परमेश्वर ने नूह से कहा, ‘मैंने समस्त प्राणियों का अन्त करने का निश्चय किया है। उनके कारण पृथ्वी हिंसा से भर गई है। मैं पृथ्वी सहित उनको नष्ट करूंगा।
यहेजकेल 7:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ओ मानव-संतान, सुन। इस्राएल देश के सम्बन्ध में स्वामी-प्रभु यों कहता है: अन्त! हां अन्त! देश के चारों कोनों पर अन्त बढ़ा आ रहा है। पवित्र बाइबल उसने कहा, “मनुष्य के पुत्र, अब मेरे स्वामी यहोवा का यह सन्देश है। यह सन्देश इस्राएल देश के लिये है: “अन्त! अन्त आ गया है। पूरा देश नष्ट हो जायेगा। Hindi Holy Bible हे मनुष्य के सन्तान, प्रभु यहोवा इस्राएल की भूमि के विषय में यों कहता है, कि अन्त हुआ; चारों कोनों समेत देश का अन्त आ गया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे मनुष्य के सन्तान, प्रभु यहोवा इस्राएल की भूमि के विषय में यों कहता है : कि अन्त हुआ; चारों कोनों समेत देश का अन्त आ गया है। सरल हिन्दी बाइबल “हे मनुष्य के पुत्र, परम प्रधान याहवेह का इस्राएल देश को यह कहना है: “ ‘अंत! देश के चारों ओर अंत का समय आ गया है! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे मनुष्य के सन्तान, प्रभु यहोवा इस्राएल की भूमि के विषय में यह कहता है, कि अन्त हुआ; चारों कोनों समेत देश का अन्त आ गया है। (यहे. 7:5) |
परमेश्वर ने नूह से कहा, ‘मैंने समस्त प्राणियों का अन्त करने का निश्चय किया है। उनके कारण पृथ्वी हिंसा से भर गई है। मैं पृथ्वी सहित उनको नष्ट करूंगा।
तूने सोचा था, कि तू सदा मालकिन बनी रहेगी। अत: तूने अपने हृदय में इन बातों पर विचार नहीं किया, तू भूल गई कि इनका परिणाम गंभीर होगा।
कब तक देश विलाप करता रहेगा? कब तक हमारे चरागाह की घास सूखती रहेगी? क्योंकि देशवासियों के दुष्कर्मों के कारण पशु और पक्षी भी नष्ट हो गए हैं: ये दुष्कर्मी कहते हैं, ‘प्रभु हमारा आचरण नहीं देखता है।’
नबी झूठी नबूवत करते हैं; पुरोहित उनकी हां में हां मिलाते हैं। मेरे निज लोगों को यह पसन्द भी है। परन्तु जब अन्त आएगा तब तुम क्या करोगे?
ओ अनेक नदियों से घिरी नगरी, ओ धन-सम्पत्ति से भरी-पूरी नगरी! तेरा अन्त आ गया। तेरी जीवन-लीला समाप्त हो गई।
उसकी अशुद्धता उसके कपड़ों पर लिपटी है। उसने अपने अंत का विचार भी न किया। अत: वह विस्मित ढंग से पतन के गड्ढे में गिर पड़ी! उसे सांत्वना देनेवाला भी कोई नहीं है। ‘हे प्रभु, मेरे कष्टों को देख; क्योंकि शत्रु मुझ पर प्रबल हो गया!’
शत्रु हमारे पीछे ऐसे पड़े थे कि हम चौराहों पर खुलेआम न चल सके। हमारा अन्त समीप आ गया था; हमारी आयु पूरी हो चुकी थी; क्योंकि हमारे जीवन का अंत निकट आ गया था।
जब मैं यह नबूवत कर रहा था, तब अचानक पलत्याह बेन-बनायाह मर गया। मैं भय से अपने मुंह के बल भूमि पर गिरा, और ऊंची आवाज में प्रभु की दुहाई दी। मैंने कहा, ‘स्वामी-प्रभु! क्या तू इस्राएली कौम के बचे हुए लोगों का भी अंत कर देगा?’
‘ओ मानव, इस कहावत का क्या अर्थ है जो तुम अपने देश के सम्बन्ध में कहते हो : “दिन तो बीतते-बीतते अधिक हो गए, किन्तु प्रभु के दर्शन की बातें सच सिद्ध नहीं हुईं।” ?
