उसी दिन लोगों के सम्मुख मूसा के व्यवस्था-ग्रन्थ में से पाठ किया गया। उसमें यह लिखा हुआ मिला : ‘तुम अम्मोनी और मोआबी कौम के किसी भी व्यक्ति को परमेश्वर की धर्म-सभा में कभी प्रवेश नहीं करने देना;
यहेजकेल 25:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु का यह सन्देश मुझे मिला। प्रभु ने मुझ से कहा, पवित्र बाइबल यहोवा का वचन मुझे मिला। उसने कहा, Hindi Holy Bible यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा: सरल हिन्दी बाइबल याहवेह का वचन मेरे पास आया: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा: |
उसी दिन लोगों के सम्मुख मूसा के व्यवस्था-ग्रन्थ में से पाठ किया गया। उसमें यह लिखा हुआ मिला : ‘तुम अम्मोनी और मोआबी कौम के किसी भी व्यक्ति को परमेश्वर की धर्म-सभा में कभी प्रवेश नहीं करने देना;
प्रभु अपने दुष्कर्मी पड़ोसी राष्ट्रों के सम्बन्ध में यह कहता है: ‘जो मीरास मैंने अपने निज लोग इस्राएल को पैतृक अधिकार के लिए दी थी, उसको पड़ोसी राष्ट्रों ने स्पर्श किया है। अत: मैं-प्रभु कहता हूं: देखो, मैं उनको उनके देश से उखाड़ दूंगा, और यहूदा कुल के लोगों को भी उनके मध्य से उखाड़ूंगा।
उस के बाद राजदूतों के हाथ, जो यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह के पास यरूशलेम में आए हैं, यह सन्देश मोआब, अम्मोन, सोर और सीदोन के राजाओं के भेज।
अम्मोनी राष्ट्र के सम्बन्ध में प्रभु यों कहता है : ‘क्या इस्राएल निर्वंश हो गया? क्या उसका कोई वारिस नहीं है? तब अम्मोनी राष्ट्र-देवता मल्काम ने गाद प्रदेश पर क्यों अधिकार कर लिया, और अपने निवासियों को उनके नगरों में बसा दिया?
‘वे सुनते हैं कि मैं पीड़ा से कराहती हूं, पर कोई मुझे सांत्वना नहीं देता। मेरे सब शत्रुओं ने मेरे संकट के विषय में सुना; प्रभु, वे प्रसन्न हैं कि तूने मुझे संकट में डाला। जिस दिन की तूने घोषणा की है वह दिन अविलम्ब ला, ताकि मेरे शत्रु भी मुझ जैसे दु:ख भोगें।
उस दिन तेरा मुंह खुल जाएगा। तू अब तक यरूशलेम के सम्बन्ध में मौन था, पर अब तू उस व्यक्ति से यरूशलेम के सम्बन्ध में पूछताछ करेगा। इस प्रकार तू इस्राएल के वंशजों के लिए एक संकेत-चिह्न है। तब उनको ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूँ।’
‘ओ मानव-सन्तान, अम्मोन देश की ओर अपना मुख कर और वहां के निवासियों के विरुद्ध नबूवत कर।
इस्राएली अपने देश में निश्चिंत निवास करेंगे। वे मकान बनाएंगे। वे अंगूर के उद्यान लगाएंगे। जिस-जिस पड़ोसी राष्ट्र ने उनके साथ शत्रुता का व्यवहार किया था, उसको मैं दण्ड दूंगा। उसके पश्चात् इस्राएली अपने देश में निर्भय होकर निवास करेंगे। तब उनको ज्ञात होगा कि मैं ही उनका प्रभु परमेश्वर हूं।’
‘देखो, यहां एदोम, और उसके राजा तथा उसके उच्चाधिकारी भी पड़े हैं। ये वीर योद्धा थे, किन्तु अब उन लोगों के साथ पड़े हैं, जिनका वध तलवार से हुआ है। ये बेख़तना और कबर में जानेवाले मृतकों के मध्य पड़े हैं।
मैं, स्वामी-प्रभु, यह शपथ खाता हूँ : तेरे आस-पास के ये राष्ट्र, जिन्होंने तेरी निन्दा कि है, स्वयं दूसरों की निन्दा के पात्र बनेंगे।
मिस्र देश और एदोम देश ने यहूदा प्रदेश के निवासियों की हत्या की, उन्होंने उनके देश में निरपराध लोगों का खून बहाया, अत: मिस्र देश उजड़ जाएगा, एदोम देश निर्जन मरुस्थल हो जाएगा।
प्रभु यों कहता है: ‘मैं अम्मोनी राष्ट्र के तीन अपराधों, नहीं, उसके चार अपराधों के लिए निस्सन्देह उसको दण्ड दूंगा; मैं उसको नहीं छोड़ूंगा। उसने गिलआद क्षेत्र तक अपने राज्य की सीमा को बढ़ाने के लिए युद्ध में गर्भवती स्त्रियों के पेट चीरे थे।
प्रभु, क्या वह जाल में मछली सदा पकड़ता रहेगा? क्या वह निर्दयता से राष्ट्रों का वध हमेशा करता रहेगा?’
प्रभु ने कहा, ‘मैंने मोआब राष्ट्र के ताने सुने; मैंने अम्मोनी राष्ट्र के अपशब्द भी सुने। उन्होंने मेरे निज लोगों पर व्यंग्य बाण छोड़े, मेरी सीमाओं में घुसकर शेखी बघारी।’
अत: इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु कहता है, ‘मेरे जीवन की सौगन्ध! मोआब का विनाश सदोम की तरह, अम्मोन का संहार गमोरा के समान होगा। इन देशों की भूमि पर बिच्छू पौधे उगेंगे। उनकी भूमि नोनी बन जाएगी और सदा के लिए उजड़ जाएगी। मेरी निज प्रजा के बचे हुए लोग उनको लूटेंगे, मेरे राष्ट्र के अवशिष्ट लोग उनपर अधिकार करेंगे।’