यहेजकेल 41:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फिर उसने आंगन के सामने पश्चिमी भवन की तथा उसके दोनों ओर की दीवारों की चौड़ाई नापी। वह भी पचास मीटर निकली। मन्दिर के अन्तर्गृह, मध्यभाग और बाहरी ड्योढ़ी पवित्र बाइबल उस व्यक्ति ने उस भवन की लम्बाई को नापा जिसका सामना मन्दिर के पीछे के आँगन की ओर था तथा जिसकी दीवारें दोनों ओर थीं। यह सौ हाथ लम्बा था। बीच के कमरे के भीतरी कमरे (पवित्र स्थान) और आँगन के प्रवेश कक्ष पर चौखटें लगीं थीं। Hindi Holy Bible फिर उसने पीछे के आंगन के साम्हने की भीत की लम्बाई जिसके दोनों ओर छज्जे थे, माप कर सौ हाथ की पाई; और भीतरी भवन और आंगन के ओसारों को भी मापा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उसने पीछे के आँगन के सामने की दीवार की लम्बाई जिसके दोनों ओर छज्जे थे, मापकर सौ हाथ की पाई; और भीतरी भवन और आँगन के ओसारों को भी मापा। सरल हिन्दी बाइबल तब उसने मंदिर के पीछे तरफ आंगन के सामने के भवन को नापा; इसके दोनों तरफ के गैलरियों को मिलाकर इसकी लंबाई लगभग बावन मीटर थी. मुख्य सभागृह, भीतरी पवित्र स्थान और आंगन के सामने का मंडप, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उसने पीछे के आँगन के सामने की दीवार की लम्बाई जिसके दोनों ओर छज्जे थे, मापकर सौ हाथ की पाई; और भीतरी भवन और आँगन के ओसारों को भी मापा। |
तेरी देह पर कर्मेल पर्वत की तरह तेरा सिर शोभा देता है, तेरी लहलहाती लटें मानो बैंगनी परदे हैं। इन्हीं लटों में राजा कैद हो गया।’
मन्दिर के पश्चिम में, आंगन की ओर एक भवन था। वह पैंतीस मीटर चौड़ा था। भवन के चारों ओर एक दीवार थी। वह अढ़ाई मीटर मोटी थी। भवन की लंबाई पैंतालीस मीटर थी।
इसके पश्चात् उसने मन्दिर को नापा। मन्दिर पचास मीटर लम्बा था। पश्चिमी भवन और उसकी दीवारों की तथा मन्दिर के आसपास आंगन की लम्बाई सब मिलाकर पचास मीटर थी।
की दीवारों पर चारों ओर तख्ते जड़े हुए थे। तीनों में खिड़कियां थीं, जो चौखटों के नीचे की ओर क्रमश: संकरी होती गई थीं। सम्पूर्ण मन्दिर पर, ड्योढ़ी से छज्जे तक, फर्श से खिड़कियों तक, और खिड़कियों के आसपास, दरवाजे के ऊपर की जगह, अन्तर्गृह में और बाहर की ओर सब जगह, तख्ते जड़े थे। खिड़कियां ढकी हुई थीं। अन्तर्गृह तथा मध्यभाग की दीवारों पर चारों ओर
फिर वह मुझे भीतरी आंगन में, उत्तर की ओर ले गया। मन्दिर के आसपास के आंगन और पश्चिमी भवन के सामने, उत्तर की ओर कमरे बने हुए थे। वह मुझे इन कमरों में ले गया।
यहीं, बाहरी आंगन से, दीवार शुरू होती थी। मन्दिर के आसपास के आंगन और पश्चिमी भवन के सामने, दक्षिण की ओर भी कमरे थे।
मन्दिर के भीतरी क्षेत्र को नापने के पश्चात् वह मुझे पूर्वी फाटक से बाहर ले गया। वह वहां चारों ओर मन्दिर का बाहरी क्षेत्र नापने लगा।
मन्दिर के आसपास दस मीटर चौड़े आंगन के सामने तथा बाहरी आंगन के फर्श के सामने तीन मंजिलों के छज्जे थे।
ऊपर के कमरे छोटे थे। छज्जों के कारण ऊपर के कमरे, बीच वाले और निचले कमरों से क्रमश: कम चौड़े होते गए थे।
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: यदि तू मेरे मार्ग पर चलेगा, जो दायित्व मैंने तुझे सौंपा है, उसको पूरा करेगा, तब तू मेरे मन्दिर का व्यवस्थापक होगा, मेरे मन्दिर के आंगनों का दायित्व संभालेगा। तब मैं तुझे इन सेवकों के मध्य, जो यहाँ खड़े हैं, आने-जाने का अधिकार दूंगा।