सुलेमान के राज्य-काल में यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के मध्य शान्ति बनी रही। दान नगर से बएर-शेबा नगर तक की सीमा के अन्तर्गत रहने वाला प्रत्येक नागरिक सुख-समृद्धि का जीवन व्यतीत करता था।
यहेजकेल 39:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब वे अपने देश में पुन: निश्चिन्त निवास करने लगेंगे और उनको किसी भी शत्रु के आक्रमण का डर न होगा, तब वे अपने अपमानपूर्ण अतीत को भूल जाएंगे। वे भूल जाएंगे कि उन्होंने मेरे प्रति विश्वासघात किया था। पवित्र बाइबल लोग अपनी लज्जा और मेरे विरुद्ध विद्रोह के सारे समय को भूल जायेंगे। वे अपने देश में सुरक्षा के साथ रहेंगे। कोई भी उन्हें भयभीत नहीं करेगा। Hindi Holy Bible तब उस सारे विश्वासघात के कारण जो उन्होंने मेरे विरुद्ध किया वे लज्जित होंगे; और अपने देश में निडर रहेंगे; और कोई उन को न डराएगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उस सारे विश्वासघात के कारण जो उन्होंने मेरे विरुद्ध किया वे लज्जित होंगे; और अपने देश में निडर रहेंगे; और कोई उनको न डराएगा। सरल हिन्दी बाइबल जब वे अपने देश में सुरक्षित रहेंगे और उन्हें कोई भयभीत करनेवाला न होगा, तब वे अपनी लज्जा और मेरे प्रति किए गए सब विश्वासघात को भूल जाएंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उस सारे विश्वासघात के कारण जो उन्होंने मेरे विरुद्ध किया वे लज्जित होंगे; और अपने देश में निडर रहेंगे; और कोई उनको न डराएगा। |
सुलेमान के राज्य-काल में यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के मध्य शान्ति बनी रही। दान नगर से बएर-शेबा नगर तक की सीमा के अन्तर्गत रहने वाला प्रत्येक नागरिक सुख-समृद्धि का जीवन व्यतीत करता था।
हे प्रभु, हमारे परमेश्वर, तू उन्हें उत्तर देता था; तू उनके लिए क्षमाशील परमेश्वर था, पर तू उनके बुरे कामों का प्रतिशोधी भी था!
सीरिया के नगर सदा के लिए उजड़ जाएंगे; वे केवल पशुओं के झुण्ड के लिए चरागाह बनेंगे। पशु उनपर निश्चिंत लेटेंगे, उनको वहाँ कोई डराएगा नहीं।
मैं-प्रभु कहता हूं : मैं तुझे बचाने के लिए तेरे साथ हूँ। जिन राष्ट्रों में मैंने तुझ को बिखेर दिया था, उन-सब का मैं पूर्ण संहार कर दूंगा। मैं तेरा पूर्ण विनाश नहीं करूंगा, किन्तु तुझे उचित मात्रा में दण्ड दूंगा; निस्सन्देह मैं तुझको दण्ड दिए बिना नहीं छोड़ूंगा।
उन्होंने अधर्म कर मेरे प्रति विश्वासघात किया है। मैं उनके देश को उजाड़ दूंगा।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
ओ यरूशलेम! तू सोचती थी कि तेरी बहिनों को उनके पापों का दण्ड मिलेगा, तूने उनका न्याय किया था। अब तेरा भी न्याय होगा : तेरा अभिमान तोड़ा जाएगा, तूने उनसे अधिक घोर घृणित कार्य किए हैं। इसलिए तू उनकी अपेक्षा अधिक दोषी है। ओ यरूशलेम, चुल्लू-भर पानी में डूब मर। अब तू अपमान की ज्वाला में जल; क्योंकि तूने अपने घोर घृणित कार्यों के कारण अपनी बहिनों को कम दोषी ठहराया है।
