3 तब एदोम, मोआब, अम्मोन, सोर और सीदोन के राजाओं को सन्देश भेजो। ये सन्देश इन राजाओं के राजदूतों द्वारा भेजो जो यहूदा के राजा सिदकिय्याह से मिलने यरूशलेम आए हैं।
3 और यहूदिया के राजा सीदकियाहू से भेंट करने येरूशलेम आए संदेशवाहकों द्वारा एदोम के राजा, मोआब के राजा, अम्मोन वंशजों के राजा, सोर के राजा तथा सीदोन राजा को यह संदेश प्रगट कर दो.
राजा नबूकदनेस्सर ने उसको परमेश्वर की शपथ दी थी कि वह उससे विद्रोह नहीं करेगा। तो भी उसने परमेश्वर की शपथ की उपेक्षा की और राजा नबूकदनेस्सर से विद्रोह किया। उसने इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के प्रति अपने हृदय को कठोर बना लिया था। हठ से उसकी गर्दन ऐंठ गई थी, और वह प्रभु से विमुख हो गया था।
सीदोन, जो समुद्री किला है, निराशा में डूबकर यों कहता है: “ओ समुद्र! अब मुझे गर्भवती स्त्री की पीड़ाएं नहीं होतीं, अब मुझे सन्तान नहीं होगी। मेरे पुत्र नहीं हैं कि मैं उनका लालन-पालन करूं; पुत्रियाँ नहीं हैं कि मैं उनको बड़ा करूं।”
मैंने यहूदा के राजा सिदकियाह से ऐसा ही कहा, ‘महाराज, आप बेबीलोन के राजा की अधीनता स्वीकार कर लीजिए, और उसकी तथा उसकी प्रजा की गुलामी कीजिए। तब आप जीवित रहेंगे।
राजदूतों को यह दायित्व सौंपना कि वे अपने-अपने स्वामी से यह कहें: “इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: तुम अपने-अपने स्वामी से यह कहना:
उसी वर्ष की यह घटना है। यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह के राज्य-काल के आरम्भ में चौथे वर्ष के पांचवें महीने यह घटना घटी। गिबओन नगर में एक नबी था। उसका नाम हनन्याह बेन-अज्जूर था। उसने प्रभु के भवन में पुरोहितों और सब लोगों के सामने मुझ से कहा,
‘ओ मानव, बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने सोर देश को पराजित करने के लिए एड़ी-चोटी तक पसीना बहाया: उसके सैनिकों के सिर गंजे हो गए, उनके कंधों की चमड़ी छिल गई। किन्तु न उसे और न उसके सैनिकों को अपने इस कठोर परिश्रम की मजदूरी सोर देश से प्राप्त हुई।
प्रभु यों कहता है : ‘मैं सोर नगर-राज्य के तीन अपराधों, नहीं, उसके चार अपराधों के लिए निस्सन्देह उसे दण्डित करूंगा, मैं उसे नहीं छोड़ूंगा। उसने पूरी कौम को कैद कर एदोम राज्य के हाथ में सौंपा था; और भाई-चारे के समझौते को भुला दिया था।