पर भले-बुरे के ज्ञान के पेड़ का फल न खाना; क्योंकि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे, तुम अवश्य मर जाओगे।’
यहेजकेल 33:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि मैं दुर्जन से कहूंगा, “ओ दुर्जन, तू निस्सन्देह मरेगा” , और यदि तू दुर्जन को सावधान नहीं करेगा कि वह अपना बुरा मार्ग छोड़ दे, तो ओ मानव-पुत्र, वह दुर्जन तो अपने अधर्म में मरेगा ही, किन्तु मैं उसकी मौत का जिम्मेदार तुझे ठहराऊंगा, और उसके खून का लेखा तुझ से लूंगा। पवित्र बाइबल मैं तुमसे कह सकता हूँ, ‘यह पापी व्यक्ति मरेगा।’ तब तुम्हें उस व्यक्ति के पास जाकर मेरे लिये उसे चेतावनी देनी चाहिए। यदि तुम उस पापी व्यक्ति को चेतावनी नहीं देते और उसे अपना जीवन बदलने को नहीं कहते, तो वह पापी व्यक्ति मरेगा, क्योंकि उसने पाप किया। किन्तु मैं तुम्हें उसकी मृत्यु का उत्तरदायी बनाऊँगा। Hindi Holy Bible यदि मैं दुष्ट से कहूं, हे दुष्ट, तू निश्चय मरेगा, तब यदि तू दुष्ट को उसके मार्ग के विषय न चिताए, तो वह दुष्ट अपने अधर्म में फंसा हुआ मरेगा, परन्तु उसके खून का लेखा में तुझी से लूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यदि मैं दुष्ट से कहूँ, ‘हे दुष्ट, तू निश्चय मरेगा,’ तब यदि तू दुष्ट को उसके मार्ग के विषय न चिताए, तो वह दुष्ट अपने अधर्म में फँसा हुआ मरेगा, परन्तु उसके खून का लेखा मैं तुझी से लूँगा। सरल हिन्दी बाइबल जब मैं दुष्ट मनुष्य से कहता हूं, ‘हे दुष्ट मनुष्य, तू निश्चय मरेगा,’ और तुम उस व्यक्ति को उसका जीवन बदलने के लिये नहीं कहते हो, तो वह व्यक्ति अपने पाप के कारण मरेगा, और मैं तुम्हें उसके खून के लिये ज़िम्मेदार ठहराऊंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यदि मैं दुष्ट से कहूँ, ‘हे दुष्ट, तू निश्चय मरेगा,’ तब यदि तू दुष्ट को उसके मार्ग के विषय न चिताए, तो वह दुष्ट अपने अधर्म में फँसा हुआ मरेगा, परन्तु उसके खून का लेखा में तुझी से लूँगा। |
पर भले-बुरे के ज्ञान के पेड़ का फल न खाना; क्योंकि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे, तुम अवश्य मर जाओगे।’
निश्चय जानो! प्रभु दुर्जन को अवश्य दण्ड देगा, किन्तु धार्मिक मनुष्य का अनिष्ट न होगा।
निस्सन्देह दुर्जन का अन्त में भला नहीं होगा, और न वह छाया के सदृश अपनी उम्र लम्बी कर सकेगा, क्योंकि वह परमेश्वर से नहीं डरता है।
दुर्जन को धिक्कार है; क्योंकि उसका बुरा होगा। जैसा उसने किया है, वैसा ही उसके साथ किया जायेगा।
किन्तु उसका पिता, जिसने गरीबों पर अत्याचार किया, अपने जाति-भाई-बहिनों को लूटा, और जनता में भलाई का काम नहीं किया, निस्सन्देह अपने कुकर्मों का फल भोगेगा: वह निश्चय ही मरेगा।
केवल पाप करनेवाला प्राणी ही मरेगा। पिता के अधर्म का फल पुत्र कदापि नहीं भोगेगा, और न ही पुत्र के अधर्म का दण्ड पिता को मिलेगा। किन्तु धार्मिक व्यक्ति को उसके धर्म का फल और दुर्जन को उसके पाप का फल मिलेगा।
देखो, सब प्राणी मेरे ही हैं। पिता का प्राण और पुत्र का प्राण, दोनों पर मेरा ही अधिकार है। इसलिए जो प्राणी पाप करता है, केवल वही मरेगा।
यदि मैं दुर्जन से यह कहूंगा, “तू अपने दुष्कर्म के कारण निश्चय मरेगा” और तू उसको चेतावनी नहीं देगा, और न उसको अपना कुमार्ग छोड़ने के लिए सावधान करेगा कि वह चेतावनी सुनकर अपना प्राण बचा ले, तो, ओ मानव, सुन, वह दुर्जन अपने दुष्कर्मों के कारण तो मरेगा ही, परन्तु मैं उसकी मृत्यु का दोष तेरे माथे ही मढूंगा।
‘मैं दुर्जन से यह कहूँ, “तू निस्सन्देह मरेगा,” और वह अपना पापमय आचरण छोड़ दे, न्याय और धर्म का यह आचरण अपना ले:
‘यदि पहरेदार यह देखता है कि उसके देश पर शत्रु का आक्रमण होनेवाला है और वह जनता को सावधान करने के लिए नरसिंगा नहीं फूंकता है, और लोग सावधान नहीं होते हैं और शत्रु का आक्रमण होने पर यदि एक भी व्यक्ति उसकी तलवार से मारा जाएगा, तो मरनेवाला यद्यपि अपने अधर्म में मरेगा तो भी मैं पहरेदार को उसकी मौत का जिम्मेदार ठहराऊंगा और उससे खून का लेखा लूंगा।
उन्होंने कहा, ‘हमारे पिता की मृत्यु निर्जन प्रदेश में हुई थी। वह कोरह के दल में प्रभु के विरुद्ध एकत्र होने वाले लोगों के दल में नहीं थे। परन्तु वह अपने पाप के कारण मरे थे। उनको कोई पुत्र नहीं हुआ था।