मैं तेरे सब कुकर्मों को क्षमा कर दूंगा ताकि तू अपने कुकर्मों को स्मरण करे, और उनके लिए लज्जित हो। तब तू अपनी इस लज्जा के कारण अपना मुंह फिर खोलने का साहस नहीं करेगी।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
‘ओ मानव, तू इस्राएल के वंशजों से बोल। तू उनसे यह कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है : तुम्हारे पूर्वजों ने मेरे साथ विश्वासघात किया था, और यों मेरी और अधिक निन्दा की थी।
वहां तुम्हें स्मरण होगा कि तुमने अपने आचरण और कार्यों से स्वयं को भ्रष्ट किया था। तब तुम अपने आप से घृणा करोगे कि तुमने ऐसे बुरे काम किए थे।
उन्होंने एलाम और उसकी सेना को वध किए हुओं के बीच सुला दिया है। चारों ओर उनकी कबरें हैं। ये सब बेख़तना हैं और तलवार से मारे गए हैं। इन्होंने जीवलोक में आतंक फैला रखा था, और अब कबर में जानेवालों के साथ अपमान का भार ढो रहे हैं। इनको वध किए हुओं के बीच स्थान मिला है।
‘देखो, यहां उत्तरी क्षेत्रों के सब उच्चाधिकारी भी हैं। उनके साथ सीदोन के भी उच्चाधिकारी हैं। ये भी अपमान का भार ढोते हुए तलवार से मारे गए लोगों के साथ अधोलोक में उतरे हैं। इन्होंने अपनी शक्ति से देश में आतंक फैलाया था। किन्तु अब ये बेख़तना दशा में उन लोगों के साथ पड़े हैं, जिनका वध तलवार से हुआ है। ये कबर में जानेवालों के साथ अपमान का भार ढो रहे हैं।’
‘मैं अपनी भेड़ों के साथ शान्ति का विधान स्थापित करूंगा। मैं उनके देश से जंगली पशुओं को निकाल दूंगा। तब वे निर्जन प्रदेश में निश्चिन्त होकर निवास करेंगी, और जंगल में सोएंगी।
तब तुम्हें अपने दुराचरण और दुष्कर्मों का स्मरण होगा; तुम्हें अपने अधर्म और घृणित कामों के लिए ग्लानि होगी।
अनेक दिन के पश्चात् मैं तेरी सुधि लूंगा, और तुझे मेरा आदेश प्राप्त होगा। अनेक वर्ष के पश्चात् मैं तुझको उस देश पर आक्रमण करने के लिए भेजूंगा, जो युद्ध के बाद पुन: निर्मित हुआ है। इस देश में अनेक देशों से लोग आकर बसे हैं। ये इस्राएल के पहाड़ी इलाके में निवास करते हैं, जो अब तक स्थायी रूप से निर्जन और उजाड़ पड़ा था। ये लोग भिन्न-भिन्न देशों की गुलामी से मुक्त होकर यहाँ लाए गए हैं, और अब, वे-सब इस देश में निश्चिन्त हो निवास कर रहे हैं।
वे पुरोहित के रूप में मेरी सेवा करने के लिए मेरे समीप नहीं आएंगे। वे मेरी पवित्र तथा परम पवित्र वस्तु को स्पर्श भी नहीं करेंगे। उन्होंने अन्य देवी-देवताओं की पूजा कर घृणित कार्य किया है। वे अपने इस घृणित कार्य की लज्जा का भार उठाएँ!
स्वामी, अपने धर्ममय आचरण के अनुरूप अपना क्रोध और प्रकोप यरूशलेम से हटा ले। प्रभु, यरूशलेम नगर तेरा ही पवित्र पहाड़ी नगर है। हमारे पूर्वजों के पापमय और हमारे ही अधर्ममय आचरण के कारण यरूशलेम नगर और तेरे निज लोग आसपास के राष्ट्रों में बदनाम हो गए हैं।
हर आदमी अपने अंगूर-उद्यान में, अपने अंजीर वृक्ष के नीचे निश्चिंत बैठेगा, उसे शत्रु के आक्रमण का डर नहीं होगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने स्वयं यह कहा है।