एलीशा गिलगाल नगर को लौट गए। उस समय देश में अकाल था। एक दिन नबियों का दल एलीशा के सम्मुख बैठा था। एलीशा ने अपने सेवक से कहा, ‘चूल्हे पर हण्डा चढ़ा, और नबियों के लिए भोजन तैयार कर।’
यहेजकेल 24:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तू इस्राएल के विद्रोही वंशजों को यह दृष्टांत सुनाना। तू उनसे यह कहना, स्वामी-प्रभु यों कहता है: हण्डे को आग पर रखो, चूल्हे पर रखो; और उसमें पानी उण्डेलो। पवित्र बाइबल यह कहानी उस परिवार से कहो जो (इस्राएल) आज्ञा मानने से इन्कार करे। उनसे ये बातें कहो। ‘मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है: “‘पात्र को आग पर रखो, पात्र को रखो और उसमें जल डालो। Hindi Holy Bible और इस बलवई घराने से यह दृष्टान्त कह, प्रभु यहोवा कहता है, हण्डे को आग पर धर दो; उसे धरकर उस में पानी डाल दो; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस बलवई घराने से यह दृष्टान्त कह; प्रभु यहोवा कहता है : हण्डे को आग पर रख दो; उसे रखकर उसमें पानी डाल दो; सरल हिन्दी बाइबल इन विद्रोही लोगों को एक दृष्टांत सुनाओ और उनसे कहो: ‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: “ ‘पकाने के बर्तन को चूल्हे पर रखो, चूल्हे पर रखो और उसमें पानी डालो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस विद्रोही घराने से यह दृष्टान्त कह, प्रभु यहोवा कहता है, हण्डे को आग पर रख दो; उसे रखकर उसमें पानी डाल दो; |
एलीशा गिलगाल नगर को लौट गए। उस समय देश में अकाल था। एक दिन नबियों का दल एलीशा के सम्मुख बैठा था। एलीशा ने अपने सेवक से कहा, ‘चूल्हे पर हण्डा चढ़ा, और नबियों के लिए भोजन तैयार कर।’
ओ आकाश, सुन! ओ पृथ्वी, ध्यान दे, क्योंकि प्रभु ने यह कहा है : ‘मैंने बाल-बच्चों का पालन-पोषण किया, उनको बड़ा किया; पर उन्होंने ही मेरे विरुद्ध विद्रोह कर दिया।
तब मैं तुझको संकट में डालूंगा। नगर में शोक मनाया जाएगा; हर जगह रोना-पीटना होगा, तू निस्सन्देह मेरे क्रोध का अग्निकुण्ड बन जाएगा।
प्रभु कहता है; “ओ विद्रोही पुत्रो, धिक्कार है तुम्हें! तुम योजना तो बनाते हो, परन्तु मेरी सम्मति से नहीं; तुम सन्धि तो करते हो, पर मेरे आत्मा की प्रेरणा से नहीं। यों तुम पाप पर पाप करे रहे हो।
किन्तु उन्होंने प्रभु से विरोध किया, उसके पवित्र आत्मा को दु:ख दिया। अत: वह उनका शत्रु बन गया, और उसने उनके विरुद्ध युद्ध किया।
प्रभु का सन्देश मुझे दूसरी बार मिला। प्रभु ने मुझसे पूछा; ‘तुझे क्या दिखाई दे रहा है?’ मैंने उत्तर दिया, ‘प्रभु, मुझे एक हण्डा दिखाई दे रहा है, जो उबल रहा है, और उसका मुंह उत्तर दिशा से हमारी ओर है।’
तब प्रभु ने मुझ से कहा, ‘उत्तर दिशा से संकट का एक बादल उठेगा, जो इस देश के निवासियों पर छा जाएगा।
तुम अपने को सुरक्षित समझते हो : तुम इस नगर को हांडी और स्वयं को उसके भीतर का मांस मानते हो। पर नहीं, मैं तुम्हें सुरक्षित रहने नहीं दूँगा। मैं तुमको इस्राएल देश की सीमा पर दण्ड दूंगा,
ये कहते हैं, “हम सुरक्षित हैं! घर बनाने का अभी समय नहीं आया है। यह नगर मानो हांडी है, और हम उसके भीतर का मांस! पूरी तरह सुरक्षित!”
