मैं न्याय को मापदण्ड और धार्मिकता को साहुल बनाऊंगा! ओलों की वर्षा तुम्हारे असत्य के आश्रय-स्थल को बहा ले जाएगी, बाढ़ में तुम्हारा, झूठ का शरण-स्थान, डूब जाएगा।”
यहेजकेल 40:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब परमेश्वर अपने दर्शन में मुझे वहां लाया तब मैंने एक आदमी को देखा। उसका रूप-रंग पीतल का था, और उसके हाथ में सन का फीता और नापने का बांस था। वह नगर के प्रवेश-द्वार पर खड़ा था। पवित्र बाइबल यहोवा मुझे वहाँ ले आया। वहाँ एक व्यक्ति था जो झलकाये गये काँसे की तरह चमकता हुआ दिखता था। वह व्यक्ति एक कपड़े नापने का फीता और नापने की एक छड़ अपने हाथ में लिये था। वह फाटक से लगा खड़ा था। Hindi Holy Bible जब वह मुझे वहां ले गया, तो मैं ने क्या देखा कि पीतल का रूप धरे हुए और हाथ में सन का फीता और मापने का बांस लिए हुए एक पुरुष फाटक में खड़ा है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब वह मुझे वहाँ ले गया, तो मैं ने क्या देखा कि पीतल के समान और हाथ में सन का फीता और मापने का बाँस लिए हुए एक पुरुष फाटक में खड़ा है। सरल हिन्दी बाइबल वह मुझे वहां ले गए, और मैंने एक मनुष्य को देखा, जिसका स्वरूप कांसे के समान था; वह अपने हाथ में सन की रस्सी और नापने का एक डंडा लिए द्वार पर खड़ा था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब वह मुझे वहाँ ले गया, तो मैंने क्या देखा कि पीतल का रूप धरे हुए और हाथ में सन का फीता और मापने का बाँस लिए हुए एक पुरुष फाटक में खड़ा है। (प्रका. 11:1, प्रका. 21:15) |
मैं न्याय को मापदण्ड और धार्मिकता को साहुल बनाऊंगा! ओलों की वर्षा तुम्हारे असत्य के आश्रय-स्थल को बहा ले जाएगी, बाढ़ में तुम्हारा, झूठ का शरण-स्थान, डूब जाएगा।”
प्रभु की शिक्षा और उसकी साक्षी की ओर लौटो! यदि तुम उन लोगों के कथन के अनुसार आचरण करोगे, तो तुम्हारे लिए ज्ञान की पौ न फटेगी।
मुझे ऐसा दिखाई दिया मानो उसकी कमर से ऊपर की ओर का हिस्सा चमकाया हुआ पीतल है, और उसके भीतर और बाहर मानो आग धधक रही है। आकृति का जो भाग कमर के सदृश था, उसके नीचे अग्नि थी। मनुष्य की आकृति के चारों ओर प्रभा-मण्डल था।
उनके पैर सीधे थे, और पांवों के तलुए बछड़े के खुरों के समान थे, और वे चमकाए हुए पीतल के समान चमक रहे थे।
इसके पश्चात् वह मुझे मन्दिर के मध्यभाग में लाया। उसके दोनों ओर खम्भे थे जिन की मोटाई तीन-तीन मीटर थी।
उसने नापनेवाले बांस से पूर्वी सीमा को नापा। उस बांस के अनुसार उसकी लम्बाई अढ़ाई सौ मीटर निकली।
जिस समय वह पुरुष मेरे पास खड़ा था, उसी समय मैंने मन्दिर में से किसी को मुझ से बातें करते हुए सुना।
उस पुरुष ने हाथ में नापने की डोरी ली, और वह पूर्व की ओर गया। तब उसने मन्दिर से लेकर पांच सौ मीटर तक सरिता को नापा। तत्पश्चात् उसने मुझे पानी में चलाया। पानी टखनों तक गहरा था।
और मैंने यह दर्शन देखा: मुझे मनुष्य की आकृति-सा कुछ दिखाई दिया। आकृति का जो भाग कमर के सदृश था, उसके नीचे अग्नि थी, और कमर के ऊपर का भाग चमक रहा था मानो पीतल को चमकाया गया हो।
उसके पैर भट्टी में तपाए हुए पीतल की तरह चमक रहे थे और उसकी वाणी समुद्र की तरह गर्जन कर रही थी।
इसके बाद किसी ने मुझे मापक-दण्ड के रूप में एक सरकण्डा दिया और कहा: “उठो, परमेश्वर का मन्दिर, वेदी और वहाँ के आराधकों को नापो।
जो मुझ से बातें कर रहा था, उस के पास नगर, उस के फाटक और उस के परकोटे नापने के लिए एक मापक दण्ड, सोने का सरकण्डा था।