभु का मनोनीत मूसा उसके सम्मुख खड़ा न होता, और उसका कोप लौटा न देता; निस्सन्देह, प्रभु उन्हें नष्ट कर देता।
मुझे नष्ट करने के लिए दुर्जन घात लगाते हैं, किन्तु मैं तेरी सािक्षयों पर विचार करता हूं।
जो भलाई का प्रतिकार बुराई से करते हैं, वे मेरे बैरी हैं- क्योंकि मैं भलाई का अनुसरण करता हूँ।
शत्रुओं ने मेरे पैरों के लिए जाल फैलाया है; मैं झुक गया हूँ। उन्होंने मेरे सम्मुख एक गड्ढा खोदा है; पर वे स्वयं उसमें गिर पड़े हैं। सेलाह
जो मनुष्य दूसरे के लिए गड्ढा खोदता है, वह स्वयं उसमें गिरता है। जो मनुष्य दूसरे के लिए फन्दा लगाता है, वह खुद उसमें फंस जाता है।
जो दूसरे व्यक्ति के लिए गड्ढा खोदता है, वह स्वयं उसमें गिरेगा। जो चोरी के लिए दीवार में सेंध लगाता है, उसको सांप डसेगा।
‘इसलिए, यिर्मयाह, तू इन लोगों के लिए प्रार्थना मत कर। इन की ओर से न विनती कर, और न गिड़गिड़ा कर प्रार्थना कर; क्योंकि जब वे अपने संकट-काल में मेरे नाम की दुहाई देंगे, तब भी मैं उसको नहीं सुनूंगा।
हे प्रभु, हम अपने और अपने पूर्वजों के दुष्कर्मों को उनके अधर्म के कामों को स्वीकार करते हैं। हे प्रभु, हमने तेरे प्रति पाप किया है।
तब प्रभु ने मुझ से कहा, ‘यदि मूसा और शमूएल भी मेरे सम्मुख खड़े हों, और यहूदा प्रदेश के लोगों के लिए दया की भीख मांगें, तो भी मेरा हृदय उनके प्रति नहीं पिघलेगा। उनको मेरी नजर से दूर करो, मेरी उपस्थिति से निकाल दो।
प्रभु, जो लोग मुझे सताते हैं, उनको तू लज्जित कर, और मुझे लज्जित न होने दे। वे डर से कांप उठें, किन्तु मैं निडर बनूं। उनको विनाश का दिन दिखा; उनका विनाश कर, नहीं सर्वनाश कर!
प्रभु, जब तू उन पर अचानक शत्रु-दल लाएगा, तब उनके मकानों से चीख-पुकार की आवाज निकले। उन्होंने मुझे गिराने के लिए गड्ढा खोदा है; मेरे पैरों को फांसने के लिए फंदा बिछाया है!
यदि ये नबी सचमुच प्रभु के नबी हैं, और प्रभु का वचन उनके साथ है, तो वे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु से विनती करें कि शत्रु-सैनिक उस के भवन में बचे हुए पवित्र पात्रों को, राजमहल के बहुमूल्य पात्रों तथा यरूशलेम के समस्त कीमती पात्रों को न लूटें, और उनको भी बेबीलोन न ले जाएं।
मेरे निज लोगों में दुर्जन पाए जाते हैं। वे चिड़ीमार शिकारी की तरह फंदा लगा कर बैठते हैं। वे जाल बिछाते हैं, और लोगों का शिकार करते हैं।
‘और तू, यिर्मयाह, इन लोगों के लिए प्रार्थना मत कर। तू इनके लिए क्षमा की प्रार्थना मत कर; मेरी दुहाई मत दे, और न इनके लिए मुझसे निवेदन कर; क्योंकि मैं इनके सम्बन्ध में तेरी प्रार्थना नहीं सुनूंगा।
येशु ने उन से कहा, “मैंने अपने पिता की ओर से तुम लोगों के सामने बहुत-से अच्छे कार्य किये हैं। उन में किस कार्य के लिए मुझे पत्थरों से मार डालना चाहते हो?”
यह इसलिए हुआ कि उनकी व्यवस्था का यह कथन पूरा हो जाए; ‘उन्होंने अकारण ही मुझ से बैर किया।’
योनातन ने अपने पिता शाऊल से दाऊद के विषय में भली बातें कहीं। योनातन ने कहा, ‘महाराज, अपने सेवक दाऊद के प्रति पाप न करें! उसने आपके प्रति पाप नहीं किया है। उसके सब कार्यों से आप का बहुत हित हुआ है।