विजातियाँ यह सुनकर कांप उठीं, पलिश्ती देश के निवासियों को प्रसव- पीड़ा के सदृश पीड़ा होने लगी।
यहेजकेल 27:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तेरे मांझियों और मल्लाहों की चीख-पुकार से आस-पास के इलाके कांप उठे। पवित्र बाइबल “‘तुमने अपने व्यापारियों को बहुत दूर से स्थानों में भेजा। वे स्थान भय से काँप उठेंगे, जब वे तुम्हारे चालकों का चिल्लाना सुनेंगे!’ Hindi Holy Bible तेरे मांझीयों की चिल्लाहट के शब्द के मारे तेरे आस पास के स्थान कांप उठेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तेरे माँझियों की चिल्लाहट के शब्द के मारे तेरे आसपास के स्थान काँप उठेंगे। सरल हिन्दी बाइबल तुम्हारे जहाज़ चलानेवालों की चिल्लाहट से समुद्रतट कांप उठेगा; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तेरे माँझियों की चिल्लाहट के शब्द के मारे तेरे आस-पास के स्थान काँप उठेंगे। |
विजातियाँ यह सुनकर कांप उठीं, पलिश्ती देश के निवासियों को प्रसव- पीड़ा के सदृश पीड़ा होने लगी।
बेबीलोन के पतन की आवाज से पृथ्वी कांप उठेगी, और उसके हाहाकार का स्वर विश्व के राष्ट्रों में सुनाई देगा।’
उसकी सेना में इतने घोड़े होंगे कि उनकी टापों से उड़ी धूल से तेरा सम्पूर्ण नगर ढक जाएगा। जब बेबीलोन का राजा तेरे नगर के प्रवेश-द्वारों से प्रवेश करेगा, जैसे नाकेवाले नगर में दरार करते-करते प्रवेश किया जाता है, तब तेरी शहरपनाह उसके घुड़सवारों, छकड़ों और रथों की आवाज से कांप उठेगी।
तेरी धन-सम्पत्ति, तेरा माल-असबाब, तेरी व्यापारिक सामग्री, तेरे नाविक, तेरे मांझी, जलयान की मरम्मत करनेवाले कारीगार, तेरे व्यापारी, तेरे सब सैनिक, तेरा सम्पूर्ण जन समूह, जो तुझ में था, वह तेरे विनाश के दिन समुद्र के गर्भ में समा गया।
समुद्र-तटीय देशों के निवासी तेरा विनाश देखकर आतंक से स्तम्भित हो गए। उनके राजाओं के डर से रोएं खड़े हो गए। उनके मुख भय से सफेद पड़ गए।
जब वह जड़ से उखड़ेगा और भूमि पर गिरेगा तब उसके धमाके से सब राष्ट्रों के दिल कांप उठेंगे। मैं कबर में जानेवाले मृतक के समान उसको अधोलोक में फेंक दूंगा। तब अदन की वाटिका के वृक्ष तथा लबानोन के सर्वोत्तम वृक्ष, जिनको भरपूर पानी मिलता है, अधोलोक में शान्ति की सांस लेंगे।
इसमें अढ़ाई सौ मीटर का एक वर्गाकार भाग पवित्र-स्थान के लिए होगा। उसके चारों ओर पच्चीस मीटर चौड़ा एक खुला स्थान होगा।
विध्वंसक के योद्धाओं की ढाल लाल है। उसके सैनिक किरमिजी रंग की वरदी पहिने हुए हैं। रथ पंिक्तबद्ध हैं। वे ज्वाला की तरह चमक रहे हैं। घोड़े कूद-फांद रहे हैं।
यह सारा वैभव घड़ी-भर में ही उजाड़ हो गया।” जलयानों के कप्तान, जलयात्री, नाविक और समुद्र के व्यापारी, सब-के-सब दूर ही खड़े रहे