‘ओ मानव, तू अपना मुख यरूशलेम की ओर कर, और पवित्र स्थानों के विरुद्ध उपदेश दे। तू इस्राएल देश के विरुद्ध नबूवत कर,
‘और तू, ओ महा-अशुद्ध दुर्जन, इस्राएल के शासक! तेरा अन्तकाल आ गया, तेरे अन्तिम दण्ड का समय निकट आ गया।
मैं मियान से तलवार निकालूंगा, और दक्षिण से उत्तर तक सब प्राणियों का वध करूंगा, चाहे वे धार्मिक हों और चाहे दुर्जन।
जब वे तुझ से पूछेंगे, “आप क्यों दु:ख मना रहे हैं?” तब तू उनको बताना, “समाचार के कारण; क्योंकि ऐसी घटना घटनेवाली है जिसको देखकर सब लोगों का हृदय कांप उठेगा, उनके हाथ सुन्न पड़ जाएंगे। वे भय से मूच्छिर्त हो जाएंगे। वे अपने पैरों पर खड़े न हो सकेंगे। देखो, महाविनाश आ रहा है। यह विनाशकारी घटना अवश्य घटेगी,” स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।’
‘तू सदा से इस्राएलियों के साथ शत्रुता रखता रहा है। जब वे अपने अधर्म के कारण संकट में पड़े हुए थे और उनके अन्तिम दण्ड का समय आ गया था, तब तूने तलवार से उनको मारा था।
मैंने परमेश्वर के दर्शन देखे। परमेश्वर ने अपने दर्शन में मुझे इस्राएल देश में पहुंचाया, और वहां एक अत्यन्त ऊंचे पहाड़ पर खड़ा कर दिया। मैंने देखा कि मेरे सामने नगर के आकार-सा कुछ है।
ओ इस्राएल, सुन। तेरा अन्त आ गया। मैं अपनी क्रोधाग्नि तुझ पर बरसाऊंगा। मैं तेरे आचरण के अनुसार तेरा न्याय करूंगा, और तूने जो घृणित कार्य किए हैं, उनके लिए तुझे दण्ड दूंगा।
हाय! हाय! विशेष दिन, प्रभु का दिन समीप आ गया। सर्वशक्तिमान परमेश्वर की ओर से मानो महाविनाश का दिन आ गया।
मैं तुम्हारे आनन्द के उत्सव-पर्वों को शोक-दिवसों में परिणत कर दूंगा; मैं तुम्हारे स्तुति गीतों को विलाप गीतों में बदल दूंगा। शोक प्रदर्शित करने के लिए तुम-सबको कमर में टाट के वस्त्र पहनने पड़ेंगे, तुम्हें सिर मुंड़ाना होगा। मैं तुमसे ऐसा शोक कराऊंगा, जैसा इकलौते पुत्र का मृत्यु शोक होता है। वह दिन अन्त तक भयावह होगा।’
प्रभु ने मुझसे पुछा, ‘आमोस, तू क्या देख रहा है?’ मैंने उत्तर दिया, ‘ग्रीष्म ऋतु के पके हुए फलों की एक टोकरी।’ तब प्रभु ने मुझ से कहा, ‘मेरे लोग इस्राएलियों के दिन पक गए। अब मैं उन्हें बिना दण्ड दिये नहीं छोड़ूंगा।
तुम युद्धों की चर्चा सुनोगे और युद्धों के बारे में अफवाहें सुनोगे। पर देखो, इस से मत घबराना, क्योंकि ऐसा होना अनिवार्य है। परन्तु यही अन्त नहीं है।
उसने कहा, मैं विमुख होऊंगा। मैं देखूंगा कि उनका क्या अन्त होता है। यह सत्य और न्याय से जी चुरानेवाली पीढ़ी है! इन बच्चों में निष्ठा का अभाव है।
और वह पृथ्वी के चार कोनों में बसने वाले राष्ट्रों को बहकाने के लिए और गोग एवं मागोग की सेनाओं को, जो समुद्र के बालू-कणों की तरह असंख्य हैं, युद्ध के लिए एकत्र करने निकलेगा।
इसके बाद मैंने पृथ्वी के चार कोनों पर चार स्वर्गदूतों को खड़ा देखा। वे पृथ्वी के चारों पवनों को रोक रहे थे, जिसके फलस्वरूप कोई भी पवन न पृथ्वी पर बह रहा था, न समुद्र पर और न किसी वृक्ष पर ही।