उसने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, यह मेरे सिंहासन का स्थान है। यही मेरे चरणों की चौकी है। इसी स्थान में मैं युग-युगांत इस्राएली लोगों के मध्य निवास करूंगा। अब इस्राएल के वंशज मेरे पवित्र नाम को अपवित्र नहीं करेंगे: न वे और न उनके राजा दूसरे देवताओं का अनुसरण कर मेरे प्रति विश्वासघात करेंगे, और न अपने मृत राजाओं की समाधि बना कर मेरे पवित्र नाम को अपवित्र करेंगे।
परमेश्वर के मन्दिर का देवमूर्तियों से क्या समझौता? क्योंकि हम जीवन्त परमेश्वर के मन्दिर हैं, जैसा कि परमेश्वर ने कहा है : “मैं उन के बीच निवास करूँगा और उनके साथ चलूँगा। मैं उनका परमेश्वर होऊंगा और वे मेरी प्रजा होंगे।
वे घृणित मूर्तियों की पूजा कर स्वयं को अशुद्ध नहीं करेंगे, और न ही मेरी आज्ञाओं का उल्लंघन कर किसी पाप से स्वयं को अपवित्र करेंगे। उन्होंने अपना धर्म त्याग दिया था और यों पाप किया था। मैं उनको धर्म-त्याग के पाप से छुड़ाऊंगा, और उनको शुद्ध करूंगा। तब वे मेरे निज लोग होंगे, और मैं उनका परमेश्वर होऊंगा।
मेरे बच्चो, अपनी मां इस्राएल को समझाओ; वह मेरी पत्नी नहीं रही, और न मैं उसका पति। उसे समझाओ कि वह अपने चेहरे से वेश्यापन दूर करे; और अपने स्तनों के मध्य से वेश्यावृत्ति के चिह्नों को!