दाऊद ने अपने पुत्र सुलेमान को भवन की ड्योढ़ी, भवन-कक्षों, भण्डार-गृहों, उपरले कक्षों, अन्तर्गृहों, और दया-आसन के कक्ष का नमूना दिया।
यहेजकेल 43:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘और तू, ओ मानव, इस्राएल के वंशजों को मेरे गृह का नमूना, उसकी बनावट बता, जिससे वे अपने अधर्म के लिए लज्जित हों। पवित्र बाइबल “अब मनुष्य के पुत्र, इस्राएल के परिवार से उपासना के बारे में कहो। तब वे अपने पापों पर लज्जित होंगे। वे मन्दिर की योजना के बारे में सीखेंगे। Hindi Holy Bible हे मनुष्य के सन्तान, तू इस्राएल के घराने को इस भवन का नमूना दिखा कि वे अपने अधर्म के कामों से लज्जित हो कर उस नमूने को मापें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे मनुष्य के सन्तान, तू इस्राएल के घराने को इस भवन का नमूना दिखा कि वे अपने अधर्म के कामों से लज्जित होकर उस नमूने को मापें। सरल हिन्दी बाइबल “हे मनुष्य के पुत्र, इस्राएल के लोगों को मंदिर का बयान करो, कि वे अपने पापों से शर्मिन्दा हों. वे इसकी सिद्धता के बारे में विचार करें, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे मनुष्य के सन्तान, तू इस्राएल के घराने को इस भवन का नमूना दिखा कि वे अपने अधर्म के कामों से लज्जित होकर उस नमूने को मापें। |
दाऊद ने अपने पुत्र सुलेमान को भवन की ड्योढ़ी, भवन-कक्षों, भण्डार-गृहों, उपरले कक्षों, अन्तर्गृहों, और दया-आसन के कक्ष का नमूना दिया।
दाऊद ने कहा, ‘यह स्वयं प्रभु ने अपने हाथ से लिखकर निर्धारित किया था। मैंने सिर्फ इस निर्धारण के अनुसार कार्य किया।’
ध्यान रखना कि ये वस्तुएँ अपने-अपने ढांचे के अनुरूप बनाई जाएँ, जो मैंने तुझे पहाड़ पर दिखाया है।
तब तुझे अपने बीते हुए दिनों के आचरण का स्मरण होगा, और जब तू अपनी बड़ी और छोटी बहिनों को स्वीकार करेगी तब तू लज्जित होगी। क्योंकि मैं उनको तेरी पुत्रियों के रूप में तुझे सौपूंगा; किन्तु यह कार्य तेरे बचपन के विधान के कारण नहीं, वरन् शाश्वत विधान के कारण करूंगा।
मैं तेरे सब कुकर्मों को क्षमा कर दूंगा ताकि तू अपने कुकर्मों को स्मरण करे, और उनके लिए लज्जित हो। तब तू अपनी इस लज्जा के कारण अपना मुंह फिर खोलने का साहस नहीं करेगी।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
‘ओ मानव, तू सोर नगर के राजा के लिए एक शोक-गीत लिख, और उसको सुना। तू उससे कहना, स्वामी-प्रभु यों कहता है: “तू सिद्ध राजा का प्रतीक था। तू बुद्धि से परिपूर्ण था। तू सर्वांग सुन्दर था।
उस आदमी ने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, जो कुछ तू सुनेगा, जो कुछ देखेगा, तू उसको ध्यान से देखना, और कान लगाकर सुनना। जो मैं तुझको दिखाऊंगा, उस पर मन लगाना। तुझे यहां इसीलिए लाया गया है कि मैं तुझको यह सब-कुछ दिखाऊं। जो कुछ तू यहां देखेगा, वह इस्राएल वंशियों को बताना।’
यदि वे अपने कार्यों के लिए लज्जित होंगे, तब तू उनके सामने मेरे मन्दिर का सम्पूर्ण चित्र अंकित करना: मन्दिर की योजना, बाहर-भीतर आने-जाने के मार्ग, उसका सम्पूर्ण आकार। उन्हें मन्दिर के रीति-रिवाज, और नियम-विधियां भी बताना। तू इन सब बातों को उनके सामने ही लिख लेना जिससे वे मन्दिर के समस्त नियम-कानूनों तथा धर्म-विधियों को स्मरण रखें, और आराधना में उनका पालन करें।
प्रभु ने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, आंखें खोल कर देख, और कान लगाकर सुन। जो कुछ मैं तुझसे कहूंगा, उसको ध्यान से सुनना। मैं तुझको अपने भवन के सारे आदेश और उसकी सब धर्म-विधियों के सम्बन्ध में बताऊंगा। ध्यान दे: मैं बताऊंगा कि कौन व्यक्ति भवन में प्रवेश कर सकता है, और किस व्यक्ति के लिए पवित्र स्थान में प्रवेश निषिद्ध है।
उस समय आप को उन कर्मों से क्या लाभ हुआ? अब उनके कारण आप को लज्जा होती है; क्योंकि उनका परिणाम मृत्यु है।
हमने सोचा था कि यदि यह बात हमसे या भविष्य में हमारे वंशजों से कभी कही जाएगी, तो हम यह कह सकेंगे, “इस वेदी को देखिए, जो प्रभु की वेदी के नमूने पर हमारे पूर्वजों ने निर्मित की थी। इसका निर्माण अग्नि-बलि अथवा बलि-पशु चढ़ाने के लिए नहीं, वरन् हमारे और तुम्हारे मध्य साक्षी-चिह्न के लिए किया गया है।”