इसलिए स्वामी-प्रभु कहता है : जिन लोगों का वध तुमने नगर में किया है, उन्हीं का मांस तुम्हारी इस नगर-रूपी हांडी का “मांस” बन जाएगा। तुम इस नगर से बाहर निकाल दिए जाओगे।
‘ओ मानव, तू विद्रोही कौम, इस्राएली कुल के मध्य रहता है। उनके पास आंखें तो हैं, पर उन्हें दिखाई नहीं देता। उनके पास कान हैं, पर वे सुनते नहीं। इस्राएली कुल विद्रोही है।
किन्तु केवल मैं-प्रभु ही वचन कहूंगा, और उसको पूरा करूंगा। उसके पूर्ण होने में विलम्ब नहीं होगा। ओ विद्रोही कुल, मैं तेरे समय में वचन कहूंगा, और उसको निस्सन्देह पूरा करूंगा।” स्वामी-प्रभु यह कहता है।’
‘अब तू विद्रोही इस्राएली कुल से यह कह : क्या तुम अब भी इस पहेली और दृष्टांत का अर्थ नहीं समझे? सुनो, इसका यह अर्थ है : बेबीलोन देश का राजा यरूशलेम में आया। उसने यरूशलेम के राजा, और उसके उच्चाधिकारियों को बन्दी बनाया, और उनको अपने देश में ले गया।
जब उसने मुझसे यह कहा तब आत्मा ने मुझ में प्रवेश किया, और मुझे पैरों पर खड़ा कर दिया। मैंने उसको स्वयं मुझसे बातें करते हुए सुना।
उसने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, मैं तुझको इस्राएली राष्ट्र के पास भेज रहा हूं, जो विद्रोही कौम है, जिसने मेरे प्रति विद्रोह किया है। वे और उनके पूर्वज आज तक मेरे प्रति अपराध करते चले आ रहे हैं।
चाहे वे सुनें या सुनने से इन्कार करें − क्योंकि वे विद्रोही कुल की सन्तान हैं − उन्हें यह मालूम होगा कि तू उनके मध्य एक नबी है।
और तू, मानव, उनसे मत डरना, और न उनके कठोर शब्दों से घबराना, चाहे तेरे आसपास कांटे, ऊंटकंटारे हों और चाहे तुझे बिच्छुओं के बीच रहना पड़े। तू उनकी बातों से मत डरना, और न उनकी तीखी दृष्टि से हताश होना; क्योंकि वे विद्रोही कुल की सन्तान हैं।
‘ओ मानव-सन्तान! जो बात मैं तुझसे कहता हूं, उसको ध्यान से सुन। तू भी उन विद्रोहियों के समान विद्रोही मत बनना। अपना मुंह खोल, और जो मैं तुझको दे रहा हूं, उसको खा जा!’
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है: यह नगरी मानो हण्डा है। धिक्कार है इसको! यह हत्या करने वाली नगरी है। धिक्कार है इस हण्डे को! इसमें जंग लगा है, और यह जंग इससे छूटा नहीं है। एक-एक टुकड़ा इसमें से निकाल लो, चुनने की आवश्यकता नहीं।
मैंने तेरे मन को चकमक पत्थर से अधिक कठोर बना दिया है। वे विद्रोही कुल की सन्तान हैं। तू उनकी तीखी दृष्टि से मत डरना और न हताश होना।’
उस समय तुम्हारे वर्ग का कवि तुम्हारी ओर से निन्दात्मक कहावत कहेगा, वह छाती पीट-पीटकर विलाप करेगा। वह कहेगा, “हम बर्बाद हो गए! प्रभु के लोगों की पैतृक भूमि का अधिकार दूसरों के हाथ में जा रहा है, प्रभु उसको हमारे हाथ से छीन रहा है। हमें बन्दी बनानेवालों के हाथ में वह हमारे खेतों को बांट रहा है।”
वे समझ गये कि येशु का यह दृष्टान्त हमारे ही विषय में है। अत: वे उन्हें गिरफ्तार करने का उपाय ढूँढ़ने लगे। किन्तु वे जनता से डरते थे, इसलिए वे उन्हें छोड़ कर चले गये।
उन्होंने कहा, “परमेश्वर के राज्य के रहस्यों का ज्ञान तुम लोगों को दिया गया है; पर दूसरों को केवल दृष्टान्त मिले, जिससे वे देखते हुए भी नहीं देखें और सुनते हुए भी नहीं समझें।
“ओ हठधर्मियो! मन से विधर्मियो, और कान से बहरे लोगो! आप लोग सदा ही पवित्र आत्मा का विरोध करते हैं, जैसा कि आपके पूर्वज भी किया करते थे।