यहेजकेल 22:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ओ यरूशलेम, तेरे निवासी, हत्या करने के लिए घूस लेते हैं। वे ब्याज पर धन देते हैं, और सूद खाते हैं। वे अपने पड़ोसियों का शोषण करते हैं। ‘ओ यरूशलेम, तूने मुझे भुला दिया है,’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है। पवित्र बाइबल यरूशलेम में, तुम लोग, लोगों को मार डालने के लिये धन लेते हो। तुम लोग ऋण देते हो और उस ऋण पर ब्याज लेते हो। तुम लोग थोड़े धन को पाने के लिये अपने पड़ोसी को ठगते हो और तुम लोग मुझे भूल गए हो।’ मेरे स्वामी यहोवा ने ये बातें कहीं। Hindi Holy Bible तुझ में हत्या करने के लिये उन्होंने घूस ली है, तू ने ब्याज और सूद लिया और अपने पड़ोसियों को पीस पीसकर अन्याय से लाभ उठाया; और मुझ को तू ने भुला दिया है, प्रभु यहोवा की यही वाणी है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तुझ में हत्या करने के लिए उन्होंने घूस ली है; तू ने ब्याज और सूद लिया और अपने पड़ोसियों को पीस पीसकर अन्याय से लाभ उठाया; और मुझ को तू ने भुला दिया है, प्रभु यहोवा की यही वाणी है। सरल हिन्दी बाइबल तुझमें ऐसे लोग हैं, जो हत्या करने के लिये घूस लेते हैं; तुम ब्याज लेते हो और गरीबों से लाभ कमाते हो. तुम अपने पड़ोसियों से बलपूर्वक छीनकर अन्याय की कमाई करते हो. और तुम मुझे भूल गये हो, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तुझ में हत्या करने के लिये उन्होंने घूस ली है, तूने ब्याज और सूद लिया और अपने पड़ोसियों को पीस-पीसकर अन्याय से लाभ उठाया; और मुझ को तूने भुला दिया है, प्रभु यहोवा की यही वाणी है। |
मैंने अपने हृदय में सोच-विचार किया, और तब प्रतिष्ठित नागरिकों तथा सरकारी अफसरों पर दोषारोपण किया। मैंने उनसे कहा, ‘तुम अपने जाति-भाई-बहिनों से ही ब्याज खा रहे हो!’ मैंने शोषण करनेवाले इन यहूदियों के विरुद्ध एक बड़ी आम-सभा की,
जो अपना धन ब्याज पर नहीं देता, जो निर्दोष मनुष्य के विरुद्ध घूस नहीं लेता। ये कार्य करने वाला मनुष्य सदा अटल रहेगा।
तेरे शासक कानून के विरोधी हैं, वे चोरों के साथी हैं। वे-सब रिश्वत के लोभी हैं। वे उपहारों के पीछे दौड़ते हैं। वे अनाथों का न्याय नहीं करते, और न विधवाओं का मुकदमा उन तक पहुंच ही पाता है।
तू अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर को भूल गया; तुझे अपने आश्रय की चट्टान का स्मरण नहीं रहा। अत: चाहे तू अदोनी देवता के सम्मान में बाग-बगीचे लगा ले; उस विदेशी देवता के लिए फूल-पौधों की कलम जमा ले,
कुत्तों की भूख शान्त नहीं होती, उनका पेट कभी नहीं भरता। चरवाहों में भी समझ नहीं है, वे अपने-अपने मार्ग पर चल रहे हैं, उन सबको केवल अपने लाभ की चिन्ता है।
क्या कुंआरी कन्या सजना-संवरना भूल सकती है? क्या नई दुल्हन श्रृंगार भुला सकती है? फिर भी मेरे निज लोगों ने मुझे युगों से भुला दिया,
मुण्डे पहाड़ी शिखरो पर शोक-स्वर सुनाई दे रहा है, इस्राएली रो रहे हैं, वे गिड़गिड़ा रहे हैं। वे मार्ग से भटक गए थे; वे अपने प्रभु परमेश्वर को भूल गए थे।
‘बच्चों से बूढ़ों तक, गरीब से अमीर तक हर कोई अन्याय से कमाए गए धन का लोभी बन गया है। नबी से पुरोहित तक सब मनुष्य झूठ का सौदा करते हैं।
काश, मेरा मस्तिष्क सागर होता, मेरी आंखें आँसुओं की झील होती, तो मैं अपने लोगों के महासंहार के कारण दिन-रात फूट-फूट कर रोता।
वह ब्याज पर रुपया उधार देता है, और सूदखोर है। क्या उस धार्मिक मनुष्य का ऐसा पुत्र जीवित रहेगा? कदापि नहीं। वह निश्चय ही मरेगा; क्योंकि उसने ये घृणित कार्य किये हैं। उसकी हत्या का दोष उसी के सिर पर होगा।
वह अपना धन ब्याज पर नहीं देता और न ही सूद खाता है। वह किसी कुकर्म में हाथ नहीं डालता। वह वादी और प्रतिवादी के बीच सच्चाई से न्याय करता है।
स्वामी-प्रभु यों कहता है, ‘तूने मुझे भुला दिया, अपना मुंह मुझ से फेर लिया, और कीचड़ के समान मुझे फेंक दिया। अत: अब तू अपनी कामुकता और व्यभिचार के कुकर्म का फल भोग।’
अन्य मनुष्य तथा मेरे निज लोग इस्राएली तुम पर चलेंगे-फिरेंगे। वे तुम्हारे मालिक होंगे, और तुम उनकी पैतृक सम्पत्ति बनोगे। तुम फिर कभी उनको उनकी सन्तान से वंचित नहीं करोगे।’
तुम अपने पड़ोसी पर अत्याचार मत करना, और न उसको लूटना। किसी मजदूर की मजदूरी रात से सबेरे तक तुम्हारे पास नहीं रहनी चाहिए।
तुम गरीब को चांदी से और निर्धन को एक जोड़ी जूतों के दाम पर खरीदते हो। तुम घुन लगा गेहूं बेचते हो।
“ढोंगी शास्त्रियो और फरीसियो! धिक्कार है तुम्हें! तुम मनुष्यों के लिए स्वर्ग-राज्य का द्वार बन्द कर देते हो; न तो तुम स्वयं प्रवेश करते हो और न प्रवेश करने वालों को प्रवेश करने देते हो।
“ढोंगी शास्त्रियो और फरीसियो! धिक्कार है तुम्हें! तुम कटोरे और थाली को बाहर से तो माँजते हो, किन्तु भीतर वे लूट-खसौट और असंयम से भरे हुए हैं।
फरीसी खड़े-खड़े इस प्रकार प्रार्थना कर रहा था, ‘परमेश्वर! मैं तुझे धन्यवाद देता हूँ कि मैं दूसरे लोगों की तरह लोभी, अन्यायी, व्यभिचारी नहीं हूँ और न इस चुंगी-अधिकारी की तरह हूँ।
जक्कई सबके सामने खड़ा हुआ और उसने प्रभु से कहा, “प्रभु! देखिए, मैं अपनी आधी सम्पत्ति गरीबों को दिए देता हूँ और यदि मैंने किसी से अन्यायपूर्वक कुछ लिया है, तो उसे चौगुना लौटाए देता हूँ।”
बल्कि मैंने लिखा कि यदि ‘भाई’ कहलाने वाला कोई व्यक्ति व्यभिचारी, लोभी, मूर्तिपूजक, निन्दक, शराबी या धोखेबाज है, तो उसके साथ भोजन तक नहीं करें।
तू न्याय को भ्रष्ट मत करना। तू पक्षपात नहीं करना। तू घूस मत लेना; क्योंकि घूस बुद्धिमान व्यक्ति की आंख को बन्द कर देती है। वह धार्मिकों के न्याय-पक्ष को उलट देती है।
‘तू अपने भाई-बन्धु को ब्याज पर ऋण मत देना, चाहे वह रुपया हो, भोजन-वस्तु हो, अथवा ब्याज पर दी जाने वाली कोई भी वस्तु हो।
“निर्दोष मनुष्य की हत्या करने के लिए घूस लेनेवाला व्यक्ति शापित है।” सब लोग प्रत्युत्तर में कहेंगे, “ऐसा ही हो!”
ओ इस्राएल! जिस “चट्टान” ने तुझे जन्म दिया, उसको तू भूल गया! जिस परमेश्वर ने तुझे उत्पन्न किया, उसको तूने विस्मृत कर दिया।
धिक्कार इन लोगों को! ये काइन के मार्ग पर चल रहे हैं। ये तुच्छ लाभ के लिए बिलआम की तरह भटक गये और कोरह की तरह विद्रोह करने के कारण विनष्ट हो गये हैं।